पाकिस्तान में ट्रेन हादसा:सिंध के डहारकी इलाके में 2 पैसेंजर ट्रेनें टकराईं; 40 की मौत, 50 से ज्यादा लोग घायल
हादसा घोटकी के पास रेती और डहारकी रेलवे स्टेशन के बीच सोमवार तड़के 3:45 बजे हुआ। अभी भी कई यात्री डैमेज हो चुकी बोगियों में फंसे हुए हैं। बोगियों को गैस कटर से काटकर फंसे हुए यात्रियों को निकाला जा रहा है।
पाकिस्तान में सोमवार सुबह एक बड़ा रेल हादसा हुआ। सिंध के डहारकी इलाके में दो ट्रेनें आपस में टकरा गईं। हादसे में 40 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है। 50 से ज्यादा लोग घायल हैं, इनमें से 20 की हालत गंभीर है। भिड़ंत मिल्लत एक्सप्रेस और सर सैय्यद एक्सप्रेस के बीच हुई। कई लोग बोगियों में फंसे हुए हैं। अफसरों के मुताबिक, मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है।
घोटकी के पास हुआ हादसा
हादसा घोटकी के पास रेती और डहारकी रेलवे स्टेशन के बीच तड़के 3:45 बजे हुआ। जानकारी के मुताबिक, मिल्लत एक्सप्रेस कराची से सरगोधा और सर सैयद एक्सप्रेस रावलपिंडी से कराची जा रही थी। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, मिल्लत एक्सप्रेस की बोगियां अनियंत्रित होकर दूसरी ट्रैक पर जा गिरीं। इससे सामने से आ रही सर सैयद एक्सप्रेस उससे टकरा गई। इस कारण बोगियों को काफी नुकसान हुआ।
चार घंटे तक रेस्क्यू टीम मौके पर नहीं पहुंची
हादसे के बाद चार घंटे तक ऑफिसर मौके पर नहीं पहुंचे। देर से पहुंची रेस्क्यू टीम ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। अभी भी कई यात्री डैमेज हो चुकी बोगियों में फंसे हुए हैं। बोगियों को गैस कटर से काटकर फंसे हुए यात्रियों को निकाला जा रहा है। उन्हें नजदीकी गांवों से पहुंची ट्रैक्टर-ट्रॉली से अस्पताल ले जाया जा रहा है। हादसे की वजह से इस रूट की ज्यादातर गाड़ियों की आवाजाही पर असर हुआ है।
आसपास के हॉस्पिटल्स में इमरजेंसी घोषित
घोटकी डिप्टी कमिश्नर उस्मान अब्दुल्ला ने बताया कि दोनों ट्रेनों की 13 से 14 बोगियां पटरी से उतर गई हैं। इनमें 6 से 8 पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं। इसलिए लोगों को रेस्क्यू करने में परेशानी हो रही है। हादसे के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाने के इंतजाम कर दिए गए हैं। घोटकी, डहारकी, ओबरो और मीरपुर मथेलो के अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है और डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को ड्यूटी पर बुलाया गया है।
भारी मशीनों की मदद से कर रहे रेस्क्यू
अब्दुल्ला ने कहा कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं, उन्हें बाहर निकालना रेस्क्यू टीम के सदस्यों और अधिकारियों के लिए एक चुनौती है। लोग अभी भी फंसे हुए हैं, उन्हें बाहर निकालने में भारी मशीनों का उपयोग करने में समय लगेगा।
मार्च में भी हुआ था हादसा
इससे पहले मार्च महीने में कराची एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का शिकार हो गई थी। ट्रेन लाहौर से निकली थी और सुक्कुर प्रांत में इसके 8 कोच पटरी से उतर गए थे। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 के करीब यात्री घायल हुए थे।