यूक्रेन पर हमले का सातवां दिन : पुतिन के पैराट्रूपर्स खार्किव में उतरे, खेर्सोन पर कब्जे का दावा; यूक्रेन बोला- 6 हजार रूसी सैनिकों को मारा
यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध का आज सातवां दिन है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सैन्य कार्रवाई शुरू करने बाद यूक्रेन की सेना को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन यूक्रेन ने पीछे हटने से इनकार कर दिया। दुनिया के कुछ देशो ने रूस पर प्रतिबन्ध लगाए हैं। इसके बावजूद रूसी राष्ट्रपति पुतिन लड़ाई जारी रखे हुए हैं। दोनों देशो के बीच 28 फरवरी को हुई बातचीत बेनतीजा रही। आज दूसरे दौर होगी। दोनों देशों के बीच हालात काफी बिगड़े हुए हैं। रूसी सेना यूक्रेनी इलाकों में लगातार मिसाइल और रॉकेट दाग रही है।
यूक्रेन के खिलाफ रूसी हमला बुधवार को सातवें दिन भी जारी है। खार्किव समेत कई प्रमुख शहरों लगातार हमले हो रहे हैं। यहां 24 घंटे में हुए हमलों में कम से कम 21 लोग मारे गए हैं और 112 घायल हो गए हैं। आज सुबह रूसी पैराट्रूपर्स ने खार्किव में एक अस्पताल पर हमला किया। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दावा किया है कि जंग में अब तक लगभग 6000 रूसी सैनिक मारे गए हैं। इधर रूस खेर्सोन शहर पर कब्जा करने का दावा कर रहा है।
यूक्रेन और रूस के बीच बातचीत का दूसरा दौर आज यानी बुधवार को पोलैंड में होगा। बातचीत से पहले जेलेंस्की ने कहा कि जब तक यूक्रेन के शहरों पर रूसी हमला जारी रहेगा, तब तक शांति की कोई गुंजाइश नहीं है। यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध का आज सातवां दिन है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सैन्य कार्रवाई शुरू करने बाद यूक्रेन की सेना को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन यूक्रेन ने पीछे हटने से इनकार कर दिया। दुनिया के कुछ देशो ने रूस पर प्रतिबन्ध लगाए हैं। इसके बावजूद रूसी राष्ट्रपति पुतिन लड़ाई जारी रखे हुए हैं। दोनों देशो के बीच 28 फरवरी को हुई बातचीत बेनतीजा रही। आज दूसरे दौर होगी। दोनों देशों के बीच हालात काफी बिगड़े हुए हैं। रूसी सेना यूक्रेनी इलाकों में लगातार मिसाइल और रॉकेट दाग रही है।
Crude surged past $113 a barrel Wednesday and equities sank with investors growing increasingly fearful about the #Ukraine war's impact on global energy supplies and the economic recoveryhttps://t.co/sluL5E3bXq
— AFP News Agency (@AFP) March 2, 2022
रूस-यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की वार्ता आज रात
यूक्रेन-रूस के बीच जारी जंग के बीच आज रात एक बार फिर दोनों देश बातचीत के लिए मिलने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन और रूसी प्रतिनिधिमंडल दो मार्च यानी बुधवार रात को बैठक करेंगे। इस बार यह बातचीत पोलैंड बॉर्डर पर होगी। उल्लेखनीय है कि 28 फरवरी को करीब पांच घंटे चली पहले दौर की बैठक बेनतीजा रही थी।
#BREAKING Russia 'ready' to continue talks with Ukraine Wednesday night pic.twitter.com/2AVxxEHSkm
— AFP News Agency (@AFP) March 2, 2022
यूक्रेन का दावा- रूस के 6 हजार जवानों को मार गिराया
