बुलंदशहर हिंसा: जमानत पर जेल से रिहा हुए 6 आरोपी, ‘जय श्री राम’ के नारों के साथ किया गया स्वागत
पिछले साल तीन दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना में कथित तौर पर गोकशी के बाद हिंसा भड़क गई थी. इस दौरान भीड़ में से किसी ने पुलिस पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार पर गोली चला दी थी.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पिछले साल दिसंबर में हुई हिंसा एक बार फिर सुर्खियों में है. दरअसल, हिंसा मामले में जेल में बंद छह आरोपियों को जमानत के बाद शनिवार को रिहा किया गया. खास बात ये रही कि जेल से छूटने के बाद सभी छह आरोपियों को फूल-माला पहनाकर स्वागत किया गया. इस दौरान भारत माता की जय, जय श्री राम और वंदे मातरम् के नारे लगाए गए. बुलंदशहर हिंसा में एक पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
#WATCH Bulandshahr: Six accused persons in the #BulandshahrViolence case in which Inspector Subodh Kumar was killed last year, were welcomed with garlands after they were released on bail, yesterday. pic.twitter.com/PtuR2eHBsh
— ANI UP (@ANINewsUP) August 25, 2019
बुलंदशहर हिंसा मामले में आरोपी जीतू फौज़ी, शिखर अग्रवाल, हेमू, उपेंद्र सिंह राघव, सौरव और रोहित राघव कोर्ट से जमानत के बाद जेल से बाहर आए हैं. सभी पर राजद्रोह, हत्या और बलवा का आरोप है. शिखर अग्रवाल बीजेपी युवा मोर्चा के स्याना के पूर्व नगर अध्यक्ष है. जबकि उपेंद्र सिंह राघव कथित तौर पर आरएसएस से ताल्लुक रखता है.
पिछले साल तीन दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना के चिंगरावठी में कथित तौर पर गोकशी के बाद हिंसा भड़क गई थी. हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और एक युवक सुमित की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कई सरकारी वाहनों और पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया गया था. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर 44 लोगों को जेल भेज दिया था. 44 में से 6 आरोपियों को करीब साढ़े सात माह के बाद जेल से जमानत पर रिहा किया गया.