वाराणसी में बोले मोदी- हर तरफ गूंज रहा है ‘5 ट्रिलियन’ का शब्द, लेकिन कुछ लोग कर रहे हैं इस लक्ष्य पर शक

पीएम मोदी ने कहा कि पांच ट्रिलियन इकॉनमी को जानना सबके लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि कुछ लोग हैं जो हम भारतीयों के सामर्थ्य पर शक कर रहे हैं, वो कह रहे हैं कि भारत के लिए ये लक्ष्य प्राप्त करना बहुत मुश्किल है.

0 896,733

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बीजेपी के देशव्यापी सदस्यता अभियान की शुरूआत की है. यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जबसे देश का बजट पेश हुआ है तभी से हर तरफ ‘पांच ट्रिलियन’ का शब्द गूंज रहा है. मोदी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन तक ले जाना है. ये हमारा लक्ष्य है, लेकिन कुछ लोग हमारे इस लक्ष्य पर शक कर रहे हैं.

PM मोदी ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

पीएम मोदी ने वाराणसी में बीजेपी की महा-सदस्यता अभियान की शुरुआत. वह कुछ देर में कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे. इसके पहले वाराणसी में लाल बहादुर शास्त्री की 18 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान सीएम योगी भी मौजूद थे.वारणसी को हरा-भरा बनाने के लिए पेड़ लगाकर आनंद कानन अभियान की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने बीजेपी सदस्यता अभियान की शुरुआत की. बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे.

बीजेपी सदस्यता अभियान की शुरूआत करने के बाद पीएम मोदी ने कहा, ‘’हमारे प्रेरणापुंज डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की जयंती पर इस कार्यक्रम की शुरुआत होना सोने पर सुहागा है.’’ उन्होंने कहा, ‘’डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को मैं आदर पूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं, ये संयोग है कि ये भवन पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के नाम पर है और इस कार्यक्रम का शुभारंभ हमारी काशी से शुरु हो रहा है.’’

पौधारोपण अभियान की शुरुआत की

पीएम मोदी ने वाराणसी में पौधारोपण अभियान की शुरुआत कर दी है. इस अभियान के तहत 22 लाख पौधे लगाए जाएंगे. मोदी बनारस आए भले आगंतुक की तरह, लेकिन अब यहां की गलियों में उनकी आत्मा बसती है. हर यात्रा में वो बनारस की एक नई बस्ती से परिचय करते हैं. मोदी बीएचयू तो कई बार जा चुके हैं.स्वतंत्रता भवन में भाषण दे चुके हैं.

 कुछ लोग हैं जो हम भारतीयों के सामर्थ्य पर शक कर रहे हैं- मोदी

पीएम मोदी ने कहा, ”कल आपने बजट के बाद टीवी पर और आज अखबारों में एक बात पढ़ी सुनी और देखी होगी- वो है ‘पांच ट्रिलियन इकॉनमी.’ इस फाइव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य का मतलब क्या है? एक आम भारतीय की जिंदगी का इससे क्या लेना-देना है, ये आपके लिए, सबके लिए जानना बहुत जरूरी है.” उन्होंने कहा, ”इसके विषय में जानना सबके लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि कुछ लोग हैं जो हम भारतीयों के सामर्थ्य पर शक कर रहे हैं, वो कह रहे हैं कि भारत के लिए ये लक्ष्य प्राप्त करना बहुत मुश्किल है.”

इस दौरान पीएम मोदी ने एक कविता पढ़ी, ”वो जो सामने मुश्किलों का अंबार है उसी से तो मेरे हौसलों की मीनार है. चुनौतियों को देखकर, घबराना कैसा इन्हीं में तो छिपी संभावना अपार है. विकास के यज्ञ में जन-जन के परिश्रम की आहुति यही तो मां भारती का अनुपम श्रृंगार है.” इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा, ”बात होगी हौंसले की, नई संभावनाओं की, विकास के यज्ञ की, मां भारती की सेवा की और न्यू इंडिया के सपने की. ये सपने बहुत हद तक फाइव ट्रिलियन इकॉनमी के लक्ष्य से जुड़े हुए हैं.”

अर्थव्यवस्था का लक्ष्य भी जितना बड़ा होगा, देश की समृद्धि उनती ही ज्यादा होगी- मोदी

पीएम मोदी ने कहा, ”अंग्रेजी में एक कहावत है कि size of the cake matters, यानि जितना बड़ा केक होगा उसका उतना ही बड़ा हिस्सा लोगों को मिलेगा. अर्थव्यवस्था का लक्ष्य भी जितना बड़ा होगा, देश की समृद्धि उनती ही ज्यादा होगी.” उन्होंने कहा, ”आज जिस लक्ष्य की मैं आपसे बात कर रहा हूं वो आपको नए सिरे से सोचने के लिए मजबूर करेगा, नया लक्ष्य और नया उत्साह भरेगा. नए संकल्प और नए सपने लेकर हम आगे बढ़ेंगे और यही मुश्किलों से मुक्ति का मार्ग है.”

प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने पर दिया जोर

पीएम मोदी ने कहा कि जितना बड़ा खेत होगा उसका उतना ही हिस्सा लोगों को मिलेगा. इसलिए हमने भारत की अर्थव्यवस्था को 5 मिलियन ट्रिलियन बनाने का लक्ष्य रखा है. इस दौरान उन्होंने एक गुजराती कहावती भी सुनाई. इसका मतलब था कि कुएं में पानी होना चाहिए तभी सभी खेतों में पानी पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि परिवार में जितनी आमदनी होगी, उनमें समृद्धि का स्तर भी उतना ही ज्यादा होगा. भारत भी विकासशील से विकसित देश बन सकता है. भारत युवा देश है और अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगा. जब किसी देश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है तो लोगों में खरीदने की क्षमता बढ़ती है और इसी से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं.

Leave A Reply

Your email address will not be published.