मध्यप्रदेश / बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने 7 लोगों को लाठी-पत्थरों से पीटा; 1 की मौत, 6 गंभीर

उज्जैन से पांच खेत मालिक मजदूरों को एडवांस दिए गए रुपए लेने के लिए गए थे, तभी उनके बच्चा चोर होने की अफवाह उड़ी धार जिले के तिरला क्षेत्र के खड़किया गांव की घटना, उज्जैन जिले के लिंबी पिपलिया गांव के रहने वाले हैं पीड़ित

0 999,191

मनावर. धार जिले में बुधवार को बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने 7 लोगों को लाठी और पत्थरों से बुरी तरह पीटा। इसमें एक की मौत हो गई, जबकि 6 लोगों की हालत गंभीर है। हालांकि, एक युवक मौके से भाग गया था मगर उसे भी गंभीर चोट आई हैं। भीड़ ने युवकों की दो कारों में तोड़फोड़ की। घटना तिरला इलाके के खड़किया गांव की है। पीड़ित उज्जैन जिले के लिंबी पिपलिया गांव के रहने वाले हैं। वे सभी मजदूरों से अपना एडवांस रुपया लेने गांव पहुंचे थे, जहां रुपए नहीं देने का मन बना चुके मजूदरों ने बच्चा चाेरी की अफवाह फैला दी।

पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया- 2 गाड़ी में 5 से 7 लोग आए थे। इन्होंने मजदूरों को एडवांस पैसे दिए थे। मजदूर और किसानों के बीच पैसे का लेनदेन का विवाद था। मजदूरों ने मजदूरी नहीं की थी और यह वापस गांव लौट आए थे। तिरला के खिड़कियां गांव में इन लोगों को बुलाया गया। इन पर पत्थरबाजी की गई। इनका पीछा किया गया। बोरलाई गांव के पास इनके साथ मारपीट की गई। इस मारपीट में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 6 लोग घायल हैं। 3 लोग नामजद हैं और अन्य 15 से 20 लोग हैं जो इस घटना में शामिल हैं। बलवा 302 और 307 आईपीसी की धारा लगाई गई है। जांच जारी है।

गांव के मजदूरों से पैसा लेने गए थे युवक
दरअसल, उज्जैन जिले के लिंबी पिपलिया गांव के पांच खेत मालिकों ने वहां के कुछ लोगों को मजदूरी के लिए रखा था। इसके एवज में उन्होंने मजदूरों को 50 हजार रुपए एडवांस भी दिए थे, लेकिन कुछ दिन मजदूरी करने के बाद वे लोग वहां से भाग गए। इसी राशि को लेने के लिए खेत मालिक दो कारों में सवार होकर बुधवार सुबह खड़किया गांव पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने पत्थरों से उन पर हमला कर दिया। वे जान बचाकर जब मनावर के बोरलाय गांव पहुंचे तो बच्चा चोरी कर ले जाने की अफवाह के चलते पहले से तैयार खड़े ग्रामीणों ने उन पर लाठी और पत्थरों से हमला कर दिया। करीब 500 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने बेरहमी से उनके साथ मारपीट की। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि चार लोग गंभीर घायल हो गए।

खेत में काम करने के लिए 50 हजार एडवांस दिए थे
मनावर पुलिस के अनुसार उज्जैन जिले के लिंबी पिपलिया निवासी जगदीश राधेश्याम शर्मा (45), नरेंद्र सुंदरलाल शर्मा (42), विनोद तुलसीराम मुकाती (43), रवि पिता शंकर लाल पटेल (38), जगदीश पूनमचंद शर्मा (40) ने अपने खेतों में काम करने के लिए खड़किया थाना तिरला के पांच मजदूर अवतार सिंह, राजेश, जामसीह, सुनील, महेश को 50 हजार एडवांस बतौर दिए थे। उनसे अनुबंध था कि वे उनके खेतों में काम करेंगे। कुछ दिन काम करने के बाद वे पांचों काम छोड़कर भाग गए। लगातार उनसे फोन पर संपर्क भी किया गया, लेकिन वे आज-कल कहकर टालते रहे।

छह लोग कार से गांव पहुंचे थे
घटना में घायल नरेंद्र शर्मा ने बताया कि उनके द्वारा उज्जैन और तिरला थाना पर रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई थी। बाद में उनका फोन आया कि आप खड़किया आ जाओ, यही अपना हिसाब कर लेंगे। हम 6 लोग दो गाड़ी लेकर बुधवार सुबह 7 बजे तिरला थाने पर पहुंचे। उन्हें बताया कि खड़किया के लोगों से पैसा लेना है और वे उन्हें बुला रहे हैं। घटना में एक कार का चालक गणेश पिता मनोज पटेल को गंभीर हालत में बड़वानी रैफर किया गया, जहां पर उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। चार अन्य नरेंद्र, जगदीश, रवि, विनोद को उपचार के लिए इंदौर रैफर किया है। चारों में रवि की हालत गंभीर है। मनावर थाना प्रभारी युवराज सिंह चौहान ने बताया कि मामला दर्ज किया है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.