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पाकिस्तान में ही PM इमरान खान का विरोध
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PPP नेता ने विदेशी दौरों पर रोक की मांग की
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इमरान के बोलने को पाक के लिए खतरा बताया
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान संयुक्त राष्ट्र में जम्मू-कश्मीर का मसला उठाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें कोई कामयाबी नहीं मिल रही है. हर जगह उन्हें मुंह की खानी पड़ रही है और अब पाकिस्तान के नेताओं को भी ये बात समझ आ गई है. यही कारण है कि पाकिस्तान में इमरान खान इस वक्त विपक्षी पार्टी के निशाने पर हैं.
पाकिस्तान की विपक्षी पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) का कहना है कि इमरान खान के विदेशी दौरे पाकिस्तान के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं, ऐसे में उनके विदेशी दौरों पर रोक लगा देनी चाहिए. क्योंकि वह जब भी देश से बाहर जाते हैं उससे पाकिस्तान को ही घाटा हो रहा है.
विपक्षी दल पीपीपी ने खोला मोर्चा
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के सेनेटर मुस्तफा नवाज़ खोखर ने गुरुवार को कहा कि इमरान खान दुनिया में पाकिस्तान का पक्ष रखने की बजाय अपने मुल्क के खिलाफ ही बोल रहे हैं, जिसकी वजह से भारतीय मीडिया में पाकिस्तान का मज़ाक उड़ रहा है.
आपको बता दें कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की पार्टी है, इस वक्त पार्टी के प्रमुख उनके बेटे बिलावल भुट्टो ज़रदारी हैं.
ऐसा क्या किया इमरान खान ने?
दरअसल, पाकिस्तान में इमरान खान के विरोध का कारण भी जायज है. क्योंकि पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर मात खानी पड़ रही है. फिर चाहे वह जम्मू-कश्मीर के मसले पर हर मंच पर कूटनीतिक हार हो या फिर आतंकवाद के मसले पर खुली पोल है.
अभी न्यूयॉर्क में ही इमरान खान ने इस बात को स्वीकार किया था कि अमेरिका के कहने पर पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने अलकायदा के आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी थी, लेकिन जब काम खत्म हुआ तो अमेरिका वहां से चला गया. जिसके बाद पाकिस्तान को काफी कुछ भुगतना पड़ा.
इसके अलावा इमरान खान ने कहा था कि 9/11 के बाद अमेरिका पर भरोसा करना पाकिस्तान की सबसे बड़ी भूल थी. इन मसलों के अलावा जम्मू-कश्मीर पर अमेरिका का भारत के प्रति दोस्ती का रुख भी पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका ही है.