यमन सरकार को उड़ाने की कोशिश:सऊदी अरब से नई सरकार के मंत्रियों को लेकर आए विमान के पास ब्लास्ट; 22 लोगों की मौत
अरब देश यमन के अदन एयरपोर्ट पर बुधवार को बड़ा धमाका हुआ। ब्लास्ट से तुरंत पहले देश की नई कैबिनेट के मंत्रियों को लेकर एक विमान लैंड हुआ था। विमान के उतरते ही उसके पास यह धमाका हुआ। इस दौरान फायरिंग की आवाज भी सुनी गई।
ब्लास्ट में 22 लोगों के मारे जाने की खबर हैं। हालांकि, आंकड़ा अभी बढ़ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, विमान में प्रधानमंत्री मीन अब्दुल मलिक सईद भी मौजूद थे। किसी मंत्री के घायल होने की सूचना नहीं है। विमान में कितने मंत्री थे, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
सऊदी मीडिया के मुताबिक, प्रधानमंत्री समेत सभी मंत्रियों को सुरक्षित प्रेसिडेंशियल पैलेस पहुंचा दिया गया। यमन के इनफॉर्मेशन मिनिस्टर मोमार अल इरयानी ने हमले के पीछे हूथी विद्रोहियों का हाथ होने का शक जताया है।
#WATCH Yemen: At least 5 people killed & dozens more wounded in an attack on Aden airport, shortly after a plane carrying a newly formed govt for Yemen arrived from Saudi Arabia today, reports Reuters quoting a local security source
(Video Source: Reuters) pic.twitter.com/a5Xf7vthzu— ANI (@ANI) December 30, 2020
धमाके में मारे गए लोगों की संख्या बढ़ सकती है। एयरपोर्ट पर मौजूद अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने एयरपोर्ट पर कई शव देखे हैं। अधिकारियों ने अपनी पहचान नहीं बताई, क्योंकि उन्हें मीडिया से बात करने की इजाजत नहीं थी। घटना के बाद सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीरों में एयरपोर्ट की इमारत के पास मलबा और टूटे कांच दिखाई दे रहे हैं।
विद्रोहियों से समझौते के बाद देश लौटे थे मंत्री
यमन काफी वक्त से गृहयुद्ध से जूझ रहा है। एक समझौते के तहत यहां के प्रधानमंत्री सईद के साथ सरकार के कई मंत्री अदन लौटे थे। यह समझौता पिछले हफ्ते ही प्रतिद्वंद्वी गुट के अलगाववादियों के साथ किया गया था। मलिक की सरकार का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता हासिल है। कई साल से चल रहे गृहयुद्ध के दौरान वह ज्यादातर वक्त निर्वासित रहे। यह सरकार सऊदी अरब की राजधानी रियाद से काम कर रही थी।
सऊदी अरब में रह रहे यमन के राष्ट्रपति अबेद रब्बो मंसूर हादी ने इस महीने की शुरुआत में मंत्रिमंडल में फेरबदल की घोषणा की थी। इसे अलगाववादियों के साथ चल रही लड़ाई को खत्म करने की दिशा में बड़े कदम के रूप में देखा गया था।
यमन की सऊदी अरब समर्थित सरकार ईरान के समर्थन वाले विद्रोहियों के साथ युद्ध कर रही है। उनका उत्तरी यमन के साथ-साथ देश की राजधानी सना पर भी नियंत्रण है। पिछले साल, विद्रोहियों ने अदन में एक मिलिट्री बेस में चल रही परेड में मिसाइल दागी थी। इसमें कई सैनिक मारे गए थे।