पाकिस्तान ने कहा-सभी विद्रोही ढेर, कुछ बंधकों की भी मौत:बलूच लड़ाकों का दावा- 60 और पाकिस्तानी सैनिक मारे, आंकड़ा 100 से ज्यादा

पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने बुधवार देर 9:30 बजे दावा किया कि ट्रेन हाईजैक गतिरोध खत्म हो गया। सुरक्षाबलों ने सभी 33 बलूच लड़ाकों को मार गिराया है। इस ऑपरेशन में कुछ बंधक भी मारे गए हैं।
उधर, बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने कहा कि उसने आज 60 पाकिस्तानी सैनिकों को मार दिया है, इससे पहले मंगलवार को 40 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या की थी। अब तक 100 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिक मारे जा चुके हैं।
BLA का दावा है कि अब भी 150 बंधक उसकी कैद में हैं। अगर अगले 20 घंटे में पाकिस्तान सरकार ने बलूच कैदियों को रिहा नहीं किया तो इन सभी लोगों को भी मार दिया जाएगा। ट्रेन हाईजैक पर पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि हमारे सैनिकों ने कई विद्रोहियों को नरक भेज दिया है।

10 पाइंट्स में समझिए अब तक क्या क्या हुआ…
- बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने कल दोपहर 1 बजे बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर 450 यात्रियों को बंधक बनाया।
- BLA ने जेल में बंद बलूच कार्यकर्ताओं, राजनैतिक कैदियों, गायब लोगों, लड़ाकों और अलगाववादियों की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
- हमले के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तानी सेना ने पैसेंजर्स की रिहाई के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लड़ाकों पर ड्रोन और हेलिकॉप्टर से हमला किया।
- पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हम ऐसे जानवरों से कोई समझौता नहीं करेंगे, जिन्होंने बेकसूर यात्रियों पर गोलीबारी की।
- पाकिस्तानी सेना ने सुबह 150 बंधकों को छुड़ाने की बात कही, शाम होते तक 190 बंधकों को रिहा करने की बात कही।
- सेना के अफसर ने बताया विद्रोही विस्फोटक से लदे आत्मघाती जैकेट पहने हुए हैं, इससे बाकी बंधकों को रिहा कराने में मुश्किल हो रही है।
- पाक सरकार की तरफ से 200 ताबूक क्वेटा भेजे गए। बताया गया कि ये ताबूत प्रोटोकॉल के तहत भेजे गए हैं।
- BLA ने दावा किया कि हमले में 100 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। हालांकि सेना ने अब तक इतनी मौतों की पुष्टि नहीं की।
- प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मारे गए लोगों के लिए संवेदना जाहिर की। बताया कि इस ऑपरेशन में दौरान दर्जनों आतंकवादी मारे गये हैं।
- पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि सभी 33 बंधक मारे गए हैं और सभी बंधकों को रिहा करा लिया गया है।
लड़ाकों की कैद से रिहा पैसेंजर्स की तस्वीर…







