पाक की पैंतरेबाजी: FATF की ब्लैक लिस्ट से बचने को पाकिस्तान ने कबूला कराची में रह रहा है अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम
पाकिस्तान ने FATF की ग्रे लिस्ट में आने से बचने के लिए चला पैंतरा 88 प्रतिबंधित आतंकी संगठनों पर कार्रवाई, लगाए कई प्रतिबंध टेरर फंडिंग का आरोप, संपत्ति और बैंक खाते सील करने के निर्देश इस लिस्ट में शामिल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भी नाम
कराची। आतंकवादियों के पनाहगार पाकिस्तान ने 27 साल बाद आखिरकार कबूल कर लिया है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम कराची में रह रहा है। दरअसल, पाकिस्तान सरकार ने आतंकवाद की फंडिंग को लेकर फाइनैंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे सूची से बाहर निकलने और ब्लैक लिस्ट से बचने के लिए आखिरकार 88 प्रतिबंधित आतंकी संगठनों और उनके आकाओं पर कड़े वित्तीय प्रतिबंध लगाने का ढोंग किया है। पाक सरकार ने उनकी सभी संपत्तियों को जब्त करने और बैंक खातों को फ्रीज करने का आदेश दिया है। लेकिन, इस लिस्ट में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम शामिल करके आखिरकार उसने एक तरह से मान लिया है कि दाऊद पाकिस्तान की जमीन पर ही है। बड़ी बात यह कि इस लिस्ट में दाऊद के नाम के साथ यह भी बताया गया है कि वह 14 पासपोर्ट रखता है। लिस्ट में दाउद इब्राहिम का पता व्हाइट हाउस, कराची लिखा गया है।
बता दें कि पाकिस्तान ने यह लिस्ट 18 अगस्त को जारी की थी। इस लिस्ट में 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा (JuD) के प्रमुख हाफिज सईद, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मसूद अजहर और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकी शामिल हैं। पाक सरकार ने आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले लोगों के खिलाफ कठोर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करते हुए 2 सूचनाएं जारी की है। मीडिया रिपोर्ट ने शनिवार को दावा किया कि पेरिस स्थित फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने जून 2018 में पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाल दिया था और इस्लामाबाद को 2019 के अंत तक आतंकियों पर लगाम कसने के लिए कार्ययोजना लागू करने के लिए कहा था, लेकिन बाद में कोरोना महामारी के कारण इसकी समय सीमा बढ़ा दी गई थी।
1993 में मुंबई बॉम्ब ब्लास्ट का आरोपी है दाऊद
दाऊद इब्राहिम का अंडरवर्ल्ड की दुनिया में अवैध व्यापार का बड़ा धंधा है। रेकॉर्ड्स के मुताबिक 1993 में हुए मुंबई बम धमाकों के मास्टरमाइंड दाऊद का जन्म महाराष्ट्र के रत्नागिरी में हुआ था। इस आतंकी घटना में 13 बम धमाके हुए थे, जिसमें 257 लोगों की मौत हुई थी और 1400 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। 2003 में भारत सरकार ने अमेरिका से मिलकर दाऊद को ग्लोबल टेररिस्ट(वैश्विक आतंकवादी) घोषित करा दिया था। उसके पास भारत का पासपोर्ट भी था जिसे वापस ले लिया गया था। बाद में उसके पास पाकिस्तान का पासपोर्ट होने की बात सामने आई।
सूची में दाऊद का पता कराची बताया गया
दाऊद इब्राहिम का नाम पाकिस्तान की ओर से जारी नामित सूची में शामिल है। सबसे खास बात यह है कि पाक सरकार की ओर से जारी सूची में दाऊद के नाम के साथ दस्तावेज में उसका पता व्हाइट हाउस, कराची बताया गया है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या पाकिस्तान अपने यहां दाऊद इब्राहिम की मौजूदगी को लेकर इनकार करेगा। पाकिस्तान अब तक दाऊद के अपने यहां होने की बात से इनकार करता रहा है।
दाऊद के पास पाकिस्तान का नागरिकता नंबर
दाऊद के पास पाकिस्तान का नागरिकता नंबर है। दाऊद की राष्ट्रीय पहचान संख्या KC-285901 है। उसका पूरा पता हैः व्हाइट हाउस, सऊदी मस्जिद के पास, घर संख्या 37, सड़क संख्या 30, डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी, करांची पाकिस्तान है। लिस्ट के मुताबिक, दाऊद के भारतीय पासपोर्ट का नंबर A-333602 है, जिसे 4 जून 1985 को मुंबई से जारी किया गया था। लिस्ट में दाऊद के नाम के साथ यह भी बताया गया है कि वह 14 पासपोर्ट रखता है, जिसके अलग अलग नंबर हैं। इसके अलावा कराची में उसके तीन घर हैं।
पाकिस्तान के दस्तावेज में दाऊद के इन 14 पासपोर्ट का जिक्र
- 30 जुलाई 1975 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट K560098
- 13 नवंबर 1978 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट M110522
- 30 जुलाई 1979 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट P537849
