ईरान-पाक बॉर्डर के पास 9 पाकिस्तानियों की हत्या:बंदूकधारी ईरान के नागरिक; 12 दिन पहले दोनों देशों ने एक-दूसरे पर एयरस्ट्राइक की थी
ईरान-पाकिस्तान बॉर्डर के पास बंदूकधारियों ने 9 पाकिस्तानियों की गोली मारकर हत्या कर दी। ईरान में पाकिस्तान के राजदूत मुदस्सिर टीपू ने इसकी पुष्टि की है।
वहीं, ईरान के मीडिया मेहर न्यूज ने बताया कि हमलावर ईरानी थे। रिपोर्ट में कहा गया कि शनिवार को ईरानी हमलावरों ने सरवन शहर के सिरकन इलाके में एक घर के अंदर 9 लोगों की हत्या कर दी। फिलहाल किसी संगठन ने इस मामले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
यह घटना ईरान की तरफ से पाकिस्तान पर किए गए हमले के 12 दिन बाद हुई है। दरअसल, 16 जनवरी की रात पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ईरान ने मिसाइल और ड्रोन्स से हमला किया था। अगले ही दिन जवाब में पाकिस्तान ने ईरान में 48 किमी अंदर की एयरस्ट्राइक की थी। यह हमला सरवन शहर में हुआ था।
मारे गए 9 लोग मजदूर थे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मारे गए सभी पाकिस्तानी पंजाब और सिंध प्रांत के रहने वाले थे। वो एक ऑटो रिपेयर शॉप में काम करते थे। हमले में 3 लोगों के घायल होने की भी खबर है। वहीं, पाकिस्तान के राजदूत मुदस्सिर टीपू इस घटना पर कहा- ईरान में 9 पाकिस्तानियों की मौत से हैरान हूं। काउंसिल जाहिदान घटनास्थल पर रवाना हो चुके हैं। हम चाहते हैं कि ईरान जांच में हमारा सहयोग करे।
एक दिन पहले ईरान लौटे थे पाकिस्तानी राजदूत
पाकिस्तान ने ईरान की एयरस्ट्राइक के बाद वहां से राजदूत मुदस्सिर टीपू को वापस बुला लिया था। दोनों देशों में तनाव कम होने के बाद टीपू कल ही तेहरान पहुंचे थे। उन्होंने आज सुबह ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को धन्यवाद देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक ट्वीट किया था।
बलूचिस्तान में धारा 144
पाकिस्तान और ईरान ने एक-दूसरे के उन्हीं इलाकों में एयरस्ट्राइक की है, जहां बलोच बहुल आबादी रहती है। पाकिस्तान में बलोच कई महीनों से धरने पर बैठे हैं। इनका आरोप है कि उनके लोगों की गैर कानूनी हत्याएं की जा रही हैं। उनके लोगों को अगवा कर टॉर्चर किया जा रहा है। बलोच एक्टिविस्ट मामले की जांच के लिए ज्यूडिशियल कमिशन की मांग कर रहे हैं।
एयरस्ट्राइक को लेकर ईरान ने कहा था- सिर्फ आतंकी ठिकानों पर हमला किया
ईरान ने 16 जनवरी को हमला के बाद कहा था कि उसने पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश अल अदल के ठिकानों को निशाना बनाया था। इसके बाद ईरान के विदेश मंत्री अमीर अब्दोल्लाहियन ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी से फोन पर बात की थी।
उन्होंने कहा था- यह हमला सिर्फ आंतकी संगठन पर किया गया था। इस पर जिलानी ने कहा था कि किसी भी देश को इस तरह जोखिम वाले रास्ते पर नहीं चलना चाहिए। ईरान के हमले पर पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई का पूरा हक है।
PAK ने ईरान के खिलाफ ‘मार्ग बार सरमाचर’ ऑपरेशन चलाया था
ईरानी एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान एयरफोर्स ने 24 घंटे में ईरान पर हवाई हमले किए। पाकिस्तान ने ईरान में चलाए ऑपरेशन को ‘मार्ग बार सरमाचर’ नाम दिया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बताया था कि ऑपरेशन के तहत ईरान में बलूच लिबरेशन आर्मी के 7 ठिकानों पर हवाई हमले किए गए। इस दौरान कई आतंकियों को मार गिराया गया। एयरस्ट्राइक ईरान की सीमा में 48 किलोमीटर अंदर घुसकर की गई थी। पाकिस्तान की फौज ने बताया था कि हमले के लिए किलर ड्रोन्स, रॉकेट, गोले बारूद और कई दूसरे हथियारों का इस्तेमाल किया गया था।
ईरान ने पाकिस्तान पर हमला क्यों किया था…
ईरान एक शिया बहुल देश है, जबकि पाकिस्तान में करीब 95% लोग सुन्नी हैं। पाकिस्तान के सुन्नी संगठन ईरान का विरोध करते रहे हैं। इसके अलावा बलूचिस्तान का जैश अल अदल आतंकी संगठन ईरान की सीमा में घुसकर कई बार वहां की सेना पर हमले करता रहा है। ईरान की सेना को रिवॉल्यूशनरी गार्ड कहा जाता है।
ईरान सरकार कई बार पाकिस्तान को आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने की वॉर्निंग दे चुकी है। 2015 में पाकिस्तान और ईरान के रिश्ते बेहद खराब हो गए थे। तब ईरान के आठ सैनिक पाकिस्तान से ईरानी क्षेत्र में घुसे सुन्नी आतंकवादियों के साथ संघर्ष में मारे गए। यह आतंकी भी जैश अल अदल के थे।
तब ईरान सरकार ने कहा था- हमारी सीमा पर तैनात सैनिकों का पाकिस्तान से घुसे आतंकवादियों के साथ संघर्ष हुआ। हमारे आठ सैनिक शहीद हो गए। हम इस मामले में जवाबी कार्रवाई जरूर करेंगे।