कश्मीरः गौतम गंभीर ने शाहिद अफरीदी पर कसा तंज, कहा- खुद को शर्मिंदा करने का तरीका ढूंढ रहे हैं
पाकिस्तान के प्रॉपेगैंडा में शामिल पाक क्रिकेटरों को गौतम गंभीर ने करारा जवाब दिया है. बुधवार को उन्होंने कहा कि वह (अफरीदी) इस बात का तरीका ढूंढ रहे हैं कि खुद को कैसे शर्मिंदा किया जाए.
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज और भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर ने एक बार फिर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी को जमकर फटकार लगाई है. गंभीर ने इस बार अफरीदी के नियंत्रण रेखा (एलओसी) का दौरा करने की बात कहने पर उन्हें फटकार लगाई है.
भारत सरकार ने हाल में ही जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया है जिसके बाद अफरीदी ने कहा था कि वह कश्मीर के लोगों के साथ खड़े हैं और इस बात को जाहिर करने के लिए वह नियंत्रण रेखा का दौरा करेंगे. अफरीदी के इस बयान पर गंभीर ने हमला बोलते हुए कहा,” साथियों, इस फोटो में शाहिद अफरीदी, शाहिद अफरीदी से पूछ रहे हैं कि शाहिद अफरीदी को, शाहिद अफरीदी को शर्मिदा करने के लिए क्या करना चाहिए ताकि इसमें कोई शक न रह जाए कि शाहिद अफरीदी ने बड़ा होने से इनकार कर दिया है. मैं उनकी मदद के लिए ऑनलाइन किंडरगार्डन ऑर्डर कर रहा हूं”
370 हटाए जाने से पाकिस्तान बौखलाया
दरअसल मोदी सरकार के आर्टिकल 370 पर लिए गए ऐतिहासिक फैसले के बाद से ही पाकिस्तान की झुंझलाहट कम होने का नाम नहीं ले रही. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल में ही घोषणा की थी कि कश्मीरी लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए उनके देश में हर सप्ताह 30 मिनट का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
क्या कहा था अफरीदी ने जिस पर गंभीर को आया गुस्सा
इमरान की बात का समर्थन करते हुए अफरीदी ने बुधवार को ट्विटर पर लिखा, “प्रधानमंत्री द्वारा कश्मीरियों के समर्थन के लिए शुरू किए गए कश्मीर आवर कार्यक्रम को अपना समर्थन दें. मैं शुक्रवार दोपहर 12 बजे इसके लिए मजार-ए-काएद (मुहम्मद अली जिन्ना की मजार) पर उपस्थित रहूंगा.” उन्होंने कहा, “कश्मीरी भाइयों के समर्थन के लिए मेरे साथ जुड़ें. छह सितंबर को मैं शहीदों के घर का दौरा करूंगा और जल्द ही मैं एलओसी भी जाऊंगा.” अफरीदी ने इससे पहले भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की मांग की थी.
पहले भी गंभीर ने दिया है अफरीदी को करारा जवाब
इससे पहले भी गौतम गंभीर ने अफरीदी को कश्मीर को लेकर किए गए उनके एक ट्वीट पर आड़े हाथों लिया था. उस वक्त शाहिद अफरीदी ने कश्मीर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि कश्मीरियों को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के आधार पर उनके अधिकार दिए जाने चाहिए. इस पर पलटवार करते हुए गंभीर ने कहा था,”आप यह भूल गए कि मानवता विरोधी अपराध भारत में नहीं पीओके में होता है. चिंता मत करो ‘बेटा’ जल्द ही हम वहां भी सब ठीक कर देंगे.”
दुनियाभर में हाथ-पांव पटक रहा है पाकिस्तान
कश्मीर पर बड़े फैसले के बाद पाकिस्तान दुनियाभर में हाथ पांव पटक रहा है लेकिन उसे हर जगह से निराशा ही हाथ लग रही है. अब वह कह रहा है कि यूएन में वह कश्मीर के मुद्दे को उठाएगा. हालांकि भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि कश्मीर का मामला भारत का आंतरिक मुद्दा है और वहां स्थिति नियंत्रण में है. मुस्लिम देशों समेत अन्य बड़े देशों ने भी स्वीकार किया है कि यह मुद्दा द्विपक्षीय है और बाकी देशों को इससे कोई लेना देना नहीं है.
आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद बौखलाए इमरान खान, कश्मीर मुद्दे पर फ्रांस के राष्ट्रपति से की बात
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों को फोन करके उन्हें कश्मीर के हालात से अवगत कराया. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि खान ने मैक्रों से कहा कि भारत द्वारा की गई कार्रवाई से क्षेत्र में “शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न” हुआ है.
मैक्रों ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे को द्विपक्षीय स्तर पर सुलझाना चाहिये और किसी भी तीसरे पक्ष को क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए या हिंसा नहीं भड़कानी चाहिए.
