मुंबई: महाराष्ट्र में विपक्षी दल कांग्रेस और एनसीपी ने मुंबई की आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर बीजेपी और शिवसेना पर निशाना साधा है. एनसीपी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोलते हुए पूछा कि शुक्रवार रात जब पेड़ों की कटाई शुरू हुई तो “फर्जी पर्यवारण प्रेमी” कहां थे. वहीं, कांग्रेस ने कहा है कि क्या शिवसेना का बीजेपी के साथ गठबंधन पेड़ों को बचाने से ज्यादा जरूरी है.
आरेतील वृक्षतोड म्हणजे मुंबईकरांना नाक दाबून मारण्याचा प्रकार. गेली २५वर्षे @ShivSena जीव घेत होती. आता भाजपसोबत युती करून सामान्य मुंबईकरांना वेठीस धरत आहे. आरेत वृक्षतोड होत असताना प्लास्टिक बंद करणारे नकली पर्यावरणप्रेमी कुठे गेले? #AareyForest @AUThackeray @BJP4Maharashtra pic.twitter.com/g13ReFO1pm
— Nawab Malik (@nawabmalikncp) October 5, 2019
एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने ट्वीट किया, “आरे में पेड़ों की कटाई कुछ नहीं बल्कि मुंबई वासियों को लाचार बनाकर चोट पहुंचाना है. शिवसेना पिछले 25 साल से इस परेशानी का कारण बनी हुई है. अब, वे बीजेपी के साथ गठबंधन करके आम मुंबई वासियों को तकलीफ दे रहे हैं.” मलिक ने ठाकरे और बीजेपी को टैग करते हुए लिखा, “कहां हैं वे पर्यावरण प्रेमी जो पेड़ों की कटाई के बीच प्लास्टिक पर प्रतिबंध का समर्थन कर रहे हैं.”
एनसीपी के एक और नेता धनंजय मुंडे ने पेड़ों की “हत्या” की निंदा करते हुए राज्य सरकार पर इसके खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों की आवाज़ को “दबाने” का आरोप लगाया. दूसरी ओर कांग्रेस ने शिवसेना से पूछा कि क्या उसके लिये बीजेपी के साथ गठबंधन, पेड़ों को बचाने से ज्यादा महत्वपूर्ण है.
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने ट्वीट किया, “शिवसेना यही समय है. आप सरकार में हैं, इसे बंद करा सकते हैं. क्या महायुति (महागठबंधन) पेड़ों के बड़े नुकसान से अधिक महत्वपूर्ण है?” सावंत ने ठाकरे पर हमला करते हुए पूछा, ‘‘केम छो आरेफॉरेस्ट.’’
दरअसल, बॉम्बे हाई कोर्ट ने उत्तरी मुम्बई में हरित क्षेत्र आरे कॉलोनी में मेट्रो के लिए पार्किंग बनाने के लिये पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाले पर्यावरण कार्यकर्ताओं की याचिकाएं खारिज कर दी थीं, जिसके बाद मुंबई मेट्रो रेल निगम लिमिटेड ने शुक्रवार देर रात पेड़ों की कटाई शुरू कर की.