लॉकडाउन: पीएम मोदी बोले, आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल ई-पास के रूप में

भारत के उज्जवल भविष्य के लिए, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए, जान भी जहान भी, दोनों पहलुओं पर ध्यान आवश्यक है। जब देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व को निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा, तो कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूत होगी।

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देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। इस दौरान उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों से लॉकडाउन को बढ़ाने समेत इस महामारी से लड़ने और आवश्यक कदमों पर सुझाव भी मांगा। इस दौरान सभी राज्यों ने लॉकडाउन दो हफ्ते बढ़ाने की मांग की। इस दौरान पीएम ने महत्वपूर्ण बात कही कि संभावनाा है एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए आरोग्य सेतु एप ई-पास की तरह काम करेगा।

बैठक के बाद सरकार की तरफ से बयान भी जारी हुआ

  • प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया है कि देश में जरूरी दवाएं पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं। कालाबाजारियों और जमाखोरों को सख्त संदेश दिया।
  • लॉकडाउन पर पीएम ने कहा कि राज्य सरकारें एकमत दिख रही हैं कि इसे दो हफ्ते तक बढ़ाया जाना चाहिए।
  • पीएम ने पाया किया कि केंद्र और राज्य सरकार के लगातार साझा प्रयासों से कोविड-19 से लड़ने में मदद मिली है और इसका असर कम हुआ है, लेकिन लगातार निगरानी की भी जरूरत है।
  • कोविड-19 से लड़ने वाले कर्मचारियों को सभी तरह के सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं, इस पर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
  • पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि लॉकडाउन उल्लंघन पर नियंत्रण जरूरी है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होना चाहिए।
  • पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि फार्म प्रोडक्ट की सीधी मार्केटिंग हो ताकि मंडी में भीड़ न उमड़े और किसानों को अपने उत्पाद का दाम घर पर ही मिले।
  • पीएम ने कहा कि आरोग्य सेतु एप कोविड-19 से लड़ाई में जरूरी हथियार है, एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए ई-पास की तरह काम कर सकता है।
  • मुख्यमंत्रियों ने केंद्र से वित्तीय और राजस्व सहायता मांगी ताकि कोरोना वायरस से प्रभावी तरीके से लड़ा जा सके।

पीएम ने कहा- जान भी, जहान भी 

इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा- लॉकडाउन की बात करते हुए मैंने कहा था कि जान है तो जहान है। जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था तो शुरू में इस बात पर जोर दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बहुत आवश्यक है। देश के अधिकतर लोगों ने इस बात को समझा और घरों में रहकर अपना दायित्व भी निभाया। हम सभी ने भी इसी मंत्र पर चलते हुए देशवासियों की जिंदगी बचाने का प्रयास किया।
भारत के उज्जवल भविष्य के लिए, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए, जान भी जहान भी, दोनों पहलुओं पर ध्यान आवश्यक है। जब देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व को निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा, तो कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूत होगी।

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