ट्रंप बोले- भारत में ना साफ हवा, ना साफ पानी, सफाई की भी समझ नहीं , अमेरिका की हवा सबसे साफ: ट्रम्प

यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत और चीन की आलोचना की है. ट्रंप ने कहा कि भारत, चीन और रूस में शुद्ध हवा और पानी तक नहीं है और ये देश विश्व के पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं.

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  • हाल में जारी डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में भारत, चीन और रूस में वायु प्रदूषण का स्तर अमेरिका से ज्यादा बताया
  • ट्रम्प ने कहा- पर्यावरण के लिए प्रिंस चार्ल्स की प्रतिबद्धता से वे प्रभावित हैं

लंदन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि भारत, चीन और रूस को प्रदूषण और स्वच्छता की समझ नहीं है। उनका बयान तब आया जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट में इन तीनों देशों में वायु प्रदूषण का स्तर अमेरिका से ज्यादा दिखाया गया है। जबकि अमेरिका कार्बनडाइऑक्साइड के उत्सर्जन के मामले में शीर्ष देशों में से एक है।

अमेरिकी राष्ट्रपति तीन दिन की राजकीय यात्रा पर सोमवार को ब्रिटेन पहुंचे थे। उन्होंने यहां ब्रिटिश चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘चीन, भारत और रूस और कई अन्य देशों में न ही साफ हवा है, न ही शुद्ध पानी। इन देशों में स्वच्छता की समझ काफी कम है। उन्हें अपनी जिम्मेदारी का अहसास नहीं है।’’

प्रिंस चार्ल्स से प्रभावित हैं ट्रम्प

ट्रम्प ने कहा कि सोमवार को उन्होंने बकिंघम पैलेस में प्रिंस चार्ल्स के साथ चाय पर मुलाकात की थी। मैं पर्यावरण के लिए उनकी प्रतिबद्धता से प्रभावित हूं। चार्ल्स ने मुझमें जलवायु परिवर्तन से लड़ने की भावना जगाई। हम एक ऐसी दुनिया चाहते हैं जो आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर हो। प्रिंस चार्ल्स और मेरे बीच करीब 15 मिनट बात हुई। इस दौरान उन्होंने केवल जलवायु परिवर्तन को लेकर ही बात की।

यूएस ने पिछले साल 3.4% ज्यादा कार्बनडाइऑक्साइड उत्सर्जन किया

अमेरिका 2016 में पेरिस जलवायु समझौता से बाहर हो गया था। इस समझौते का उद्देश्य कार्बन उत्सर्जन में कमी लाना और ग्लोबल वार्मिंग को 2 डिग्री सेल्सियस तक कम करना है। रोहडियम समूह द्वारा जनवरी में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में अमेरिका ने 3.4% ज्यादा कार्बन उत्सर्जन किया। यह पिछले 8 सालों में सबसे ज्यादा है।

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