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि जंग के पिछले छह दिनों में यूक्रेनी सेना ने रूस के 6 हजार जवानों को मार गिराया है। इसी बीच खबर आ रही है कि यूक्रेनी सेना ने आज कीव में एक रूसी काफिला तबाह कर दिया है। उधर, रूसी सेना ने खेरसॉन शहर पर कब्जा कर लिया है। रूसी सेना का मुख्य टारगेट अब राजधानी कीव और खारकीव समेत कुछ प्रमुख शहर हैं। रूसी सेना कीव और खारकीव की घेराबंदी कर चुकी है, जबकि खेरसान पर कब्जा कर चुकी है।
Russia's losses as of March 2, according to the indicative estimates by the Armed Forces of Ukraine. pic.twitter.com/umKjKVJhGd
— The Kyiv Independent (@KyivIndependent) March 2, 2022
रूस-यूक्रेन जंग का आज सातवां दिन है। रूसी सेना यूक्रेन पर लगातार गोलीबारी और मिसाइल अटैक कर रही है। रूसी सेना ने खेरसॉन शहर पर कब्जा कर लिया है। अब मुख्य रूप से राजधानी कीव और खारकीव समेत कुछ प्रमुख शहरों को टारगेट किया जा रहा है। रूसी सेना कीव और खारकीव की घेराबंदी कर चुकी है। खबर आ रही है कि रूसी सेना खारकीव पर लगातार बमबारी कर रही है। खारकीव की मिलिट्री अकादमी पर राकेट बरस रहे हैं। इससे पहले मंगलवार रात रूसी सेना ने राजधानी कीव में ‘एयर स्ट्राइक’ कर वहां का टीवी टावर ध्वस्त कर दिया था। इस हमले में 5 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कीव पूरी तरह रूसी सेना के घेरे में आ चुका है।
भारत सरकार ने यूक्रेन में रह रहे भारतीयों की वतन वापसी की कवायद तेज कर दी है। विदेश मंत्री ने जानकारी दी है कि बीते 24 घंटे में 6 फ्लाइट्स भारतीय नागरिकों को लेकर आ चुकी है। इसमें पोलैंड से अभी-अभी दिल्ली आई फ्लाइट भी शामिल है। भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की मदद के लिए पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाक रिपब्लिक में कंट्रोल रूम बनाए हैं। भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं, दिए गए नंबरों पर कॉल कर मदद हासिल की जा सकती है।
#UPDATE The Kremlin says a Russian delegation is ready to continue peace talks with Ukraine as Moscow's invasion of the pro-Western country enters its seventh day pic.twitter.com/jsN1y1v6q7
— AFP News Agency (@AFP) March 2, 2022
यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में आज सुबह से हवाई हमले तो नहीं हुए, लेकिन वहां रूसी पैराट्रूपर्स उतरे हैं और उन्होंने एक हॉस्पिटल को निशाना बनाया। यूक्रेन की सेना ने ही इस बात की जानकारी सार्वजानिक की और बताया कि रूसी सेना की हवाई टुकड़ियां खारकीव में लैंड हुई हैं और उन्होंने एक अस्पताल पर हमला किया है। अभी वहां लड़ाई जारी है। इस बीच खबर आ है कि रूसी सेना ने Kherson शहर में बंदरगाह और रेलवे स्टेशन पर कब्जा कर लिया है। ताजा अपडेट ये है कि पूरा Kherson अब रूसी सेना का कब्जे में है। युद्ध के सातवें दिन भी यह देखने में आ रहा है कि तमाम प्रतिबंधों के बावजूद रूस की आक्रामकता में कोई कमी नहीं आई है।
अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने एलान किया कि अमेरिका यूक्रेन को एक बिलियन डॉलर की मदद करेगा। बाइडेन ने यह भी कहा कि अमेरिका NATO देशों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध था, है और रहेगा। बाइडेन ने कहा कि पुतिन को मनमानी नहीं करने देंगे। यूरोपियन यूनियन के देश यूक्रेन के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि यूरोपियन यूनियन के करीब 30 देश इस वक्त यूक्रेन के साथ हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आज अपने पहले स्टेट ऑफ द यूनियन (एसओटीयू) संबोधन में ये बातें कहीं।
यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग का आलम यह है कि सुबह रूस ने कुछ यूक्रेनी शहरों पर जोरदार गोलीबारी और मिसाइल अटैक किए, वहीं अभी-अभी खबर आ रही है कि रूस ने राजधानी कीव पर ‘एयर स्ट्राइक’ कर दी है। रूस के इस हवाई हमले से कीव का TV टावर ध्वस्त हो गया गया है। इससे वहां TV चैनल्स का प्रसारण बंद हो गया है।
यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में रूस बड़े-बड़े धमाके कर रहा है। इन धमाकों पर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, रूस आतंकी देश है, खारकीव पर हमला आतंकी हमला है। उन्होंने यूरोपियन यूनियन से कहा, “कोई हमें तोड़ नहीं सकता है, हम अपनी जमीन के लिए लड़ते रहेंगे।”
रूस-यूक्रेन जंग में आज छठे दिन और तेज हो गयी है। दोनों ही देश एक-दूसरे को नुक्सान पहुंचने के अपने-अपने दावे कर रहे हैं। रूसी सेना ने आज Okhtyrka स्थित मिलिट्री बेस पर तोपों से हमले किए और 70 से ज्यादा यूक्रेनी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया। दूसरी ओर यूक्रेन ने भी दावा किया है कि उसने रूस के 29 एयरक्राफ्ट मार गिराए हैं।
आज ही छोड़ दें कीव, इंडियन एंबेसी का अपने नागरिकों को बड़ा अलर्ट
रूस-यूक्रेन के बीच जंग में आज छठे दिन रूसी सेना आक्रामक होती जा रही है। विभिन्न एजेंसीज के हवाले से खबर आ रही है कि अब रूसी सेना तेजी से राजधानी कीव की तरफ बढ़ रही है, जो किसी भी वक़्त राजधानी में अंदर घुसकर हमले कर सकती है। बताया जा रहा है कि यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे के लिए रूस ने बड़ी संख्या में सैनिक भेजें हैं। इस बीच कीव स्थित भारतीय दूतावास ने यहाँ रह रहे भारतीय नागरिकों को निर्देश दिया है कि हर हाल में आज ही कीव छोड़ दें। भारतीय दूतावास ने इस आशय की एडवाइजरी जारी की है। उल्लेखनीय है कि
रूसी सेना ने आज Okhtyrka स्थित मिलिट्री बेस को निशाना बनाया। इस हमले में 70 से ज्यादा यूक्रेनी सैनिकों मारे गए। Okhtyrka शहर खारकीव और कीव के बीच स्थित है।
रूस-यूक्रेन जंग में बेलारूस को अमेरिका का साथ देना भारी पड़ सकता है। अमेरिका ने रूस के समर्थक देश बेलारूस को सीधे तौर पर चेतावनी दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बयान दिया है कि अगर बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको यूक्रेन पर हो रहे एक्शन में पुतिन का साथ देते रहे तो उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है।गौरतलब है कि बेलारूस अपने वादे से पलट गया है। बेलारूस ने पहले कहा था कि वह इस युद्ध में शामिल नहीं है। वह अपने क्षेत्र से हवाई हमलों की अनुमति नहीं देगा। बाद में यह सामने आया कि बेलारूस से रूसी बैलिस्टिक मिसाइल लांचरों का उपयोग करके यूक्रेन पर हवाई हमले किए गए। यूक्रेन की मीडिया The Kyiv Independent ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी थी कि “रूस ने Zhytomyr एयरपोर्ट पर हमला करने के लिए इस्कंदर मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया। इसके बाद अमेरिका ने बेलारूस के खिलाफ चेतावनी जारी की है।
