भारत-चीन के रक्षा मंत्री रूस में मिले:चीन की पहल पर राजनाथ और जनरल फंग्हे के बीच बातचीत जारी, 4 महीने से जारी तनाव के बीच रक्षा मंत्रियों की यह पहली मुलाकात
राजनाथ सिंह ने एससीओ की रीजनल एंटी-टेररिज्म स्ट्रक्चर (RATS) के काम को सराहा रूस ने पाकिस्तान को किसी भी तरह के हथियार की सप्लाई नहीं करने की अपनी पॉलिसी दोहराई
एससीओ समिट में शामिल होने रूस दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ ने शुक्रवार को चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंग्हे से मुलाकात की। चीन की ओर से रक्षा मंत्रियों की मुलाकात की पहल की गई थी। लद्दाख में भारत-चीन के बीच करीब चार महीने से जारी तनाव के बीच दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की यह पहली मुलाकात है।
इससे पहले राजनाथ ने मॉस्को एससीओ-सीएसटीओ-सीआईएस मेंबर्स की ज्वाइंट मीटिंग को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन (एससीओ) रीजन में सुरक्षा और स्थिरता के लिए भरोसे का माहौल, गैर-आक्रामकता, इंटरनेशनल नियमों का सम्मान और मतभेदों का शांतिपूर्ण समाधान बेहद जरूरी है।
राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि आज मैं फिर से दोहराता हूं कि भारत ग्लोबल सिक्योरिटी आर्किटेक्चर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हमें आतंकवाद, ड्रग ट्रैफिकिंग जैसे खतरों से निपटने के लिए संस्थागत क्षमता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैं हमारे प्रधानमंत्री के विचारों को दूसरी तरह से कहूं, तो हमार मकसद सुरक्षा और सभी का विकास है।
रक्षा मंत्री ने RATS को सराहा
राजनाथ सिंह ने एससीओ की रीजनल एंटी-टेररिज्म स्ट्रक्चर (RATS) के काम को सराहा। रक्षा मंत्री ने कहा कि हम साइबर डोमेन में कट्टरपंथ और उग्रवाद के प्रसार को रोकने के लिए RATS के हाल के कामों की प्रशंसा करते हैं। चरमपंथी प्रचार और डी-रैडिकलाइजेशन का मुकाबला करने के लिए एससीओ परिषद द्वारा आतंकवाद विरोधी उपायों को अपनाना बेहद अहम फैसला है।
अफगानिस्तान के सुरक्षा हालातों पर चिंता जाहिर की
रक्षा मंत्री ने पर्शियन गल्फ रीजन के हालातों पर चिंता जाहिर की। अफगानिस्तान के हालात पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति अब भी चिंता का सबब बनी हुई है। उन्होंने कहा कि शांति प्रक्रिया में भारत अफगानिस्तान के लोग और उनकी सरकार का समर्थन करता रहेगा।
पाकिस्तान को हथियार सप्लाई नहीं करने की पॉलिसी दोहराई
इससे पहले राजनाथ सिंह ने रूस के रक्षा मंत्री जनरल सरगे शोइगू से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान रूस ने पाकिस्तान को किसी भी तरह के हथियार की सप्लाई नहीं करने की अपनी पॉलिसी दोहराई। मीटिंग में भारत के अनुरोध पर रूस ने इस बारे में अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।