अयोध्या: फैसले से पहले हलचल तेज, गृह मंत्रालय ने राज्यों से अलर्ट रहने को कहा, UP में सुरक्षा बेहद कड़ी

अयोध्या विवाद पर फैसला कभी भी आ सकता है. 17 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रिटायर हो रहे हैं इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि फैसला इससे पहले ही आ सकता है.

0 999,079

लखनऊ: देश के सबसे बड़े मुकदमे में फैसले की उल्टी गिनती चल रही है. कभी भी अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ सकता है. फैसले के बाद कहीं किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए हर स्तर पर एहतियात बरते जा रहे हैं. गृह मंत्रालय ने भी सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया है. वहीं, पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है. पीएम मोदी की अपील के बाद  सांप्रदायिक सौहार्द ना बिगड़े, इसलिए अयोध्या समेत पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है.

Image result for ayodhya security

देश में कहीं भी न हो कोई अप्रिय घटना- गृह मंत्रालय

 

गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए जाएं. देश में कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं होनी चाहिए. गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश में अर्धसैनिक बलों के चार हजार जवान भेजे हैं. अयोध्या समेत यूपी के सभी जिलों में पुलिस की गश्ती बढ़ा दी गई है. कहीं फ्लैग मार्च हो रहा है तो कहीं पुलिस लोगों से संवाद कर उनसे शांति बनाए रखने की अपील कर रही है.

 

कई जिलों में पुलिस हाई अलर्ट पर

 

यूपी की योगी सरकार भी अयोध्या पर फैसले से पहले एहतियातन कदम उठा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल यूपी के सभी जिलों के डीएम और एसएसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और निर्देश दिए. अयोध्या, समेत इटावा, एटा, सुल्तानपुर, गोरखपुर, प्रतापगढ़ जिले में पुलिस हाई अलर्ट है. कई जिलों में पुलिस दंगे और बलवा की स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल कर रही है. कई जगहों पर फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है.

 

अयोध्या के चप्पे-चप्पे पर ड्रोन कैमरे से नजर

 

अयोध्या के चप्पे-चप्पे पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है तो कानपुर में तो एयरबलून के सहारे 100 फीट ऊपर कैमरा लगाकर कर हर इलाके पर नजर रखी जा रही है.

बता दें कि अयोध्या विवाद पर फैसला कभी भी आ सकता है. 17 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रिटायर हो रहे हैं इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि फैसला इससे पहले ही आ सकता है.

Leave A Reply

Your email address will not be published.