कांग्रेस का शिवसेना को खुला ऑफर, कहा- अगर वो साथ आएं तो मुख्यमंत्री उनका

कांग्रेस के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद ने कहा कि अगर शिवसेना कोई प्रपोज देती है तो उनका सीएम बन सकता था लेकिन शिवसेना के पास इतनी हिम्मत नहीं है. उन्होंने कहा कि शिवसेना के 50-50 फॉर्मूले को बीजेपी नहीं मान रही है.

0 999,031

मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना और बीजेपी में कोई बात बनती अभी तक दिख नहीं रही है. शिवसेना 50-50 फॉर्मूले पर अड़ी हुई है. इस बीच कांग्रेस ने शिवसेना पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं. शिवेसना को खुला ऑफर दिया और मुख्यमंत्री पद तक देने की बात कही है. पार्टी के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद हुसैन दलवई ने कहा कि अगर शिवसेना हमारे साथ आती है तो मुख्यमंत्री उन्हीं का होगा.

 

हुसैन दलवई ने कहा कि अगर शिवसेना ढाई ढाई साल के मुख्यमंत्री की बात कर रही है लेकिन बीजेपी वो मान नहीं रही है. अब शिवसेना इस पर क्या करती है ये हमलो देखेंगे. इसके साथ ही दलवई बोले, ‘’शिवसेना अगर प्रपोजल देती है तो शिवसेना का मुख्यमंत्री बन सकता था. लेकिन उसके लिए जो डेयरिंग (हिम्मत) चाहिए वो शिवसेना के पास नहीं है.’’

बता दें कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस चौथे नंबर पर रही है. इस बार के चुनाव में कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की है. उसने शरद पवार की पार्टी एनसीपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. एनसीपी राज्य की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है. एनसीपी ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं शिवसेना के पास 56 सीटें हैं. तीनों के आंकड़े को मिला दें तो ये 154 होता है. यानी तीनों मिलकर सरकार बना सकती है. शिवसेना को सीएम पद देने के लिए कांग्रेस राजी है. इस पर एनसीपी ने कोई बयान नहीं दिया है. हालांकि बुधवार को पार्टी के सीनियर नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि अगर हालात बदलते हैं तो वे देखेंगे कि क्या किया जा सकता है.

शिवसेना अपने मांग के साथ डटी हुई है कि ढाई ढाई दोनों पार्टियों के सीएम हों. संजय राउत बुधवार को कहा था कि महाराष्ट्र की कुंडली तो हम ही बनाएंगे. कुल मिलाकर शिवसेना लगातार अपने कड़े तेवर जाहिर किए हुए है. अब महाराष्ट्र की सियासत में ये सब कितने दिन और चलेगा, ये देखना दिलचस्प होगा.

Leave A Reply

Your email address will not be published.