जालंधर. कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पंजाब के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मंगलवार को प्रदेश में कर्फ्यू का दूसरा दिन है, मगर लोग समझने को तैयार नहीं हैं। पाबंदी के बावजूद घरों से निकल रहे हैं। ऐसे में पठानकोट, फिरोजपुर, श्री आनंदपुर साहिब और नाभा समेत कई जगह पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस का कहना है कि हाथ जोड़कर अपील के बावजूद लोग नहीं मान रहे। मजबूर होकर हाथ उठाना पड़ रहा है। हम किसके लिए खड़े हैं, लोगों के अपने भले के लिए। कहां कैसे हालात हैं, जानें दिनभर के अपडेट्स…
- पटियाला में कर्फ्यू के दौरान घूम रहे 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। नाभा में 3 डेयरी मालिकों पर डेयरी खाेलने के चलते धारा-188 अधीन मामला दर्ज किया गया।
- पठानकोट में पुलिस के समझाने के बाद भी सब्जी मंडी मेंजमा लोग नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज करके मंडी खाली करवाई।
- इसी तरह फिरोजपुर में भी सब्जी मंडी खाली कराने के लिए पुलिस को यहां आई भीड़ और मंडी लगाए बैठे लोगों पर लाठियां चलानी पड़ी।
- संगरूर के भवानीगढ़ और धूरी में भी पाबंदी के बीच घूम रहे होने के दो अलग-अलग मामलों में पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज करके गाड़ी थाने में बंद की।
- आनंदपुर साहिब में भी कर्फ्यू के दौरान घूम रहे लोगाें पर कार्रवाई की गई है।
ये है कर्फ्यू की वजह
संक्रमण रोकने के लिए राज्य में धारा 144 लगाई गई थी, फिर लॉकडाउन कर दिया गया था, लेकिन इसका असर दिखाई नहीं दिया और नए केस सामने आते रहे। इसके बाद सरकार को यह कदम उठाना पड़ा।
सोमवार सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन मरिंदर सिंह ने राज्य के मुख्य सचिव और प्रदेश के डीजीपी के साथ 3 घंटे की मैराथन मीटिंग की। इसमें यह चर्चा हुई कि लोग लॉकडाउन को नहीं मान रहे हैं, इसलिए कर्फ्यू लगाना जरूरी है। दूसरी वजह यह है कि प्रदेश में कई लोग विदेशों से लौटे हैं।
क्या करना चाहिए लोगों को?
- कर्फ्यू के दौरान किसी को भी ढील नहीं दी जाएगी। बिना किसी वाजिब वजह के लोग घरों से बाहर न निकलें। इमरजेंसी की स्थिति में भी वाजिब वजह बतानी होगी, तभी आगे बढ़ने दिया जाएगा।
- पंजाब सरकार के निर्देशों के मुताबिक मीडिया कर्मियों, मेडिकल स्टाफ और दूसरे नौकरी-पेशा लोगों को कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। कार्डधारक अपने कार्ड को उसी के आधार पर कहीं आने या जाने दिया जाएगा। अपने कार्ड को गले में टांगकर चलें।
- इसके अलावा रोजमर्रा की चीजें खरीदने के लिए भी एक निर्धारित समय मिलेगा, जो अभी तय नहीं किया गया है।
- जो इस पाबंदी का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में लोगों के पास पालन करने के अलावा कोई चारा नहीं है।