- 26 नवंबर 1981 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट R841697
- 3 अक्टूबर 1983 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट V57865
- 4 जून 1985 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट A-333602
- 26 जुलाई 1985 को बॉम्बे से जारी पासपोर्ट A501801
- 18 अगस्त 1985 को दुबई से जारी पासपोर्ट A717288
- 2 सितंबर 1989 को जेद्दाह में भारतीय दूतावास से जारी पासपोर्ट F823692
- 12 अगस्त 1991 को रावलपिंडी से जारी पाकिस्तानी पासपोर्ट G866537
- जुलाई 1996 को कराची से जारी पाकिस्तानी पासपोर्ट C-267185
- जुलाई 2001 में रावलपिंडी से जारी पाकिस्तानी पासपोर्ट H-123259
- रावलपिंडी से जारी पाकिस्तानी पासपोर्ट G-869537
- एक और पासपोर्ट KC-285901
पाकिस्तान के दस्तावेज में दाऊद के तीन एड्रेस का जिक्र
- व्हाइट हाउस, सऊदी मस्जिद के पास, कराची
- हाउस नंबर 37, 30th स्ट्रीट – डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी, कराची
- पलटियाल बंगलो, नूरबाद हिल एरिया, कराची
अमेरिका ने भी पाकिस्तान को बताया था जिम्मेदार
अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट की ‘कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म’ में साल 2019 में पाकिस्तान की भूमिका पर खरी-खरी कही गई है। इसमें कहा गया है कि भारत को निशाना बना रहे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों को पाकिस्तान ने अपनी जमीन से ऑपरेट करने दिया। पाकिस्तान ने जैश के संस्थापक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए जा चुके मसूद अजहर और 2008 के मुंबई धमाकों के ‘प्रॉजेक्ट मैनेजर’ साजिद मीर जैसे किसी आतंकी के खिलाफ ऐक्शन नहीं लिया। ये दोनों कथित रूप से पाकिस्तान में आजाद घूम रहे हैं।
पिछले महीने शुरू किए थे बैंक अकाउंट
इससे पहले पिछले महीने पाकिस्तान ने हाफिज सईद, जमात-उद-दवा, लश्कर-ए-तैयबा के अब्दुल सलाम भुट्टवी, हाजी अशरफ, याह्या मुजाहिद और जफर इकबाल के बंद पड़े बैंक अकाउंट वापस शुरू कर दिए थे। ये सभी UNSC की आतंकियों की लिस्ट में शामिल हैं और आतंकी फंडिंग के केस में 1-5 साल जेल की सजा काट रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक हर आतंकी ने UNSC से अपील की थी कि उसके बैंक अकाउंट खोल दिए जाएं ताकि उनके परिवारों का खर्च चल सके।
संपत्तियां जब्त करने का आदेश
पाकिस्तानी समाचार पत्र ‘द न्यूज’ की खबर के अनुसार जमात-उद-दावा (JuD), JeM, तालिबान, दहेश, हक्कानी ग्रुप, अल-कायदा और कई अन्य आतंकवादी संगठनों पर कड़े प्रतिबंध लगाने की घोषणा की गई है। पाक सरकार ने इन संगठनों और व्यक्तियों के सभी चल और अचल संपत्तियों को जब्त करने और उनके बैंक खातों को फ्रीज करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही आदेश में इन आतंकवादियों को वित्तीय संस्थानों के माध्यम से धन हस्तांतरित करने, हथियारों की खरीद और विदेश यात्रा पर भी रोक लगा दी गई है।
ये आतंकी भी लिस्ट में
सईद, अजहर, मुल्ला फजलुल्ला (उर्फ मुल्ला रेडियो), जकीउर रहमान लखवी, मुहम्मद यह्या मुजाहिद, अब्दुल हकीम मुराद, नूर वली महसूद, उजबेकिस्तान लिबरेशन मूवमेंट के फजल रहीम शाह, तालिबान नेताओं जलालुद्दीन हक्कानी, खलील अहमद हक्कानी, यह्या हक्कानी और इब्राहिम और उनके सहयोगी सूची में हैं।
चीन के खिलाफ काम करने वाले संगठन पर भी बैन
रिपोर्ट में कहा गया कि सईद, अजहर, मुल्ला फजलुल्लाह (उर्फ मुल्ला रेडियो), जकीउर रहमान लखवी, मुहम्मद याहया मुजाहिद, अब्दुल हकीम मुराद की तलाश इंटरपोल को थी।जबकि नूर वली महसूद, उजबेकिस्तान लिबरेशन मूवमेंट के फजल रहम शाह, तालिबानी नेता जलालुद्दीन हक्कानी, खलील अहमद हक्कानी, याह्या हक्कानी और इब्राहिम और उसके सहयोगी भी इस सूची में थे। नोटिफिकेशन में कहा गया है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और लश्कर-ए-तैयबा, जेईएम, लश्कर-ए-झांगवी, टीटीपी के तारिक गेदर ग्रुप, हरकत-उल- मुजाहिदीन, अल रशीद ट्रस्ट, अल अख्तर ट्रस्ट, तंजीम जैश-अल मुजाहिदीन अंसार सहित कई अन्य आंतकी संगठनों के सरगानाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही जमात-उल अहरार, तंजीम खुतबा इमाम बुखारी, रबीता ट्रस्ट लाहौर, रिवाइवल ऑफ इस्लामिक हेरिटेज सोसाइटी ऑफ पाकिस्तान, अल-हरमैन फाउंडेशन इस्लामाबाद, हरकत जिहाद अल इस्लामी, इस्लामी जिहाद ग्रुप, उज्बेकिस्तान इस्लामी तहरीक, दाअेस ऑप इराक, रूस के खिलाफ काम करने वाले अमीरात ऑफ तंजिम काफाज और चीन के उइगर्स ऑफ इस्लामिक फ्रीडम मूवमेंट ऑफ चाइन के अब्दुल हक पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।