रूस-यूक्रेन के बीच जंग में आज छठे दिन रूसी सेना इतनी आक्रामक हो गयी है कि आबादी क्षेत्र भी नहीं देख रही। हर जगह गोलाबारी कर रही है। रूसी सेना ने आज कीव के पास एक मैटरनिटी हॉस्पिटल पर गोलाबारी की। अस्पताल के सीईओ विटाली गिरिन ने फेसबुक पर यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। सभी लोगों को इमारत से बाहर निकाल लिया गया। राजधानी कीव के पास ये मैटरनिटी हॉस्पिटल ज़ाइटॉमिर राजमार्ग पर बुज़ोवा गाँव में स्थित है।
- अमेरिका ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र से रूसी उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
- वर्ल्ड बैंक का कहना है कि वो यूक्रेन की मदद के लिए 3 अरब डॉलर की मदद भेजेगा, जिसमें से 35 करोड़ डॉलर अगले हफ्ते तक भेज दिए जाएंगे।
- द हेग में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) यूक्रेन में नरसंहार के दावों को लेकर अगले हफ्ते सोमवार से पब्लिक हियरिंग शुरू करेगा।
- ब्रिटिश विदेश सचिव लिज ट्रस ने रूस के नए प्रतिबंधों का ऐलान करते हुए ब्रिटेन के बंदरगाहों पर रूसी जहाजों को बैन कर दिया।
- जो बाइडेन ने यूएस कांग्रेस में स्टेट ऑफ द यूनियन को संबोधित करते हुए कहा पुतिन ने गलत कदम उठाया है। वो यूरोप को बांटना चाहते थे।
- संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में जैसे ही रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बोलना शुरू किया लगभग 100 डिप्लोमैट्स ने वॉकआउट कर लिया।
रूसी हमले में भारतीय छात्र की मौत
यूक्रेन पर रूस के हमले के छठवें दिन खार्किव शहर में एक भारतीय छात्र नवीन कुमार की मौत हो गई। वह कर्नाटक का रहने वाला था। उसकी उम्र 21 साल थी और वह खाना लेने के लिए बाहर निकला था। वह खार्कीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में फोर्थ ईयर का छात्र था।
यूक्रेन के राजदूत ने किया मुगलों और राजपूतों का जिक्र, ओवैसी का पलटवार
यूक्रेन युद्ध के बीच भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ इगोर पोलिखा कहा- यूक्रेन में जो हो रहा है वह मुगलों द्वारा राजपूतों के खिलाफ किए गए नरसंहार की तरह है। ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहाद-उल-मुसलमीन (AIMIM) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- आपका बयान यूक्रेन में जो हो रहा है उसे गलत तरीके से पेश करने के साथ इस्लामोफोबिया का प्रतीक है।
रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग में फंसे भारतीय स्टूडेंट यूक्रेन में इंडियन एंबेसी के अधिकारियों के गैरजिम्मेदाराना रवैये को जीवनभर नहीं भूल पाएंगे। स्टूडेंट्स का कहना है कि भारत सरकार ने समय रहते सक्रियता न दिखाई होती तो एंबेसी के भरोसे तो वे माइनस 3 डिग्री के तापमान में अब तक बर्फ बन चुके होते। उन्होंने सरकार से ऐसे अधिकारियों पर एक्शन लेने की मांग की है।
कोई अरेंजमेंट नहीं, बस कह दिया – रेलवे स्टेशन पहुंचें
यूक्रेन में इंडियन एंबेसी ने 28 फरवरी को एक नोटिस जारी किया, जिसमें लिखा था- सभी इंडियन स्टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे आज भारत लौटने के लिए बॉर्डर पर पहुंचें। यूक्रेन सरकार ने स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की है।
कीव से 900 किलोमीटर का सफर तय कर रोमानिया बॉर्डर पहुंची मेडिकल यूनिवर्सिटी की सेकेंड ईयर की छात्रा अवंतिका कहती हैं कि नोटिस में यह नहीं बताया गया कि हम मिसाइलों के बीच रेलवे स्टेशन कैसे पहुंचे?
