तालिबानी हुकूमत LIVE:दोहा से अलग-अलग विमानों में दिल्ली लाए गए 146 भारतीय; इन्हें कल काबुल से कतर ले जाया गया था
नई दिल्ली। दिल्ली एयरपोर्ट पर एक और विमान भारतीयों को लेकर पहुंचा है। एयर इंडिया की फ्लाइट AI972 इन्हें लेकर आई है। इससे पहले कतर एयरवेज की फ्लाइट QR578 रविवार रात 1.55 बजे 30 भारतीयों को लेकर दोहा से दिल्ली पहुंची है। कुल 146 भारतीय पहुंच गए हैं। इन सभी लोगों को रविवार को अफगानिस्तान से रेस्क्यू कर कतर की राजधानी दोहा लाया गया था। कतर में स्थित भारतीय दूतावास ने रविवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी थी।
रविवार को लौटे थे 168 लोग
रविवार को भारत ने एयरफोर्स के विमान में 168 लोगों को अफगानिस्तान से निकाला। इसमें 107 भारतीय थे। इनके अलावा पिछले कुछ दिनों में अमेरिका और NATO ने जिन 135 भारतीयों को काबुल से कतर पहुंचाया था, उनकी भी वतन वापसी हुई है।
काबुल से 329 भारतीयों की वतन वापसी हुई
काबुल से भारतीयों के निकलने का सिलसिला जारी है। रविवार को तीन विमानों से 390 लोग भारत लौटे, इनमें 329 भारतीय हैं। एयरफोर्स के C-17 एयरक्राफ्ट से 168 लोगों की वापसी हुई, इनमें 107 भारतीय और 23 अफगानी सिख और हिंदू शामिल हैं।
ये विमान गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर पहुंचा था। इससे पहले एयर इंडिया के विमान से 87 भारतीयों और 2 नेपालियों को भारत लाया गया था। वहीं एक दूसरी फ्लाइट से 135 लोगों की वापसी हुई है।
पंजशीर में लड़ाई जारी
अफगानिस्तान के 34 में से 33 प्रांत तालिबान के कब्जे में आ गए हैं। रह गया है तो सिर्फ पंजशीर, जिसे कब्जाने के लिए तालिबान और पंजशीर के लड़ाकों के बीच लड़ाई चल रही है। इसे लेकर खबरें आ रही थीं कि पंजशीर के लड़ाकों ने तालिबान पर रास्ते में घात लगाकर हमला किया। इस हमले में तालिबान के 300 लड़ाकों को मार दिया गया है। इस खबर को तालिबाने ने गलत बताया है। तालिबान का दावा है कि उसने पंजशीर के दो जिलों पर कब्जा कर लिया है।
इधर खबर ये भी है कि अफगानिस्तान में कब्जा करने के एक सप्ताह बाद तालिबान जल्द सरकार बनाने की घोषणा कर सकता है। इसके साथ नए राष्ट्रपति के नाम का ऐलान भी किया जा सकता है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने टोलो न्यूज से कहा कि नई सरकार के गठन को लेकर अफगानिस्तान के नेताओं से बातचीत जारी है। जल्द इसकी घोषणा की जाएगी।
बाइडेन ने कहा- 36 घंटे में 11 हजार लोगों को निकाला
अफगानिस्तान से लोगों को निकाले जाने का सिलसिला जारी है। तालिबान के डर के बीच रोजाना कई देशों के एयरक्राफ्ट लोगों को सुरक्षित स्थानों तक ले जा रहे हैं। रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका ने 36 घंटे में 11,000 लोगों को निकाला है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट पर सेफ जोन बढ़ाया है। इसमें तालिबान ने उनकी मदद की है।
बाइडेन ने यह भी कहा कि- ऐसा कोई तरीका ही नहीं था कि जिससे इतने लोगों को बिना तकलीफ और नुकसान के काबुल से निकाला जा सकता था। आप लोग जो दिल दुखाने वाली तस्वीरें देख रहे हैं, यह होना ही था। मेरा दिल इन लोगों को देखकर दुखता है। लेकिन आखिर में, सवाल यही है कि अगर हम अभी अफगानिस्तान नहीं छोड़ते तो कब छोड़ते?
उन्होंने यह भी कहा कि वह सैन्य अधिकारियों से इस बारे में चर्चा कर रहे हैं कि अफगानिस्तान में लोगों को बचाने के मिशन को 31 अगस्त की डेडलाइन से आगे बढ़ाया जाए।