ट्रम्प का काफिला / सुरक्षा का चलता-फिरता किला: दुनिया के सबसे सुरक्षित विमान एयरफोर्स वन से लेकर 11 करोड़ रु की ‘बीस्ट’

पांच सी-17 ग्लोबमास्टर हरक्यूलिस मालवाहक विमानों में आए हेलिकाप्टर, कारें और सुरक्षा उपकरण सुरक्षा ऐसी की परिंदे का पर मारना भी संभव नहीं, खर्च बेइंतहा लेकिन अमेरिकी परंपरा का हिस्सा

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नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति के नाते विश्व के सबसे ताकतवर व्यक्ति डोनाल्ड ट्रम्प के 36 घंटे के भारत दौरे की तैयारियों और इस पर होने वाले खर्च को लेकर कोई भी व्यक्ति दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हो सकता है। मामला चूंकि एक ध्रुवीय विश्व में पावर प्रोजेक्शन का है, इसलिए अमेरिकी प्रशासन इन दौरों के खर्च के आधिकारिक आंकड़ों को जारी नहीं करता। फिर भी राष्ट्रपति की शानो-शौकत और सुरक्षा-परिवहन उपकरणों के आवागमन पर होने वाला खर्च दुनिया के बड़े-बड़े नेताओं के लिए भी रश्क का कारण हो सकता है।

भारत यात्रा के दौरान ट्रम्प अपने विशेष विमान एयरफोर्स वन में तो आएंगे ही, साथ ही कुछ किलोमीटर की जमीनी और हवाई यात्राओं के लिए उनकी विशेष कार बीस्ट और मरीन वन हेलिकाप्टर भी विशेष मालवाहक विमानों के जरिए सात समंदर पार करके भारत पहुंचने की प्रक्रिया में हैं। यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति अपने वाहनों के अलावा कोई अन्य वाहन इस्तेमाल नहीं करते। सुरक्षा और खुफिया तंत्र के तमाम उपकरण भी पांच सी-17 ग्लोबमास्टर हरकुलिस मालवाहक विमानों के जरिए भारत पहुंच गए हैं। एक नजर ट्रम्प के काफिले की खूबियों पर…


एयरफोर्स वन: विश्व के सबसे सुरक्षित कहे जाने वाले इस बोइंग 747-200बी शृंखला के विमान को चलता फिरता व्हाइट हाउस या सर्वसुविधा युक्त शहर कहना ज्यादा मुनासिब होगा। ऐसा कोई काम या सुविधा नहीं, जो इस विमान में न हो। आधुनिकतम सुरक्षा और संचार साधनों के अलावा हवा में ईंधन भरने की क्षमता के कारण यह कई घंटे लगातार हवा में रह सकता है, वह भी रेंज की समस्या के बिना। विमान में राष्ट्रपति के लिए कार्यालय, विश्राम कक्ष और जरूरत पडने पर सर्वसुविधा युक्त ऑपरेशन थिएटर तक की सुविधा है। यह विमान अकेला नहीं उड़ता। दुश्मन को धोखा देने के लिए हूबहू दूसरा विमान भी हवा में रहता है।

मरीन वन हेलिकाप्टर: मिसाइल चेतावनी प्रणाली, हर तरह के हमलों से बचाव कर सकने में सक्षम और संचार की सभी सुविधाओं से लैस यह विशेष सर्कोजी हेलिकाप्टर छोटी हवाई यात्राओं के लिए ट्रम्प का आधिकारिक वाहन है। 225 किमी प्रति घंटा की स्पीड वाला यह हेलिकाप्टर तीन में से एक इंजन खराब होने के बावजूद भी उड़ान भरने में सक्षम है। इसमें 14 यात्री बैठ सकते हैं। दुश्मन को भ्रम में रखने के लिए हूबहू ऐसा ही दूसरा हेलिकाप्टर भी साथ उड़ता है।

बीस्ट : 15 लाख डॉलर (करीब 11 करोड़ रुपए) कीमत वाली ऐसी दो कैडिलेक लिमोजिन कारें राष्ट्रपति की आधिकारिक सवारी हैं। सभी सुरक्षा और संचार उपकरणों से लैस यह कार परमाणु-रासायनिक हमले तक से बचाव करने में सक्षम है। दोनों में से राष्ट्रपति किस कार में सवार होंगे, यह अंतिम समय पर सीक्रेट सर्विस के एजेंट ही तय करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति दुनिया के किसी भी हिस्से में जमीनी यात्रा इसी कार से करते हैं और दुनियाभर में इसका नंबर अमेरिकी ही रहता है।

शेवरले सब अर्बन : पूरी तरह बुलेट प्रूफ यह कार अमेरिकी राष्ट्रपति की कार के ठीक पीछे रहती है। इसमें राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात सीक्रेट सर्विस के एजेंट और डॉक्टर तमाम आधुनिकतम हथियारों, सुरक्षा उपकरणों और चिकित्सा उपकरणों के साथ मुस्तैद रहते हैं।

रोड रनर : काफिले को निर्बाध, सुरक्षित संचार प्रणालियां और जैमर सुविधा देने का काम इस विशेष वाहन का है। सीधे और छोटे एंटीना व डोम के जरिए यह राष्ट्रपति और उनकी टीम को उपग्रह के जरिए सभी तरह के ऑडियो-वीडियो संचार की सुविधा मुहैया कराता है, वह भी सांकेतिक भाषा में।

सपोर्ट वाहन: इसमें कैबिनेट के सहयोगियों की कारों के अलावा डॉक्टरों की सर्वसुविधा युक्त एंबुलैंस और अग्रिनशमन दस्ते के वाहन शामिल हैं। इसमें एक रक्षा ट्रक विशेष रूप से मौजूद होता है, जो किसी भी परमाणु, रासायनिक और जैव हमले का जवाब देने में सक्षम है।

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