नोटिस के बाद हमने कई फोन एंबेसी को लगाए लेकिन वहां से कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा था। वॉट्सऐप पर हम जो मैसेज भेज रहे थे वे पढ़े तो जा रहे थे लेकिन उनका जवाब नहीं दिया जा रहा था। रिस्क लेकर हम जैसे तैसे रेलवे स्टेशन तक पहुंचे, वहां से दो ट्रेन बदलकर लवीव तक पहुंचे।
ट्रेनों में ठुंसे हुए हम लवीव पहुंचे। कीव से करीब 450 किलोमीटर का 5- 6 घंटे का सफर हमने खड़े होकर तय किया। जितने लोग बैठे थे उससे तीन गुना लोग खड़े थे। ट्रेन में भीड़ की हालत ये थी कि टॉयलेट सीट्स पर भी खड़े होकर स्टूडेंट्स ने ये सफर किया। हमसे कहा गया था कि लवीव में इंडियन एंबेसी के कैंप लगे हैं, वहां से बॉर्डर तक बसों के जरिए हमें एंबेसी पहुंचाया जाएगा।
लवीव पहुंचे तो इंडियन एंबेसी ने हाथ खड़े कर दिए
लवीव के हालात देखकर हमारे पैरों तले जमीन खिसक गई। यहां आकर हमें पता चला हमारे लिए यहां कुछ है ही नहीं। न बॉर्डर तक पहुंचने के लिए बस और न ही खाने पीने का इंतजाम। कैंप के हालात ये थे कि उसमें हम ठीक से खड़े भी नहीं हो सकते थे। यहां हमें रात भी गुजारनी थी। कंबल, मैट्रेसेस कुछ भी नहीं थे।
अवंतिका बात करते- करते कहती हैं, “मैं आपको वीडियो भेजती हूं, आपको समझ में आ जाएगा कि इंडियन एंबेसी आखिर हमारे साथ कर क्या रही है? इतनी भी जगह नहीं है कि कैंम्प में हम ठीक से बैठ सकें।”
सर्कुलर में जिन अफसरों के नाम और नंबर, उन पर एक्शन ले सरकार
कीव मेडिकल यूनिवर्सिटी की एक छात्रा ने वॉट्सऐप कॉल पर जवाब दिया, ‘हम भारतीय स्टूडेंट्स हैं। क्या हमें सुरक्षित निकालना एंबेसी की जिम्मेदारी नहीं है?
एंबेसी का काम क्या सिर्फ सर्कुलर जारी करना होता है, युद्ध जैसे हालात में मदद करना नहीं? स्टूडेंट्स को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। अफसरों ने मदद के नाम पर नोटिस जारी कर हाथ झाड़ लिए।’
यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गई इस छात्रा ने नाम न छापने की रिक्वेस्ट की। उसे डर था कि कहीं वह निशाने पर न आ जाए! उसने कहा, मेरे नाम से ज्यादा जरूरी यह सवाल है जो मैं पूछ रही हूं।
यूक्रेन में इंडियन एंबेसी के रोल पर क्या पूछताछ होगी? भारत सरकार को उन अधिकारियों को तलब करना चाहिए, जिनके नंबर हमारी मदद के लिए सर्कुलर में छापे गए थे। जिन्हें हमने सैकड़ों मैसेज भेजे, फोन किए। लेकिन हमें उनके रिप्लाई कभी नहीं मिले।
वॉट्सऐप कॉल पर मौजूद एक स्टूडेंट ने फोन दिखाते हुए कहा- ‘मैंने इस अधिकारी को सैकड़ों कॉल और मैसेज किए, लेकिन किसी का जवाब नहीं मिला। हां, सारे मैसेज पढ़े जरूर जा रहे थे।’ वह पूछती है कि एंबेसी का क्या रोल होता है?
हम रोमानिया बॉर्डर पहुंचे, यहां समझ आई सुकून की कीमत
कीव से निकलने से लेकर बॉर्डर तक करीब 900 किलोमीटर के सफर के बीच मेडिकल स्टूडेंट अवंतिका ने कहा, ‘अब हम घर पहुंच जाएंगे। इतने दिनों बाद पहली बार कुछ अच्छा मिला। यहां चौबीसों घंटे फ्रेश फूड है। मैट्रेस हैं, कंबल हैं। शेल्टर है। सबसे बड़ी चीज यहां सुकून है। लग रहा आज नींद आ जाएगी।