शिव सेना पवार के साथ खड़ी हुई तो जांच एजेंसी ने भी कहा- पूछताछ की जरूरत नहीं, ED दफ्तर नहीं जाएंगे शरद पवार, कहा- बैंक घोटाले से लेना देना नहीं,
प्रवर्तन निदेशालय ने शरद पवार को ईमेल के जरिए कहा है कि उनसे अभी पूछताछ की जरूरत नहीं है. खत में ये भी कहा गया है कि शायद आगे भी पूछताछ की जरूरत नहीं पड़े. आगे जैसा होगा बताया जाएगा.
मुंबई: विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 25 हजार करोड़ रुपये के महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक घोटाले में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के खिलाफ केस दर्ज होने से महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है. शरद पवार आज बिना बुलाए प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने वाले थे, लेकिन मुंबई पुलिस कमिश्नर से मिलने के बाद उन्होंने ईडी जाने के अपने फैसले को रद्द कर दिया है. इससे पहले ईडी ने कहा कि अभी शरद पवार से पूछताछ की जरूरत नहीं है.
NCP leader Nawab Malik in Mumbai: Enforcement Directorate (ED) has sent an e-mail stating that Sharad Pawar is not required to visit the office today. When required, ED will intimate him. But, Sharad Pawar is firm to go to ED office. pic.twitter.com/w2MPVjq1C1
— ANI (@ANI) September 27, 2019
शरद पवार ने कहा है, ”मैं ईडी दफ्तर नहीं जाऊंगा. मेरे वहां जाने से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है.” उन्होंने कहा कि मेरा बैंक घोटाले से कुछ लेना-देना नहीं है. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने शरद पवार को ईमेल के जरिए कहा है कि उनसे अभी पूछताछ की जरूरत नहीं है. खत में ये भी कहा गया है कि शायद आगे भी पूछताछ की जरूरत नहीं पड़े. आगे जैसा होगा बताया जाएगा.
कार्यकर्ताओं का कई जगह प्रदर्शन
शरद पवार पर केस दर्ज होने के बाद मुंबई से बारामती तक एनसीपी के कार्यकर्ता हंगामा कर रहे हैं. हंगामा की आशंका में ईडी दफ्तर के आसपास सात थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगा दी गई है, बावजूद इसके एनसीपी के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं. एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने कहा है कि चुनाव से पहले शरद पवार को बदनाम करने के लिए उनके खिलाफ ईडी ने केस दर्ज किया है.
शरद पवार के साथ खड़ी हुई शिवसेना
महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना शरद पवार के साथ खड़ी हो गई है. शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र कॉपरेटिव बैंक घोटाले से शरद पवार का कोई लेना देना नहीं है, उनके खिलाफ केस गलत है. संजय राउत ने आगे कहा, ‘’सरकार को यह देखना चाहिए कि क्या हो रहा है. ईडी को इसपर सरकार के साथ चर्चा करनी चाहिए थी. पवार जी एक बड़े नेता हैं, उनके समर्थक पूरे राज्य में मौजूद हैं.
बता दें कि राज्य की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस ने पिछले महीने ही एक केस दर्ज किया था. इसी आधार पर ईडी ने भी शरद पवार और अजीत पवार सहित कई नेताओं पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है. गौरतलब है कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को चुनाव होने हैं. नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे.