कश्मीर में टेंशन! PoK में 15 आतंकियों के साथ दिखा मसूद अजहर का भाई
पीओके में जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के भाई इब्राहिम अजहर को देखा गया है. इब्राहिम अजहर के साथ 15 प्रशिक्षित आतंकी भी हैं.
श्रीनगर। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के भाई इब्राहिम अजहर को देखा गया है. सूत्रों के मुताबिक इब्राहिम अजहर के साथ 15 प्रशिक्षित आतंकी भी हैं. ऐसी खबरें हैं कि इन सभी 15 आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर में घुसपैठ के लिए तैयार किया जा रहा है. वहीं हाल ही में सरकार की ओर से सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए एक एडवाइजरी जारी की गई थी और अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया था.
Sources: Reports of Ibrahim Azhar (JeM chief Masood Azhar's brother) resurfacing in PoK came alongside further intercepts that confirmed that a group of 15 trained JeM cadres had reached JeM camps in Markaz, Sanan Bin Salma, Tarnab Farm, Peshawar, Khyber Pakhtunkhwa… (1/2)
— ANI (@ANI) August 3, 2019
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इब्राहिम अजहर अपने 15 आतंकी गुर्गों के साथ मरकज, सनान बिन सलमा, तरनब फार्म, पेशावर और खैबर पख्तूनख्वा के अलग अलग आतंकी कैंपों में देखा गया है.
पाकिस्तान स्थित खैबर पख्तूनख्वा के जमरूद इलाके में इन आतंकी गुर्गों की ट्रेनिंग हुई है. ऐसा माना जा रहा है कि इन सभी 15 आतंकियों को जम्मू कश्मीर में घुसपैठ कराने के लिए खास तौर पर प्रशिक्षित किया गया है.
इससे पहले अमरनाथ यात्रा को लेकर इंटेलीजेंस इनपुट के हवाले से आतंकवादी खतरे की बात कहते हुए जम्मू कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की. इसमें तीर्थयात्रियों को घाटी से जल्द से जल्द लौटने की सलाह दी गई है. जम्मू कश्मीर के गृह विभाग ने यह एडवाइजरी जारी की है. यात्रा को लेकर कहा गया है कि इस तरह के इनपुट हैं कि यात्रा को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी निशाना बना सकते हैं.
एडवाइजरी में कहा गया, “आतंकवादी धमकी के ताजा इंटेलीजेंस इनपुट खास तौर से अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाए जाने और कश्मीर घाटी के सुरक्षा हालात को ध्यान में रखते हुए अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा के हित में यह सुझाव दिया जाता है कि तीर्थयात्री घाटी से जल्द से जल्द लौटें.”
अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हुई और यह 15 अगस्त को समाप्त होनी है. इंटेलीजेंस इनपुट के मद्देनजर कश्मीर में पहले हजारों की संख्या में अर्धसैनिक बल पहुंच चुके हैं. इंटेलीजेंस इनपुट में यात्रा को आतंकवादियों की ओर से निशाना बनाने की बात कही गई है.