पोप की हालत गंभीर, किडनी फेल होने के लक्षण:ऑक्सीजन दी जा रही, प्लेटलेट्स भी घटीं; दुनियाभर में प्रार्थनाओं का दौर जारी

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पोप फ्रांसिस की हालत गंभीर बनी हुई है। कैथलिक चर्च के हेडक्वॉर्टर वेटिकन के मुताबिक पोप की ब्लड टेस्ट रिपोर्ट में किडनी फेल होने के लक्षण दिख रहे हैं। साथ ही प्लेटलेट्स की कमी का भी पता चला है।

वेटिकन प्रेस ऑफिस ने कहा कि पोप को शनिवार रात से अस्थमा का कोई अटैक नहीं आया है, लेकिन अभी भी ऑक्सीजन का हाई फ्लो दिया जा रहा है।

दुनियाभर में पोप फ्रांसिस की सेहत में सुधार के लिए प्रार्थना जारी है। पोप ने X पर पोस्ट करके प्रार्थनाओं के लिए उनको धन्यवाद किया।

कैथलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस (88 साल) फेफड़ों में इन्फेक्शन के कारण 14 फरवरी को रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका निमोनिया और एनीमिया का इलाज भी चल रहा है।

डॉक्टरों ने 21 फरवरी को उन्हें खतरे से बाहर बताया था और कहा था कि उनकी हालत में सुधार हो रहा है। अगले दिन अस्थमा अटैक के बाद पोप की हालत गंभीर हो गई थी।

पोप फ्रांसिस के लिए प्रार्थना की 5 तस्वीरें…

लोग रोम में जेमेली अस्पताल के बाहर पोप के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
लोग रोम में जेमेली अस्पताल के बाहर पोप के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
अस्पताल के बाहर पोप जॉन पॉल सेकेंड की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करते लोग।
अस्पताल के बाहर पोप जॉन पॉल सेकेंड की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करते लोग।
पोप ने X पर पोस्ट में लिखा है कि मैं बच्चों की भेजी चिट्ठियों और फोटोज से प्रभावित हुआ हूं।
पोप ने X पर पोस्ट में लिखा है कि मैं बच्चों की भेजी चिट्ठियों और फोटोज से प्रभावित हुआ हूं।
पोप जॉन पॉल द्वितीय की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करता एक व्यक्ति।
पोप जॉन पॉल द्वितीय की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करता एक व्यक्ति।
वेटिकन में पोप फ्रांसिस की जगह आर्कबिशप रिनो फिस्चिला ने रविवार की प्रार्थना कराई।
वेटिकन में पोप फ्रांसिस की जगह आर्कबिशप रिनो फिस्चिला ने रविवार की प्रार्थना कराई।

जानिए पिछले 1 हफ्ते में क्या हुआ…

  • 17 फरवरी वेटिकन प्रेस ऑफिस ने कहा- पोप को सांस नली में पॉलीमाइक्रोबियल इन्फेक्शन है। इसकी वजह से उनके मेडिकल ट्रीटमेंट में बदलाव करना पड़ा है।
  • 18 फरवरी बयान में कहा गया- दोनों फेफड़ों में निमोनिया होने के बावजूद पोप फ्रांसिस अच्छे मूड में हैं।
  • 19 फरवरी बताया गया- पोप की हालत गंभीर बनी हुई है। पोप अस्पताल से ही काम कर रहे हैं।
  • 20 फरवरी पोप के अंतिम संस्कार के रिहर्सल की खबरें सामने आईं। इसके बाद वेटिकन प्रेस ऑफिस ने बताया कि पोप की हालत स्थिर है। उनके ब्लड टेस्ट में थोड़ा सुधार दिखाई दे रहा है। CNN ने एक सोर्स के हवाले से बताया कि पोप अपने बेड से उठकर अस्पताल के कमरे में कुर्सी पर बैठने की हालात में हैं।
  • 21 फरवरी पोप का ऑपरेशन कर चुके डॉ सर्जियो अल्फीरी से पूछा गया कि क्या पोप खतरे से बाहर हैं तो उन्होंने न में जवाब दिया। उन्होंने कहा- दोनों दरवाजे खुले हैं, लेकिन तत्काल मौत होने का खतरा नहीं है। इलाज में वक्त लगेगा। उन्हें अगले हफ्ते भी अस्पताल में रहना पड़ सकता है।
  • 22 फरवरी अस्थमा अटैक के बाद पोप की हालत एक बार फिर गंभीर हो गई। एक दिन पहले की तुलना में दर्द बढ़ गया। एनीमिया के इलाज के लिए खून चढ़ाया गया।
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