आतंक / भारतीय सेना से लड़ने के लिए कश्मीरियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी गई थी: मुशर्रफ
पाकिस्तानी राजनेता फरहतुल्ला बाबर ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के इंटरव्यू का वीडियो शेयर किया मुशर्रफ ने कहा- ओसामा बिन लादेन और जलालुद्दीन हक्कानी जैसे आतंकी पाकिस्तान के हीरो थे, अब ये विलेन बन गए ‘90 के दशक में कश्मीर के नागरिक भागकर पाकिस्तान आए, वे ही आगे चलकर लश्कर-ए-तैयबा जैसे बने’
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने माना कि भारतीय सेना से लड़ने के लिए कश्मीरियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी जाती थी। उन्होंने कहा कि ओसामा बिन लादेन और जलालुद्दीन हक्कानी जैसे आतंकी पाकिस्तान के हीरो थे। मुशर्रफ के इंटरव्यू का वीडियो बुधवार को पाकिस्तानी राजनेता फरहतुल्ला बाबर ने ट्विटर पर शेयर किया। मुशर्रफ ने यह इंटरव्यू कब दिया था, इसकी जानकारी नहीं है।
मुशर्रफ ने कहा, ‘‘1979 से बहुत कुछ बदलता चला आ रहा है। हमने पाकिस्तान के हक में कट्टरपंथियों को बढ़ावा दिया। हम पूरी दुनिया से मुजाहिदीन लेकर आए। हमने तालिबान को ट्रेनिंग दी। उन्हें हथियार दिए। तालिबान, हक्कानी, जवाहिरी और ओसामा बिन लादेन हमारे हीरो थे। अब माहौल बदल गया। ये हीरो अब विलेन बन गए।’’
Gen Musharraf blurts that militants were nurtured and touted as 'heroes' to fight in Kashmir. If it resulted in destruction of two generations of Pashtuns it didn't matter. Is it wrong to demand Truth Commission to find who devised self serving policies that destroyed Pashtuns? https://t.co/5Q2LOvl3yb
— Farhatullah Babar (@FarhatullahB) November 13, 2019
धार्मिक कट्टरपंथी ही आतंकियों में बदल गए
मुशर्रफ ने कहा, ‘‘1990 के दशक में कश्मीर में आजादी की लड़ाई शुरू हुई थी। वहां के नागरिक भागकर पाकिस्तान आ रहे थे। हमने उन्हें हीरो बताते हुए भारतीय सेना से लड़ने के लिए ट्रेनिंग दी। वे ही आगे चलकर लश्कर-ए-तैयबा जैसे बने। ये पहले धार्मिक कट्टरपंथी हुआ करते थे, जो अपने हक के लिए लड़ते थे। अब ये आतंकियों में बदल गए हैं।’’