अयोध्या फैसला : UP में 37 गिरफ्तार, कईयों के खिलाफ मुकदमे दर्ज, देशभर में सुरक्षा बल अलर्ट

Ayodhya verdict: अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर यूपी पुलिस ने सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वाले 37 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है.

नई दिल्ली: अयोध्या मसले पर फैसले के बाद देशभर में शांति बनी हुई है. उत्तर प्रदेश की बात करें तो कानून यहां भी शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गए. सूबे के डीजीपी ओपी सिंह ने खुद दिनभर नजर बनाए रखी. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”आज सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के पश्चात् सभी ने जिस अनुकरणीय सौहार्दय, सम्मान और सहयोग का परिचय दिया है, उसके लिए हम आभारी हैं . राज्य में शांति-व्यवस्था पूर्ण रूप से बनी रही. हम आपकी सुरक्षा के लिए प्रतिबध्द है, और अपील करते हैं की भाईचारा और सौहार्दय बनाएं रखें. धन्यवाद!”

 

यूपी पुलिस ने सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वाले 37 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है. 12 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. 3712 सोशल मीडिया पोस्ट्स के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें हटवाया गया. सबसे ज्यादा ट्विटर पर 2426 पोस्ट्स के खिलाफ कार्यवाही की गई. फेसबुक पर 865 पोस्ट्स यूट्यूब पर 69 विडियोज प्रोफाइल्स के खिलाफ कार्यवाही की गई.

 

देशभर में अलर्ट
सुप्रीम कोर्ट की ओर से अयोध्या में राम मंदिर बनाने का रास्ता साफ करने संबंधी फैसले के बाद देश में शांति बनाए रखने और किसी भी भड़काऊ/शरारती गतिविधि को रोकने के लिए सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है. बड़े पैमाने पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई. गहन गश्त किया जा रहा है और सोशल मीडिया मंचों की भी निगरानी की जा रही है.

 

केंद्रीय गृह मंत्रालय नार्थ ब्लॉक से लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है. पूरे देश में निगरानी कर रहे केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, खुफिया एजेंसियों और राज्य पुलिस बलों को सतर्क रहने को कहा गया है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, गृह सचिव अजित भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार के साथ बैठक की. उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित कई मुख्यमंत्रियों से भी बात की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया.

 

वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी राज्यों की पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों के संपर्क में हैं. विभिन्न राज्यों की पुलिस ने एहतियाती कदम उठाते हुए किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए धारा 144 लागू की है. संवेदनशील स्थानों, बाजारों में गश्त की जा रही है और उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर लोगों की भावना को भड़काने वालों को कड़ा संदेश दिया गया है.

केंद्रीय अर्धसैनिक बलों (सीएपीएफ)के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अयोध्या जिले में और आसपास सीएपीएफ की 40 कंपनियों (4000 जवान) को किसी भी हालत से निपटने के लिए तैयार हैं. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अयोध्या में स्थिति सामान्य है और बाहर से आए श्रद्धालुओं सहित स्थानीय लोग आम दिनों की तरह रोजमर्रा के काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएपीएफ की 20 कंपनियों को आपात स्थिति में देश के किसी भी हिस्से में भेजने के लिए तैयार रखा गया है.

 

जम्मू-कश्मीर और राजस्थान
दिल्ली में पुलिस ने कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए निषेधाज्ञा लागू की है. पुलिस ने अपने परामर्श में कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस शरारती तत्वों या शांति एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाली गतिविधि को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी. सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है और दिल्ली पुलिस परामर्श देती है कि इसका इस्तेमाल सावधानी से करें. उपयोक्ता सौहार्द बिगाड़ने वाले, नफरत और दुश्मनी फैलाने वाले संदेश को प्रसारित करने से बचे.’’

 

नोएडा में कथित रूप से अफवाह फैलाने के आरोप में दो लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया. राजस्थान के बीकानेर जिले में 30 वर्षीय एक व्यक्ति को अयोध्या मामले में आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. केंद्रीय शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में भी एहतियाती कदम के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है.

 

अयोध्या पर फैसले के मद्देनजर पश्चिम बंगाल सरकार ने सभी थानों को हाई अलर्ट पर रखा है. गुजरात पुलिस भी किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हाई अलर्ट पर है. हिमाचल प्रदेश पुलिस ने अयोध्या फैसले पर फर्जी खबर फैलाने को लेकर चेतावनी जारी की है.

 

सोलन जिले के पुलिस अधीक्षक मधुसूदन शर्मा ने शनिवार सुबह कहा कि फर्जी खबर, मीम या छेड़छाड़ कर वीडियो प्रसारित करने या किसी भी तरह की भड़ाकाऊ सामग्री साझा करने में लिप्त पाए जाने पर सख्त दंडनात्मक कार्रवाई की जाएगी. वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय पुलिस बलों और खुफिया एजेंसियों को तैनाती वाले क्षेत्रों में होने वाली घटनाओं की सूचना एक दूसरे से साझा करने का निर्देश दिया गया है. अगले कुछ दिनों तक चौकसी जारी रहेगी.

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