अब रेलवे स्टेशनों पर बनेंगे Pod होटल, बेहतरीन सुविधाओं से होंगे लैस, जानें- ये क्या चीज़ है
भारतीय रेल अपने स्टेशनों पर पॉड होटल या कैप्सूल होटल तैयार करने की योजना बना रहा है. सबसे पहले मुंबई में इस योजना पर काम चल रहा है.
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे अपने स्टेशनों पर पॉड होटल या कैप्सूल होटल तैयार करने की योजना बना रहा है. इसके लिए सबसे पहले मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ट्रायल बेसिस पर पहले पॉड होटल खोलने की तैयारी चल रही है. वर्तमान में मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर तीन वेटिंग रूम मौजूद हैं, जिनमें से पॉड होटलों के लिए दो वेटिंग रूम आवंटित कर दिए गए हैं.
आईआरसीटीसी के पश्चिमी क्षेत्र समूह के महाप्रबंधक राहुल हिमालियन ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया कि मुंबई सेंट्रल स्टेशन की पहली मंजिल पर लगभग 3000 वर्ग फीट का क्षेत्र बनाया गया है, जहां पॉड होटल का निर्माण किया जाएगा. बता दें कि मुंबई में पहले से ही देश का पहला पॉड कैप्सूल होटल है, जिसका नाम अर्बनपोड है. इसे साल 2017 में अंधेरी में खोला गया था. इसमें तीन प्रकार के कैप्सूल रूम शामिल हैं.
अब चूंकि देश में अलग अलग रेलवे स्टेशनों पर पॉड होटल की सुविधा मिलनी शुरू होगी तो ऐसे में यह जान लेना जरूरी है कि आखिर कैसा होता है पॉड होटल और क्या है इसकी खासियत ?
क्या होता हैं पॉड होटल
पॉड होटल दरअसल होटल की तरह ही ठहरने के लिए जगह होती है. इसमें छोटी सी जगह में कई सारे बेड लगे होते हैं. इन्हें कैप्सूल भी कहा जाता है. यह जगह रातभर सोने के लिए बनाई जाती है.
कैसे होंगे ये पॉड होटल
पॉड होटल आधुनिक सुविधाओं से लैस होते हैं. इसमें छोटी सी जगह में कई सारे बेड लगे होते हैं. पॉड होटल से उन यात्रियों को सुविधा होगी, जिन्हें एक रात या कुछ घंटों के बाद दूसरी ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन पर रुकना पड़ता है.
क्या-क्या होगी सुविधाएं
रेलवे जिस पॉड होटल की तैयारी कर रहा है उसमें फ्री वाई-फाई, क्लॉक रूम, टॉयलेट-बाथरूम, कॉमन एरिया, लॉकर, टीवी, आईना, एयर फ़िल्टर, रिडिंग लाइट्स, मोबाइल चार्जर जैसी कई सुविधाएं होंगी.
कितना होगा किराया
इसमें 50 करोड़ राजस्व वाले स्टेशन को पहले शामिल किया जाएगा. पहले चरण में 50 करोड़ रुपये सालाना राजस्व वाले स्टेशनों में बनाने की योजना है. इनके किराए को लेकर कोई आधिकारिक बयान अभी तक नहीं आया है लेकिन कहा जा रहा है कि प्रत्येक यात्रि को इसमें 24 घंटे ठहरने के लिए 700 रुपये तक चुकाने पड़ेंगे. यात्री इसे कुछ घंटे के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं, लेकिन किराया उतना ही लगेगा, जितना 24 घंटे के लिए होगा. महिलाओं और पुरुषों के लिए अगल अलग रूम होंगे.
कहां से आया पॉड होटल का कॉन्सेप्ट
पॉड होटल सबसे पहले जापान के ओसाका में 1979 में शुरू किया गया था. उसके बाद इसका विस्तार चीन, बेल्जियम, आइसलैंड, हांगकांग, इंडोनेशिया और भारत तक हुआ.