करोड़ों के मोनेटरी एडवाइजरी घोटाले के आरोपी मंसूर खान ने कहा- 24 घंटे में लौटा दूंगा पैसे
इससे पहले एक वीडियो में, खान ने कहा था कि उनके पास 1,350 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
नई दिल्ली। मोनेटरी एडवाइजरी (IMA) घोटाले के मुख्य आरोपी मंसूर खान ने सोमवार को एक और वीडियो जारी किया. इसमें उसने भारत लौटने की इच्छा व्यक्त की. वीडियो में, आईएमए समूह की कंपनियों के संस्थापक खान ने कहा कि वह अगले 24 घंटों में भारत लौट आएगा
मंसूर खान ने एक वीडियो में कहा कि – ‘अगले 24 घंटों में मैं अपने दम पर भारत लौटूंगा. मुझे भारतीय न्यायपालिका पर भरोसा है. मैं अपनी वापसी की व्यवस्था कर रहा हूं. भारत छोड़ना एक गलती थी. लेकिन स्थिति ऐसी थी. विरोधी द्वारा तरह तरह के दबाव के चलते ऐसा करना पड़ा.’सात मिनट के वीडियो में खान ने कहा कि सामाजिक तत्वों और राजनेताओं ने मुझे भारत छोड़ने के लिए मजबूर किया. मुझे यह भी नहीं पता कि मेरा परिवार कहां और कैसे है. मैं उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा हूं.’
एक महीने से है फरार
आत्महत्या की धमकी देने वाला ऑडियो जारी करने के बाद खान एक महीने से फरार है. उस पर इस्लामिक कानूनों के अनुरूप बचत विकल्प पेश करके हजारों निवेशकों को ठगने का आरोप है.
मंसूर ने कहा कि ‘मैंने संपत्ति की एक सूची बनाई है जिसके माध्यम से हम पैसे वसूल कर सकते हैं. मेरी चल और अचल संपत्तियां जो जबरन वसूली के जरिए छीन ली गईं, हमें न्यायपालिका के माध्यम से वापस लाने की जरूरत होगी. मैं न्यायपालिका का साथ दूंगाल और मेरी संपत्ति को अदालत के माध्यम से बेचा जा सकता है. फिर ग्राहकों को भी भुगतान किया जा सकता है. मैं इसके लिए लौट रहा हूं.’
मेरे पास नहीं है पैसे….
चिट फंड घोटाले के आरोपी ने कहा कि उसे कार्डियक सर्जरी से गुजरना होगा जिसके लिए उसके पास पर्याप्त पैसे नहीं है. इससे पहले एक वीडियो में, खान ने कहा था कि उनके पास 1,350 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसे निवेशकों को भुगतान करने के लिए बेचा जाएगा.
उसी वीडियो में, खान ने ‘99% लोगों’ पर फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाया था और दावा किया था कि उसने कभी पोंजी स्कीम नहीं चलाई थी. उसने कांग्रेस के विधायक रोशन बेग पर 400 करोड़ रुपये लेने और उसे वापस नहीं चुकाने का आरोप भी लगाया था.
कर्नाटक सरकार ने कथित धोखाधड़ी की जांच के लिए डीआईजी बीआर रविकांत गौड़ा की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. सोमवार को एसआईटी के सामने पेश होने वाले बेग नहीं आए. उन्होंने कहा कि उनके पास कुछ जरूरी काम है. विधायक 25 जुलाई को उपस्थित होना चाहते थे, लेकिन एसआईटी ने उन्हें 19 जुलाई को ही पेश होने के आदेश दिए.