फ्रांस के राष्ट्रपति पर हमला:भीड़ से एक शख्स ने पहले इमैनुएल मैक्रों को रोका, फिर सरेआम जड़ा तमाचा; अब तक 2 गिरफ्तार

जैसे ही इस व्यक्ति ने राष्ट्रपति पर हमला किया तो उनके साथ मौजूद सिक्योरिटी एजेंट्स ने फौरन उस व्यक्ति को दबोच लिया और जमीन पर गिरा दिया। मैक्रों को दूर ले जाया गया। कुछ खबरों में कहा गया है कि मैक्रों को थप्पड़ लग नहीं पाया।

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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर मंगलवार दोपहर ड्रोम क्षेत्र में हमला हुआ। मैक्रों यहां लोगों से मुलाकात कर रहे थे। बीच में बैरिकेड भी था, तभी एक व्यक्ति ने उन्हें थप्पड़ मार दिया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस मामले में अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इसका वीडियो क्लिप भी सामने आया है। हमलावर ग्रीन शर्ट पहने था और उसने चेहरे पर मास्क भी लगाया हुआ था।

सिक्योरिटी गार्ड ने बचाया
जैसे ही इस व्यक्ति ने राष्ट्रपति पर हमला किया तो उनके साथ मौजूद सिक्योरिटी एजेंट्स ने फौरन उस व्यक्ति को दबोच लिया और जमीन पर गिरा दिया। मैक्रों को दूर ले जाया गया। कुछ खबरों में कहा गया है कि मैक्रों को थप्पड़ लग नहीं पाया।

वास्तव में हुआ क्या
फुटेज में नजर आता है कि मैक्रों भीड़ के पास से गुजर रहे हैं। उनके और लोगों के बीच बैरिकेड हैं। इस दौरान एक व्यक्ति उनसे कुछ कहने की कोशिश करता है। मैक्रों जैसे ही उनके पास जाते हैं, वो व्यक्ति उन्हें थप्पड़ मारता है। मैक्रों के सिक्योरिटी एजेंट्स उसे पकड़ लेते हैं। जानकारी के मुताबिक, हमलावर “हम मैक्रों से परेशान हैं” जैसे कुछ नारे लगा रहा था।

प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने घटना के फौरन बाद नेशनल असेंबली को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा- लोकतंत्र का मतलब बातचीत और बहस है। किसी भी मामले में हम हिंसा का समर्थन नहीं कर सकते। विपक्ष के नेता जीनलुक मैल्कन ने कहा- हम अपने राष्ट्रपति के साथ खड़े हैं। राष्ट्रपति के दौरे के कुछ दिन पहले ही इस क्षेत्र में 7 महीने बाद बार और रेस्टोरेंट्स खोले गए हैं। नाइट कर्फ्यू भी खत्म कर दिया गया है।

पूरे देश का दौरा कर रहे हैं मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति इन दिनों देशव्यापी दौरे पर हैं। इसका मकसद लोगों की नब्ज टटोलना माना जा रहा है। मंगलवार को हुई घटना के कुछ देर पहले उन्होंने एक हाईस्कूल का दौरा किया था। उनका लोगों से मिलने का कार्यक्रम नहीं था, लेकिन जब वे स्कूल से वापस जा रहे थे तब कुछ लोगों ने उन्हें आवाज लगाई। इसके बाद मैक्रों उनसे मिलने पहुंचे और तभी यह घटना हुई। फ्रांस में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। हालिया सर्वे में देखा गया कि कट्टरपंथी नेता मैरीन लिपेन मैक्रों से थोड़ा आगे चल रहे हैं। मैक्रों इसी बढ़त को खत्म करने के लिए देश का दौरा कर रहे हैं।

पिछले साल भी हुआ था अपमान
‘फ्रांस 24’ के मुताबिक, पिछले साल जुलाई में मैक्रों पत्नी ब्रिगेटी के साथ मध्य पेरिस के एक इलाके के दौरे पर गए थे। तब कुछ लोगों ने उन पर गलत कमेंट्स किए थे। मैक्रों 2017 में राष्ट्रपति चुनाव जीते थे। अब तक हमलावर के बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है।

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