नई दिल्ली: अब भारतीय श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित दरबार साहेब के दर्शन करने जा सकते हैं. दोनों देशों के बीच करतारपुर कॉरिडोर को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर कर लिया गया है. अब 10 नवंबर से यह कॉरिडोर खुल जाएगा. ऐसेमें आपके मन में भी अब सवाल आ रहा होगा कि आखिर कैसे करतारपुर कॉरिडोर जा सकते हैं और क्या इसके लिए कोई शर्त भी है. अगर हां तो वह शर्त क्या हैं.
करतारपुर कॉरिडोर जानें के लिए क्या है शर्तें और जरूरी जानकारी
दोनों देशों के बीच कई समझौतों हुए हैं, जैसे करतारपुर की यात्रा के लिए वीजा की जरूरत नहीं होगी. रोजाना कम से कम पांच हजार श्रद्धालुओं को दर्शन की इजाज़त दी जाएगी.आइए जानते हैं समझोते की मुख्य बातें..
1- इस तीर्थयात्री गलियारे में कोई भारतीय जा सकता है. उसको पाकिस्तान का वीजा लेने की जरूरत नहीं है.
2-यात्रा के लिए वीजा की जरूरत तो नहीं है लेकिन तीर्थयात्रियों को एक वैध पासपोर्ट ले जाने की आवश्यकता है.
3- इसके अलावा ओसीआई (भारतीय विदेशी नागरिकता) कार्ड धारकों को अपना OIC कार्ड ले जाना आवश्यकता है.
4- अब इस तीर्थ स्थल के समय के बारे में जान लीजिए. यह कॉरिडोर सुबह से शाम तक खुला रहेगा. जो यात्री सुबह कॉरिडोर में जाएंगे उन्हें उसी दिन शाम तक लौटना होगा. वहीं यह पूरे साल खुला रहेगा. अगर इसको बंद भी किसी दिन किया गया तो इसकी जानकरी पहले ही दी जाएगी.
5- तीर्थयात्रियों के पास अकेले या समूहों में जाने के लिए और पैदल यात्रा करने का भी विकल्प होगा.
6- जो भी यात्री करतारपुर कॉरिडोर में जाना चाहेगा उसकी सूची भारत पाकिस्तान को 10 दिन पहले ही सौंपेगा और फिर यात्रा की तारीख के चार दिन पहले पाकिस्तान यात्रियों का पुष्टिकरण करेगा.
कितना लगेगा पैसा
भारत से जो भी तीर्थ यात्री करतारपुर कॉरिडोर में दर्शन के लिए जाएगा उसको लेकर पाकिस्तान ने 20 अमेरिकी डॉलर रखा है. हालांकि भारत इसका विरोध कर रहा है. हालांकि, 550वें प्रकाशपर्व के पहले तीर्थयात्रियों और करतारपुर साहिब कॉरिडोर के समय पर परिचालन के हित में भारत आज समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. अभी तीर्थ यात्रियों को 20 अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 1420 रुपये देने होंगे.