मैक्रों ने पिछले सप्ताह बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत के बाद एक संयुक्त प्रेस बयान में कहा था, “मैं कुछ दिन बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से भी बात करूंगा और उनसे कहूंगा कि बातचीत द्विपक्षीय स्तर पर होनी चाहिये.”
मैक्रों ने कहा सभी मुद्दों का निकले शांतिपूर्ण तरीके से हल
बयान के अनुसार मैक्रों ने बुधवार को खान से कहा कि सभी मुद्दे “शांतिपूर्ण तरीके” से हल किये जाने चाहिये. इसके अलावा खान ने जॉर्डन के नरेश अब्दुल्ला को फोन करके कश्मीर के हालात पर चर्चा की.
किंग अबुल्ला ने तनाव कम करने और बातचीत के जरिये कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया. इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को एक और पत्र लिखकर कश्मीर के ताजा घटनाक्रम से अवगत कराया.
विदेश कार्यालय ने कहा कि कुरैशी ने 16 अगस्त की सुरक्षा परिषद की बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि “परमाणु मुद्दे पर भारत की गैरजिम्मेदाराना और आक्रामक बयानबाजी के बारे में पाकिस्तान की चिंताएं दोहरायी.”
जेपी नड्डा का राहुल गांधी पर हमला, कहा- वह बोल रहे हैं पाकिस्तान की भाषा
जालना (महाराष्ट्र): भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी कश्मीर को लेकर पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. नड्डा महाराष्ट्र के जालना में पार्टी के चुनाव से पहले संपर्क अभियान ‘महा जनादेश यात्रा’ को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस भी मौजूद थे.
नड्डा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर पर उनके बयान का पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में इस्तेमाल किया. उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘राहुल गांधी पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं.’’
नड्डा ने कहा, ‘‘अब वह पीछे हट गए हैं और कह रहे हैं कि जम्मू कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और इसमें किसी भी दूसरे देश के दखल की कोई गुंजाइश नहीं है। वह इतने लंबे समय से खामोश क्यों थे?’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस कश्मीर मुद्दे के साथ-साथ तीन तलाक मुद्दे पर तुष्टिकरण की नीति अपना रही है.
आर्टिकल 370: BJP के निशाने पर राहुल गांधी, स्मृति ईरानी बोलीं- उन्हें पाकिस्तान का समर्थन प्राप्त
अमेठी: आर्टिकल 370 को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बीजेपी के निशाने पर हैं. अब केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने भी राहुल पर हमला बोला है. स्मृति ईरानी ने कहा है कि राहुल गांधी को पाकिस्तान का समर्थन प्राप्त है. उन्होंने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि यहां एक ऐसा नेता भी है, जो दुश्मन देश को ज्यादा भाता है.
अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में स्मृति ईरानी ने कहा, “जब देश के गृहमंत्री संसद में एक तिरंगे और एक संविधान की बात कह रहे थे, तब राहुल गांधी के संकेत और आदेशानुसार कांग्रेस से ऐसे स्वर निकल रहे थे, जो भारत को विभाजित करने की मानसिकता वाले थे.”
राहुल जी अलगाववाद की आग न लगाएं तो देश के लिए बेहतर होगा- ईरानी
स्मृति ईरानी ने कहा, “यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान राहुल गांधी का समर्थन प्राप्त कर रहा है. आप सबको याद होगा, इससे पहले भी उनके मुंह से वही स्वर निकले, जो पाकिस्तान को अच्छे लगते हैं. राहुल जी अलगाववाद की आग न लगाएं तो देश के लिए बेहतर होगा. आज भारत का दुर्भाग्य है कि यहां एक ऐसा नेता भी है, जो तिरंगे की कम सोचता है, तिरंगे को कम आंकता है और दुश्मन देश को ज्यादा भाता है.”
ईरानी ने आगे कहा, ‘’कांग्रेस से मेरी यही अपील है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं और वहां के नागरिक चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकास हर घर तक पहुंचे.’’
पकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं राहुल- केशव प्रसाद मौर्य
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी इस मौके पर राहुल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी वर्तमान समय में पकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. पाकिस्तान, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की अपनी पेशकश से इंकार करने के बाद से खुद को परमाणु शक्ति सम्पन्न देश होने की बात कह रहा है.”
मौर्य ने कहा, “इससे पहले जो यहां सांसद थे, वह गरीबों की बात करते थे, लेकिन अब जो सांसद हैं, वह गरीबों के लिए काम करती हैं.” केशव ने कहा, “स्मृति ईरानी के सांसद बनने के बाद इतने कम समय मे जो विकास कार्य हुआ है, उसका आधा भी अगर पूर्व के सांसद करते तो आज अमेठी विकास में बहुत आगे होता. कार्यकर्ताओं का सम्मान हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है. अमेठी में जब कमल खिल गया था, मैं जान गया था कि कश्मीर से अब अनुच्छेद 370 समाप्त होगा.”