Mann Ki Baat Live: पीएम मोदी बोले-हुनर हाट में दिखी देश की विविधिता

मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने कहा कि दिल्ली के हुनर हाट में एक छोटी सी जगह में देश की विशालता, संस्कृति, परम्पराओं, खानपान और जज्बातों की विविधताओं का दर्शन होता है. बता दें कि हाल ही में पीएम मोदी दिल्ली के हुनर हाट में गए थे और वहां लिट्टी चोखा का आनंद लिया था. पीएम ने कहा कि हुनर हाट में समूचे भारत की कला और संस्कृति की झलक वाकई अनोखी थी

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नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) मन की बात के जरिए देश को संबोधित कर रहे हैं. यह मन की बात की 62वां  अंक है.  इससे पहले प्रधानमंत्री ने 26 जनवरी को मन की बात कार्यक्रम किया था. गणतंत्र दिवस होने की वजह से वह कार्यक्रम 11 बजे नहीं बल्कि शाम 6 बजे हुआ था. इस मन की बात में प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की थी कि वे भारत मां की सेवा करें. वहीं 28 दिसंबर 2019 को की गई मन की बात में प्रधानमंत्री ने लोगों को नये वर्ष में नये उत्साह से आगे बढ़ने का संदेश दिया था.प्रधानमंत्री ने कहा कि हुनर हाट में देश का हर रंग दिखा. तीन लाख शिल्पकारों को अपना रोजगार का मौका मिला.  हुनर हाट में देश का हुनर दिखा. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश की विविधता प्रेरणा देने वाली है.  प्रधानमंत्री ने अपने लिट्टी चोखा खाने का जिक्र मन की बात में की.

प्रधानमंत्री ने कहा, कुछ दिनों पहले मैंने दिल्ली के हुनर हाट में एक छोटी सी जगह में हमारे देश की विशालता, संस्कृति, परंपराओं खानपान और जज्बातों की विविधिताओं के दर्शन किये. पीएम ने कहा कि पारंपरिक वस्त्र, हस्तशिल्प, कालीन, बर्तन, बांस और पीतल के उत्पाद, पंजाब की फुलकारी, आंध्र प्रदेश के शानदार चमड़े का काम, तमिलनाडु की खूबसूरत पेंटिंग, उत्तर प्रदेश के पीतल के उत्पाद, भदोही की कालीन, कच्छ के कॉपर के उत्पाद, अनेक संगीत वाद्य यंत्र, अनगिनत बातें, समूचे भारत की कला और संस्कृति की झलक, वाकई अनोखी ही थी. इनके पीछे शिल्पकारों की साधना, लगन और अपने हुनर के प्रति प्रेम की कहानियां बहुत ही प्रेरणादायी है.हुनर हाट में एक दिव्यांग महिला की बातें सुनकर बड़ा संतोष हुआ. उन्होंने मुझे बताया कि पहले वो फुटपाथ पर अपनी पेंटिंग्स बेचती थीं. लेकिन हुनर हाट से जुड़ने के बाद उनका जीवन बदल गया. आज वो ना केवल आत्म निर्भर हैं बल्कि अपना खुद का एक घर खरीद लिया है.

पीएम ने कहा कि हुनर हाट में भाग लेने वाले कारीगरों में 50 फीसदी से अधिक महिलाएं हैं और पिछले तीन वर्षों में हुनर हाट के माध्यम से लगभग तीन लाख कारीगरों, शिल्पकारों को रोजगार के अनेक अवसर मिल हैं. हुनर हाट, कला के प्रदर्शन, के लिए एक मंच तो हैं ही साथ ही साथ यह लोगों के सपनों को भी पंख दे रहा है.  एक जगह है जहां इस देश की विविधता को अनदेखा करना असंभव ही है. शिल्पकला तो है ही है, साथ-साथ हमारे खान पान की विविधता भी है.

बता दें कि हाल ही में पीएम मोदी दिल्ली के हुनर हाट में गए थे और वहां लिट्टी चोखा का आनंद लिया था. पीएम ने कहा कि हुनर हाट में समूचे भारत की कला और संस्कृति की झलक वाकई अनोखी थी, शिल्पकारों की साधना और हुनर के प्रति प्रेम की कहानियां भी  प्रेरणादायी होती है.

पीएम ने कहा कि भारत को जानने के लिए जब भी मौका मिले इस तरह के आयोजनों में जरुर जाना चाहिए, आप ना सिर्फ देश की कला और संस्कृति से जुड़ेंगे, बल्कि आप देश के मेहनती कारीगरों की विशेषकर महिलाओं की समृद्धि में भी अपना योगदान दे सकेंगे.

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारत की जैविक विविधता और सर्दियों में हिन्दुस्तान आने वाले प्रवासी पक्षियों का जिक्र किया. पीएम ने कहा कि भारत के वातावरण का आतिथ्य लेने के लिए दुनिया भर से अलग-अलग प्रजातियों के पक्षी भी हर साल यहां आते हैं, गर्व की बात है कि 3 सालों तक भारत COP convention की अध्यक्षता करेगा, इस अवसर को कैसे उपयोगी बनायें, इसके लिये आप अपने सुझाव जरुर भेजें.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हाल ही में जीवविज्ञानियों ने मछली की एक ऐसी नई प्रजाति की खोज की है जो केवल मेघालय में गुफाओं के अन्दर पाई जाती है, यह मछली ऐसी गहरी और अंधेरी भूमिगत गुफाओं में रहती है जहां रोशनी भी शायद ही पहुंच पाती है, यह भारत की जैव-विविधता को एक नया आयाम देने वाला है. पीएम ने कहा कि ये एक सुखद बात है कि हमारा भारत और विशेष तौर पर मेघालय एक दुर्लभ प्रजाति का घर है, हमारे आस-पास ऐसे बहुत सारे अजूबे हैं जो अब भी अंजान हैं, इन अजूबों का पता लगाने के लिए खोजी जुनून जरुरी होता है.

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