भारत के बाद चीन की ताइवान में घुसपैठ:चीन के 18 फाइटर जेट्स ने ताइवान की सीमा में उड़ान भरी, जिनपिंग सरकार ने कहा- अमेरिका और ताइवान आग से न खेलें

चीन ने यह हरकत उस वक्त की जब अमेरिका के अंडर सेक्रेटरी कीथ क्रेच ताइवान में मौजूद थे साउथ चाइना सी में चीन छोटे देशों को धमका रहा है, अमेरिका बोला- ताइवान का साथ देने को तैयार

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चीन के 18 फाइटर जेट्स शुक्रवार शाम ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसे। इन फाइटर जेट्स ने कुछ मिनट तक यहां उड़ान भरी और बाद में लौट गए। बाद में चीन ने कहा- यह हमारी तरफ से अमेरिका और ताइवान को वॉर्निंग है। खास बात ये है कि जिस वक्त यह फाइटर जेट्स ताइवान के आकाश में उड़ान भर रहे थे, तब अमेरिका के अंडर सेक्रेटरी कीथ क्रेच ताइवान की राजधानी ताइपे में एक प्रोग्राम में मौजूद थे।

asian countries News : चीन के घुसपैठ से अलर्ट पर ताइवान, राष्ट्रपति ने लिया एयर डिफेंस मिसाइल बेस का जायजा - taiwan president tsai ing wen visits air defence missile base amid

चीन के फाइटर जेट्स जब ताइवानी सीमा से लौटे तो उसके कुछ देर बाद चीन के रक्षा मंत्रालय के एक सीनियर अफसर का बयान आया। कर्नल रेन गुओकियांग ने कहा- जो लोग आग से खेलने की कोशिश कर रहे हैं, वे जल जाएंगे। वहां के एक सरकारी थिंक टैंक ने कहा- हमारी तरफ से यह अमेरिका और ताइवान दोनों को वॉर्निंग है।

चीन अब भारत के बाद ताइवान में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा है। जून से लेकर अब तक चीन लद्दाख सीमा में घुसपैठ की कोशिश में लगा है। चीन द्वारा भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 10 हजार लोगों की जासूसी की खबरें सामने आई थीं।

अमेरिका ने जवाब नहीं दिया
दो महीने में यह दूसरा मौका है जब डोनाल्ड ट्रम्प ने किसी मंत्री स्तर के अफसर को ताइवान भेजा है। 1979 के बाद से अमेरिका का कोई बड़ा अफसर ताइवान नहीं जाता था। हालांकि, दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्ते हैं। चीन की इस हरकत पर अमेरिका ने अभी जवाब नहीं दिया।

गुरुवार को अमेरिका के अंडर सेक्रेटरी कीथ क्रेच ताइवान की राजधानी ताइपे पहुंचे। चीन ने अमेरिका को आगाह किया कि वो ताइवान से डिप्लोमैटिक और मिलिट्री रिलेशन न बढ़ाए। अमेरिका ने उसकी चेतावनी नजरअंदाज कर दी है। अमेरिका और ताइवान जल्द ही अरबों डॉलर की डिफेंस डील करने वाले हैं।
गुरुवार को अमेरिका के अंडर सेक्रेटरी कीथ क्रेच ताइवान की राजधानी ताइपे पहुंचे। चीन ने अमेरिका को आगाह किया कि वो ताइवान से डिप्लोमैटिक और मिलिट्री रिलेशन न बढ़ाए। अमेरिका ने उसकी चेतावनी नजरअंदाज कर दी है। अमेरिका और ताइवान जल्द ही अरबों डॉलर की डिफेंस डील करने वाले हैं।

अमेरिका खुलकर ताइवान के साथ
महामारी शुरू होने के बाद ताइवान की खाड़ी और साउथ चाइना सी में शी जिनपिंग सरकार छोटे देशों पर दबाव बढ़ा रही है। चीनी सरकार ताइवान को अपना हिस्सा मानती है। जबकि, ताइवान एक स्वतंत्र देश है। अमेरिका खुलकर ताइवान के साथ खड़ा हो गया है। दोनों देशों के बीच अरबों डॉलर की डिफेंस डील भी होने वाली है। कुछ महीनों में चीन ने ताइवान की हवाई और समुद्री सीमा का कई बार उल्लंघन किया है। लेकिन, पहली बार इतनी बड़ी संख्या में उसके फाइटर जेट्स ताइवान की सीमा में घुसे हैं।

ताइवान ने जवाबी तैयारी कर ली थी
जिस दौरान चीनी फाइटर जेट्स ताइवान के आकाश में पहुंचे, उसी वक्त ताइवान ने अपने एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को एक्टिव और हाई अलर्ट पर रखा। हालांकि, ताइवान की तरफ से जवाबी कार्रवाई का शक होने पर चीन के एयरक्राफ्ट्स फौरन लौट गए। बुधवार को भी चीन के दो फाइटर जेट्स ताइवान की हवाई सीमा में घुसपैठ कर चुके थे।

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