बिट्टू हत्याकांड पर जेल मंत्री बोले- सुरक्षा में बड़ी चूक हुई, एडीजीपी को जांच, 3 दिन में मांगी रिपोर्ट
नामचर्चा घरों के अतिरिक्त धार्मिक स्थलों व डेरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई। जगह-जगह नाके लगाकर चेकिंग शुरू कर दी गई। संगरूर, मोगा में जिला पुलिस ने राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनसे शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर नजर गढ़ाए हुए है। संगरूर और फिरोजपुर में नामचर्चा नहीं हुई। डेरा सिरसा की 45 सदस्यीय कमेटी के सदस्य हरिंदर इंसां ने कहा, ज्यादातर डेराप्रेमी कोटकपूरा गए हैं, जिसके कारण भोग समागम को छोड़कर बाकी सभी तरह की नामचर्चा रविवार को रद रही।
मोगा. नाभा जेल में बंद बरगाड़ी बेअदबी मामले के आरोपी व डेराप्रेमी महिंदरपाल बिट्टू की हत्या के बाद डीजीपी दिनकर गुप्ता ने सूबे में रेड अलर्ट जारी कर दिया। मालवा क्षेत्र में बीएसएफ की 10 कंपनियां तैनात कर दी गईं। फरीदकोट में पुलिस, आईआरबी और बीएसएफ के 1000 जवान, मोगा में पैरा-मिलिट्री की 2 कंपनियां और 250 पुलिस कर्मी तैनात किए गए। बठिंडा, संगरूर में पुलिस व जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहा।
नामचर्चा घरों के अतिरिक्त धार्मिक स्थलों व डेरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई। जगह-जगह नाके लगाकर चेकिंग शुरू कर दी गई। संगरूर, मोगा में जिला पुलिस ने राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनसे शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर नजर गढ़ाए हुए है। संगरूर और फिरोजपुर में नामचर्चा नहीं हुई। डेरा सिरसा की 45 सदस्यीय कमेटी के सदस्य हरिंदर इंसां ने कहा, ज्यादातर डेराप्रेमी कोटकपूरा गए हैं, जिसके कारण भोग समागम को छोड़कर बाकी सभी तरह की नामचर्चा रविवार को रद रही।
उधर, रविवार शाम 4 बजे जेल मंत्री सुखजिंदर रंधावा नाभा जेल पहुंचे। एडीजीपी जेल, आईजी व जेल अधिकारियों के साथ 2 घंटे मीटिंग की। उन्होंने कहा कि एडीजीपी रोहित चौधरी की अगुवाई में टीम तीन दिन में रिपोर्ट पेश करेगी। 4 जेल मुलाजिमों पर कार्रवाई की है। एसआईटी रिपोर्ट के बाद सुपरिंटेंडेंट और डिप्टी सुपरिंटेंडेंट पर कार्रवाई की जाएगी।
जमीन से लेकर सोशल मीडिया तक पुलिस की नजर
सतर्कता- पटियाला केंद्रीय जेल में गैंगस्टर नजरबंद , सुरक्षा भी बढ़ाई… नाभा जेल में बिट्टू के कत्ल के बाद पटियाला केंद्रीय जेल प्रशासन ने बंदियाें पर पहरा बढ़ा दिया। जेल में बंद गैंगस्टराें की बंदी नहीं खाेली गई। एडिश्नल जेल सुपरिंटेंडेंट गुरचरन सिंह ने बताया कि जेल में 1800 से ज्यादा बंदी हंै जिनमें करीब 40 गैंगस्टर हैं। जेल में अाम दिनाें से ज्यादा मुलाजिम तैनात करके बंदियाें पर नजर रखी जा रही है। उनके पास 126 मुलाजिम हैं।
बेटा बाेला-राज न खुले इसलिए मेरे पिता को मारा… बिट्टू के बेटे अरमिंदर ने बताया कि पुलिस ने बेअदबी के झूठे मामले में फंसाने काे मनमानी की। डर के मारे चुप रहे। पिता बाहर आते वह कोई बड़ा खुलासा न कर सकें इसलिए साजिशन उनकी हत्या की गई। हत्या के पीछे साजिश का पर्दाफाश होने तक संस्कार नहीं करेंगे। साथ ही महिंदर पाल समेत अन्य डेरा प्रेमियों पर दर्ज मामले रद्द होने चाहिए।
सुखबीर बोले-जेल प्रशासन की नाकामी की हाे जांच…अकाली प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि कैप्टन का राज्य में कोई कंट्रोल नहीं, उनके मंत्री बागी हुए हैं और मुख्यमंत्री पहाड़ाें में आराम कर रहे हैं। उन्हें चाहिए कि अपना मिनी सचिवालय पहाड़ों में ही बना लें। अगर सरकार के बस में नहीं ताे, अकाली दल यहां अपने दम पर सेवा करने काे तैयार है। जेल में डेरा प्रेमी की हत्या प्रशासन की नाकामी से हुई है। इसकी जांच होनी चाहिए।
मानसा प्रशासन और धार्मिक जत्थेबंदियों की मीटिंग… डेरा प्रेमी बिट्टू की हत्या के बाद से मानसा जिले में अलर्ट है। शहर के हर एंट्री प्वाइंट पर चौक चौराहे व डेरा सच्चा सौदा मानसा के अमनपूरा धाम के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। डिप्टी कमिश्नर ने धार्मिक जत्थेबंदियों के नेताओं के साथ बचत भवन में मीटिंग की। डीसी ने कहा कि ऐसी घटनाओं के द्वारा लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है। लेकिन धार्मिक जत्थेबंदियों के नेता शांति बनाए रखें।
