करतारपुर / प्रधानमंत्री मोदी 8 नवंबर को कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे, पाकिस्तान की तरफ से अभी तारीख तय नहीं
करतारपुर कॉरीडोर: केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने किया एलान, 8 नवंबर को पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
बठिंडा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने शनिवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 8 नवंबर को इतिहास रचा जाएगा। गुरु नानक देवजी के आशीर्वाद से आखिरकार सिख पंथ को श्री करतारपुर साहिब के खुले दर्शन दीदार का सौभाग्य मिल रहा है। करतारपुर कॉरिडोर का काम लगभग पूरा हो चुका है। पिछले दिनों पाकिस्तान ने उद्घाटन की तारीख तय नहीं होने की बात कही थी।
बता दें कि पाकिस्तान की तरफ से कॉरिडोर की शुरुआत में आनाकानी की जा रही थी और गुरुवार को भी कहा गया था कि अभी तारीख निश्चित नहीं की गई है। हालांकि पाकिस्तान ने कहा था कि गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व (12 नवंबर) से पहले यह कॉरिडोर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।
पाकिस्तान ने कहा है कि 9 नवंबर से सिख श्रद्धालु करतारपुर साहिब जा सकेंगे। यह कॉरिडोर करतारपुर में दरबार साहिब को गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक को जोड़ेगा। भारतीय तीर्थयात्री केवल एक परिमिट लेकर करतारपुर साहिब जा सकेंगे। 1522 में गुरु नानक देव जी ने इसकी स्थापना की थी।
Eternally Grateful to Guru Sahab for enabling Modi ji to correct the wrong committed by @INCIndia 72 yrs ago & connecting us to the abode of our Guru. 2/2#kartarpurcorridor
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) October 12, 2019
बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने पीएम मोदी को आमंत्रित किया था। पीएम मोदी के अलावा प्रकाश पर्व के मौके पर राष्ट्रपति कोविंद भी पहुंच सकते हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यह भी दावा किया था कि उसने कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी निमंत्रण देगा। हालांकि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मनमोहन सिंह के आमंत्रण स्वीकार करने की संभावनाओं को खारिज कर दिया था।
कैप्टन ने राष्ट्रपति कोविंद और पीएम मोदी से मुलाकात की थी और उन्हें सुल्तानपुर लोधी में होने वाले कार्यक्रम के लिए न्योता दिया था। दोनों ने इस निमंत्रण को स्वीकार किया था।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर करतारपुर मार्ग पंजाब में गुरदासपुर से तीन किलोमीटर दूर है। यह गलियारा पाकिस्तान के करतारपुर साहिब को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक मंदिर से जोड़ेगा। इससे भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को वीजा-मुक्त आवागमन की सुविधा मिलेगी। 1539 में इसी जगह गुरु नानक देव ने शरीर छोड़ा था। सूत्रों ने कहा कि करतारपुर गलियारे पर काम 31 अक्टूबर तक पूरा होने की उम्मीद है, जो गुरु नानक देव की 550वीं जयंती से पहले है।
उधर, शिरामेणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) और पंजाब सरकार के बीच गुरु नानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व के कार्यक्रम को लेकर सहमति बनती दिखाई नहीं दे रही। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, एसजीपीसी के मंच से शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल की राजनीति हावी होने की आशंका जता रहे है, वहीं एसजीपीसी इससे साफ इनकार कर रही है। शनिवार को कमेटी के प्रधान गोविंद सिंह लौंगोवाल ने कहा कि वह अभी भी कैप्टन से बात करने के लिए तैयार हैं और भरोसा दिलाते हैं कि यह पूरी तरह से एक धार्मिक कार्यक्रम रहेगा। किसी तरह की राजनीति की इजाजत नहीं दी जाएगी।