वाशिंगटन: भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल ने कहा है कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को भारत के खत्म करने के बाद कश्मीर में गिरफ्तारियों की खबरों को लेकर वह परेशान हैं.
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सदस्य प्रमिला जयपाल ने कहा,‘कश्मीर में भारत सरकार द्वारा 2,000 लोगों की गिरफ्तारियां किये जाने की खबरों से बहुत परेशान हूं…’ डेमोक्रेट सांसद जयपाल अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव) में निर्वाचित होने वाली पहली और एकमात्र भारतीय मूल की अमेरिकी महिला हैं.
अमेरिकी संसद में मानवाधिकार के मुद्दों को जोर-शोर से उठाने वाली जयपाल ने कहा, ‘लोकतंत्र में पारदर्शिता, उचित प्रक्रिया, एकत्र होने एवं वाक् एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जरूरी होती है. ये बिल्कुल ही आवश्यक हैं, यहां तक कि सर्वाधिक जटिल परिस्थितियों में भी.’
(2/2) Democracy requires transparency, due process and freedom of assembly & speech. These are absolutely essential, even in the most complex of situations. https://t.co/bMaBqM3xT9
— Rep. Pramila Jayapal (@RepJayapal) August 24, 2019
उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर न्यूयार्क टाइम्स की एक खबर भी साझा की. अमेरिकी सांसद एडम स्कीफ ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सूचना तक पहुंच जैसे मूलभूत मानवाधिकारों का अवश्य संरक्षण किया जाना चाहिए. एक दिन पहले अमेरिकी कांग्रेस सदस्य पीटर किंग ने कश्मीर को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच विवाद पर चर्चा करने के लिए न्यूयार्क में नियुक्त भारतीय महावाणिज्य दूत से मुलाकात की थी.
पीटर ने कहा,‘ कश्मीर को लेकर भारत-पाक विवाद पर चर्चा करने के लिए भारतीय महावाणिज्यदूत से मिला. उनसे कहा कि मैं भारत की कार्रवाई समझता हूं और पाकिस्तान एवं कश्मीर में इस्लामी तत्वों को लेकर चिंतित हूं.लेकिन मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए और दोनों देशों के परमाणु शक्तियां होने के मद्देनजर कूटनीतिक समाधान का अनुरोध करता हूं.’ वहीं, कांग्रेस सदस्य डॉन बेयर ने कहा, ‘कश्मीर में, खासतौर पर संचार पर पूर्ण पाबंदियों के जारी रहने को लेकर मैं बहुत चिंतित हूं.’ उल्लेखनीय है कि शनिवार को कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों में पाबंदियां हटा दी गईं. हालात में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है.
अनुच्छेद 370 / कश्मीरी महिला ने राहुल से कहा- बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे, बाहर निकलने पर पकड़ लिए जाते हैं
नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को आठ दलों के 11 विपक्षी नेताओं के साथ श्रीनगर पहुंचे थे। यहां सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने सभी को दिल्ली लौटा दिया। इसी दौरान विमान में एक कश्मीरी महिला राहुल से मिली और उसने अपना दर्द बयां किया। महिला ने कहा कि बच्चे स्कूल से नहीं जा पा रहे हैं। अगर वे घर से निकलते हैं, तो उनको पकड़ लिया जाता है। यह वीडियो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को शेयर किया।
विमान में महिला ने राहुल से कहा, ‘‘हम देख नहीं पाते हैं। छोटे-छोटे बच्चे हैं 10 साल के। वे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। वे एक दूसरे को ढूंढने के लिए घर से निकले हैं, तो उनको पकड़ लेते हैं। मेरा भाई दिल का मरीज है। वह अपने बच्चों को ढूंढने के लिए निकला था। उसे पकड़ लिया और 10 दिन तक उसका कुछ पता नहीं चला। हम हर तरीके से परेशान हैं।’’
प्रियंका ने वीडियो शेयर किया
प्रियंका ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा- ऐसा कितने दिन और चलेगा? यह उन लाखों लोगों में से एक है, जिन्हें राष्ट्रवाद के नाम पर चुप करा देते हैं या कुचल दिया जाता है। कश्मीर में लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है, यह राजनीतिक और देश विरोधी है। इसके खिलाफ आवाज उठाना हम सबका कर्तव्य है।
How long is this going to continue?This is one out of millions of people who are being silenced and crushed in the name of “Nationalism”.
For those who accuse the opposition of ‘politicising’ this issue: https://t.co/IMLmnTtbLb
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 25, 2019
राहुल को श्रीनगर एयरपोर्ट से वापस भेजा गया था
राहुल शनिवार को आठ दलों के 11 विपक्षी नेताओं के साथ श्रीनगर पहुंचे थे। राहुल जम्मू-कश्मीर में हालात जानने और वहां के नागरिकों से बात करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान हंगामे की स्थिति बन गई और सभी नेताओं को दिल्ली वापस भेज दिया गया। प्रशासन की ओर से कहा गया कि नेता राज्य का दौरा करने न आएं। उनके आने से शांति व्यवस्था बनाए रखने की कोशिशों में खलल पड़ सकता है।
कश्मीर में अकेले जाने के लिए तैयार थे राहुल गांधी, शेयर किया एयरपोर्ट का वीडियो
शनिवार को हुए इस घटनाक्रम का कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वीडियो पोस्ट किया है. इस वीडियो में एयरपोर्ट पर प्रतिनिधिमंडल को रोके जाने के बाद राहुल गांधी कह रहे हैं कि- सबसे पहली बात सरकार ने मुझे यहां बुलाया है. राज्यपाल ने कहा है कि मैं यहां आ सकता हूं. तो अब मैं आया हूं फिर आप कह रहे हैं कि आप नहीं आ सकते. सरकार कह रही है कि यहां सब ठीक है, सब नॉर्मल है. तो अगर सबकुछ ठीक है तो हमें यहां से क्यों भेजा जा रहा है. राहुल ने कहा कि जिस भी इलाके में शांति हो हम वहां जाने को तैयार हैं. अगर धारा 144 लगी हुई है तो मैं अकेले जाने के लिए तैयार हूं, हम सभी एक-एक करके जाएंगे, एक ग्रुप के तौर पर नहीं जाएंगे.
It's been 20 days since the people of Jammu & Kashmir had their freedom & civil liberties curtailed. Leaders of the Opposition & the Press got a taste of the draconian administration & brute force unleashed on the people of J&K when we tried to visit Srinagar yesterday. pic.twitter.com/PLwakJM5W5
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 25, 2019
कश्मीर में हालात सामान्य नहीं: राहुल
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार विपक्षी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल कश्मीर दौरे पर गया था। दिल्ली लौटने पर राहुल ने कहा, “कुछ दिन पहले राज्यपाल ने मुझे जम्मू-कश्मीर आने का न्यौता दिया था। हम लोग यह महसूस करना चाहते थे कि वहां पर लोगों के साथ क्या हो रहा है। लेकिन हमें श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई। हमारे साथ बदसलूकी हुई और मीडियाकर्मियों को पीटा गया। इससे साफ है कि राज्य के हालात सामान्य नहीं हैं।