मंत्री बोले- जांच से हो जाएगा स्पष्ट
उधर, आज लुधियाना में पत्रकारों से बातचीत में जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने हत्या मामले में किसी की साजिश होने से इन्कार नहींं किया है। उन्होंंने कहा कि मामले की जांच कर रही टीम मंगलवार तक अपनी रिपोर्ट दे देगी। उसके बाद सब स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि महिंदर पाल की मौत से बरगाड़ी बेअदबी मामले की जांच प्रभावित होगी। रंधावा ने कहा कि महिंदर की हत्या के लिए ग्रिल की रॉड ओर ईंट का इस्तेमाल हुया है।
हत्या का कारण नहीं बता पा रही पुलिस
पुलिस अभी तक महिंदर पाल सिंह बिट्टू की हत्या का कारण नहीं बता पा रही है। हवालाती मनिंदर और कैदी गुरसेवक सिंह ने महिंदरपाल सिंह की हत्या क्यों की, यह अब भी बड़ा सवाल बना हुआ है।
पूर्व सैनिक की हत्या मामले में अंडर ट्रायल है मनिंदर
आरोपित मनिंदर सिंह ने वर्ष 2015 में साथियों के साथ मिलकर गांव के ही पूर्व सैनिक की पिटाई कर दी थी। उपचार के दौरान पूर्व सैनिक की मौत हो गई थी। हालांकि, एफआइआर में मनिंदर का नाम नहीं था, लेकिन बाद में जांच के दौरान उसका नाम शामिल किया गया था। मनिंदर उस केस में नाभा जेल में अंडर ट्रायल है।
गुरसेवक ने कार साथियों के साथ मिल की थी गुरजंट की हत्या
हत्या मामले का दूसरा आरोपित गुरसेवक सिंह मोहाली जिले के गांव झुरहेडी का रहने वाला है। गुरसेवक सिंह गांव सियाऊ के गुरजंट सिंह जैंटा की हत्या के मामले पहले से ही नाभा जेल में उम्र कैद की सजा काट रहा है। गुरजंट सिंह सात जुलाई 2014 को दोस्त मेजर सिंह के साथ कंबाली की पीर की मजार के पास सर्विस स्टेशन पर कार की धुलाई करवाने गया था। वहां पर दो कारों में आए कुलदीप सिंह दीप, सुखप्रीत सिंह रोड़ा, दलवीर सिंह, कमलजीत कमल, गगनदीप सिंह, गुरसेवक सिंह, हरप्रीत सिंह तूर और रूपिंदर सिंह ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी थी।
बिट्टू से पूछताछ करने वाली थी एसआइटी, इसलिए मार डाला
नाभा जेल में डेरा प्रेमी की हत्या को सिख रहत मर्यादा जागरूकता मंच ने बड़ी साजिश करार दिया है। मंच के सदस्यों ने दावा किया कि एसआइटी के सदस्य आइजी कुंवर विजय प्रताप महिंदर पाल बिट्टू से पूछताछ करने की तैयारी कर रहे थे, इसलिए बिट्टू का जेल में कत्ल करवा दिया गया, ताकि जांच प्रभावित हो। उन्होंने कहा हमें यह शक पहले ही था कि बेअदबी की जांच को केंद्र सरकार पूरी नहीं होने देना चाहती।
कुंवर विजय प्रताप सिंह ईमानदारी से मामले की जांच कर रहे हैं, लेकिन कुछ सदस्य उनका सहयोग नहीं कर रहे। इस पर कुंवर विजय प्रताप सिंह ने ट्विटर पर कुछ समय पहले लिखा था कि कुछ भी हो जाए, वे बेअदबी की जांच को अकेले ही पूरा करेंगे। मंच का कहना है कि यह जांच कुंवर विजय प्रताप सिंह की वजह से ही ही मुकम्मल होगी।
उन्होंने पंजाब सरकार व जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा से मांग की है कि वह जांच करवाएं, जिससे पता लग सके कि कत्ल बेअदबी की जांच को प्रभावित करन के लिए किया गया है या कोई और वजह है। एसआइटी गुरमीत राम रहीम से भी पूछताछ करना चाहती है, लेकिन उसे अनुमति नहीं मिल रही। मंच ने केंद्र सरकार पर बादल परिवार को बचाने का आरोप लगाया।
हमले के तरीके पर जेल प्रबंधन व पुलिस में तालमेल नहीं
नाभा की नई जेल में डेरा प्रेमी महिंदर पाल बिट्टू की हत्या के तरीके पर जेल प्रबंधन व पंजाब पुलिस में तालमेल नहीं दिखा। जेल सुपरिंटेंडेंट बलकार सिंह ने शनिवार को कहा था कि आरोपितों मङ्क्षनदर सिंह और गुरसेवक सिंह ने बैरक की ग्रिल की दो रॉड उखाड़ कर हमला किया। वहीं, पटियाला रेंज के आइजी एएस राय ने कहा कि जेल परिसर में कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। वहां पर पड़े सरिये से आरोपितों ने महिंदर पाल पर हमला किया। इसके बाद रविवार को आइजी राय ने स्पष्ट किया कि उन्हें गलतफहमी हो गई थी। पहले दिए बयान से पलटते हुए उन्होंने भी बैरक की ग्रिल से रॉड उखाड़ कर हमले की बात कही।