INX मीडिया केस: चिदंबरम की CBI हिरासत आज होगी खत्म, दोपहर में होगी कोर्ट में पेशी

चिदंबरम के वित्त मंत्री रहने के दौरान 2007 में आईएनएक्स मीडिया समूह को एफआईपीबी की मंजूरी दिलाने में बरती गई कथित अनियमितताओं को लेकर सीबीआई ने 15 मई 2017 को एफआईआर दर्ज की थी.

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नई दिल्ली: आईएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तार किए गए पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की सीबीआई हिरासत के 8 दिन आज पूरे हो जाएंगे. चिदंबरम की सीबीआई हिरासत आज खत्म हो रही है. उन्हें दोपहर 2 बजे के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा.

 

सीबीआई चिदंबरम के द्वारा दिये गये जवाबों से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है साथ ही जांच के दौरान जो नये तथ्य सामने आये है सीबीआई उनकी भी कड़ी से कड़ी जोड़ना चाहती है.  लिहाजा सीबीआई चिदंबरम की तीन कस्टडी और बढ़वाने की आज कोशिश करेगी.

 

सीबीआई ने 21 अगस्त को किया था चिदंबरम को गिरफ्तार

 

सीबीआई का तर्क होगा कि जांच के दौरान सामने आए तथ्यों और चिदंबरम के द्वरा पूरी तरह सहयगो ना करने के कारण उनकी कस्टडी बढ़ाई जाए. चिदंबरम 8 दिनों से सीबीआई हिरासत में है. चिदंबरम को सीबीआई ने जोरबाग स्थित उनके आवास से 21 अगस्त की रात गिरफ्तार किया था. उन्हें 22 अगस्त को कोर्ट में पेश किया गया, जिसने उन्हें चार दिनों की सीबीआई हिरासत में सौंप दिया था. 26 अगस्त को कोर्ट ने सीबीआई हिरासत की अवधि चार और दिन के लिये बढ़ा दी थी.

वहीं इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है.  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दस्तावेज़  मुताबिक इस मामले में रिश्वत की रकम के सीधे तार चिदंबरम से जुड़े हैं. ईडी के ये दस्तावेज़ सीबीआई ने मंगाए थे. सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई को भेजे ईडी के दस्तावेजों में लिखा है कि जिस कंपनी को रिश्वत की रकम भेजी गई थी, उसी कंपनी ने चिदंबरम के ट्रस्ट को लाखों रुपए दान दिए थे. दस्तावेज़ों के मुताबिक, नार्थस्टार कंपनी ने पलानीएप्पा चेटियर ट्रस्ट को 33.05 लाख रुपए की रकम डोनेशन में दी थी. ट्रस्ट का पूरा नाम L. Ct. L. Palaniappa Chettiar Trust बताया गया है.

 

क्या है मामला?

 

चिदंबरम के वित्त मंत्री रहने के दौरान 2007 में आईएनएक्स मीडिया समूह को एफआईपीबी की मंजूरी दिलाने में बरती गई कथित अनियमितताओं को लेकर सीबीआई ने 15 मई 2017 को एफआईआर दर्ज की थी. यह मंजूरी 305 करोड़ रुपये का विदेशी धन प्राप्त करने के लिए दी गई थी. इसके बाद, ईडी ने भी 2017 में इस सिलसिले में मनी लॉन्ड्रिंग का एक मामला दर्ज किया था.

 

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