कोरोना काल में मोदी का दूसरा विदेश दौरा: QUAD की मीटिंग में 24 सितंबर को अमेरिका पहुंचेंगे प्रधानमंत्री, 25 को संयुक्त राष्ट्र की महासभा में भाषण देंगे

समिट में 12 मार्च को हुई क्वाड की वर्चुअल बैठक तय किए गए एजेंडों की तरक्की पर बात की जाएगी। इसके अलावा कोविड-19, जलवायु परिवर्तन, नई तकनीकें, साइबरस्पेस और इंडो-पैसेफिक क्षेत्र को मुक्त रखने जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर फोकस किया जाएगा। ऐसा पहली बार है, जब चारों देश एक साथ इन पर्सन बैठक करने जा रहे हैं। कोरोनाकाल में प्रधानमंत्री मोदी का यह दूसरा विदेश दौरा है।

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नई दिल्ली। क्वाड देश अब चीन के खिलाफ लामबंद होना शुरू हो गए हैं। अमेरिका में 24 सितंबर को क्वाड की पहली इन-पर्सन (जिसमें नेता मौजूद रहेंगे) समिट होने जा रही है। वॉशिंगटन में होने वाली इस समिट की मेजबानी पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन करेंगे। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलियाई PM स्कॉट मॉरीसन और जापानी PM योशिहिदे सुगा भी शामिल होंगे। मोदी 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र की महासभा में भाषण भी देंगे।

समिट में 12 मार्च को हुई क्वाड की वर्चुअल बैठक तय किए गए एजेंडों की तरक्की पर बात की जाएगी। इसके अलावा कोविड-19, जलवायु परिवर्तन, नई तकनीकें, साइबरस्पेस और इंडो-पैसेफिक क्षेत्र को मुक्त रखने जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर फोकस किया जाएगा। ऐसा पहली बार है, जब चारों देश एक साथ इन पर्सन बैठक करने जा रहे हैं। कोरोनाकाल में प्रधानमंत्री मोदी का यह दूसरा विदेश दौरा है।

6 पॉइंट में समझिए, पिछली बैठक में क्या हुआ था
1. चीन पर नकेल कसेंगे क्वाड देश
पिछली क्वाड बैठक 12 मार्च 2021 को वर्चुअली हुई थी। यह क्वाड की पहली बैठक थी। इसमें चीन को कई मोर्चों पर घेरने की रणनीति बनाई गई थी। चीन की वैक्सीन पॉलिसी को काउंटर करने के लिए अमेरिका ने गरीब देशों को वैक्सीन सप्लाई करने पर सहमति जताई थी।

2. वैक्सीन प्रोडक्शन बढ़ाने पर बनी थी सहमति
चारों देशों ने वैक्सीन बनाने के अपने संसाधनों को साझा करने पर सहमति जताई थी। इसका मतलब यह है कि चारों देशों के पास वैक्सीन बनाने की जो क्षमताएं हैं, उन्हें और बढ़ाया जाएगा।

3. बैठक में PM मोदी ने क्या कहा था
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि क्लाइमेट चेंज हमारी प्राथमिकता में सबसे ऊपर है। हम साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने, धर्मनिरपेक्ष, स्थिर और समृद्ध इंडो पैसिफिक के लिए मिलकर काम करेंगे। मैं इस पॉजिटिव विजन को भारत के प्राचीन दर्शन ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के विस्तार के रूप में देखता हूं।

4. बाइडेन ने कहा था- नया मैकेनिज्म लाएंगे
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि US इंडो पैसेफिक में सभी सहयोगियों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा था कि अमेरिका क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों से निपटने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए एक नया मैकेनिज्म लाने जा रहे हैं।

5. ऑस्ट्रेलियाई PM ने नमस्ते से शुरू किया था भाषण
ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने ‘नमस्ते’ के साथ अपने भाषण की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा था कि 21वीं सदी में इंडो-पैसिफिक एरिया ही दुनिया की तकदीर का फैसला करेगा। इसके लिए इस रीजन के कई देशों को साथ आकर काम करना होगा।

6. जापानी PM ने कहा था- क्वाड से भावनात्मक जुड़ाव
इस मीटिंग में जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने कहा कि क्वाड को लेकर मैं इमोशनल हूं। हमारा कमिटमेंट फ्री हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर है। हम इस इलाके में शांति और स्थिरता चाहते हैं। इसके लिए चारों देशों का साथ जरूरी है।

क्या है QUAD?
QUAD का पूरा नाम क्वाड्रिलेट्रेल सिक्योरिटी डायलॉग है। ये भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान का एक अनऑफिशियल स्ट्रेटेजिक ग्रुप है। इसका गठन 2007 में हुआ था। 2008 में ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन प्रधानमंत्री केविन रूड ग्रुप से हट गए थे। तब से ग्रुप एक्टिव नहीं था। चीन के बढ़ते वर्चस्व को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अगुवाई में यह ग्रुप फिर से एक्टिव हुआ।

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