बंधकों की आपबीती- पहचान पत्र चेक किए, ऐसा लगा जैसे कयामत आ गई
- जाफर एक्सप्रेस के यात्री नूर मुहम्मद ने बताया, ‘विस्फोट के बाद भीषण गोलीबारी हुई और हमें अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा।’
- एक महिला ने बताया, ‘हम ट्रेन में बैठे थे, तभी अचानक धमाका हुआ और हमें बाहर निकलने का आदेश दिया गया। हमले के बाद हमें दो घंटे तक पैदल चलना पड़ा।’
- यात्री मुहम्मद अशरफ ने इस दृश्य को भयावह बताया। ऐसा लगा जैसे कयामत आ गई हो। हर जगह दहशत का माहौल था। हमलावरों ने महिलाओं या बुजुर्ग यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। हमलावरों की संख्या 100 से अधिक थी।
BLA ने बलूच लड़ाके बोले- ये हमारे हक की लड़ाई BLA की तरफ से एक ऑडियो भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि यह इंसाफ और जिंदा रहने की लड़ाई है। हम ट्रेन हाईजैक के इस ऑपरेशन में शामिल हुए हैं क्योंकि यह हमारे हक की लड़ाई है।
हम बलूच लोगों से कहना चाहते हैं कि वह इस संघर्ष में शामिल हो और इसका हिस्सा बने। हम ये लड़ाई आपके लिए लड़ रहे हैं। आज हमने इस ट्रेन को हाईजैक किया। हमारे साथ आपके लिए और इस जमीन के लिए अपना खून बहा रहे हैं। हालांकि अभी तक इस ऑडियो की पुष्टि नहीं हुई है।
चीन बोला- पाकिस्तान के साथ सुरक्षा सहयोग मजबूत करने को तैयार चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने बलूचिस्तान में ट्रेन पर हमले का निंदा की है। उन्होंने कहा है कि चीन किसी भी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है। हम आतंकवाद से लड़ने और इलाके में स्थिरता बनाए रखने के लिए पाकिस्तान का समर्थन जारी रखेंगे।
माओ ने कहा कि चीन पाकिस्तान के साथ आतंकवाद विरोधी और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए काम करने को तैयार है।
बलूचिस्तान के बोलान जिले में हुआ हमला जाफर एक्सप्रेस मंगलवार सुबह 9 बजे क्वेटा से पेशावर के लिए चली थी। इसके सिबि पहुंचने का टाइम 1.30 बजे था। इससे पहले ही दोपहर करीब 1 बजे बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में बलूच लिबरेशन आर्मी ने गुडालार और पीरू कुनरी के बीच इस हमले को अंजाम दिया। यह पहाड़ी इलाका है, जहां 17 सुरंगें हैं, इसके चलते ट्रेन को धीमी स्पीड पर चलाना पड़ता है। इसका फायदा उठाकर BLA ने ट्रेन पर हमला किया।
सबसे पहले बलूच आर्मी ने माशकाफ में टनल नंबर-8 में रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। इससे जाफर एक्सप्रेस डिरेल हो गई। इसके बाद BLA ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में ट्रेन का ड्राइवर भी घायल हुआ।
इस ट्रेन में सुरक्षाबल, पुलिस और ISI के एजेंट्स सफर कर रहे थे। सभी पंजाब जा रहे थे। इन्होंने BLA के हमले का जवाब दिया, लेकिन BLA ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया। इस दौरान कई सुरक्षाकर्मी मारे गए।
घटना की जानकारी मिलने पर पाकिस्तान आर्मी ने BLA पर जमीनी फायरिंग की और हवा से बम भी बरसाए, लेकिन BLA लड़ाकों ने किसी तरह आर्मी के जमीनी ऑपरेशन को रोक दिया।
पिछले साल 25 और 26 अगस्त 2024 की आधी रात BLA ने इस ट्रेन के रूट में कोलपुर और माच के बीच एक ब्रिज को उड़ा दिया था। इसके चलते ट्रेन की सर्विस रोक दी गई थी। 11 अक्टूबर 2024 से ट्रेन सर्विस फिर से शुरू हो गई थी।
पाकिस्तानी मंत्री बोले- ये कायर लड़ाके हैं पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने मंगलवार रात को बताया था कि सिक्योरिटी फोर्सेज ने कुछ यात्रियों को रिहा करा लिया है। कई लोगों को ट्रेन से उतारकर पहाड़ी इलाकों में ले जाया गया है। BLA के लड़ाके महिलाओं और बच्चों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सेना के सैनिक सावधानी से काम कर रहे हैं, क्योंकि इसमें लोगों की जान जाने का खतरा है। ऑपरेशन अभी भी जारी है। ये लड़ाके कायर हैं। वे आसान टारगेट चुनते हैं और छिपकर हमला करते हैं।
पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हम ऐसे जानवरों से कोई समझौता नहीं करेंगे, जिन्होंने बेकसूर यात्रियों पर गोलीबारी की। पाकिस्तानी सेना ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने हमले की निंदा की है। साथ ही बलूच लड़ाकों से बंधकों की रिहाई के लिए कहा है।

BLA ने कहा- कत्ल-ए-आम की जिम्मेदार पाकिस्तानी सेना की होगी
मंगलवार को BLA ने बयान जारी कर कहा कि हमारे लड़ाकों ने माशकाफ, धादर और बोलान में इस ऑपरेशन को प्लान किया। हमने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया, जिसकी वजह से जाफर एक्सप्रेस को रुकना पड़ा। इसके बाद हमारे लड़ाकों ने इस ट्रेन पर कब्जा कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया।
बंधकों में पाकिस्तानी सेना, पुलिस, एंटी-टेररिज्म फोर्स (ATF) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के एक्टिव ड्यूटी कर्मचारी शामिल हैं, जो पंजाब जा रहे थे। हमने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को छोड़ दिया है और सिर्फ पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के कर्मियों को बंधक बनाया है।
इस ऑपरेशन का नेतृत्व BLA की फिदायीन यूनिट और मजीद ब्रिगेड कर रही है, जिन्हें फतेह स्क्वाड, STOS और जिराब इंटेलिजेंस विंग का समर्थन प्राप्त है। इन्होंने कहा कि अगर हमारे खिलाफ कोई मिलिट्री ऑपरेशन करने की कोशिश की गई तो हम सभी बंधकों को मार देंगे। इस कत्ल-ए-आम की जिम्मेदारी पाकिस्तानी सेना की होगी।
BLA ने हमला क्यों किया
BLA की प्रमुख मांग पाकिस्तान से अलग होकर बलूचिस्तान देश का गठन करना है। बलूचिस्तान से होकर चीन का CPEC प्रोजेक्ट गुजरता है। लगभग 500 अरब डॉलर वाले इस प्रोजेक्ट का बलूच आर्मी विरोध करती है।
उसका कहना है कि ग्वादर पोर्ट पर स्थानीय बलूच लोगों के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है। पिछले 4 साल में BLA के 76 हमलों में 1156 पाक फौजी मारे जा चुके हैं।
दो साल पहले भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था
16 फरवरी 2023 को भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई थी। ब्लास्ट तब हुआ था, जब ट्रेन चिचावतनी रेलवे स्टेशन को पार कर रही थी। हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली थी।
वहीं, पिछले साल 14 नवंबर 2024 को क्वेटा रेलवे स्टेशन पर ब्लास्ट में 26 लोगों की मौत हुई थी। 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। तब भी हमले की जिम्मेदारी मिलिटेंट ग्रुप बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली थी।