आईबीएम का पूर्व सेल्समैन का दावा- युवा टीम बनाने के लिए कंपनी ने 1 लाख कर्मचारियों को निकाला
पिछले साल कंपनी से निकाले गए 61 वर्षीय कर्मचारी जोनाथन लांगली ने कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कराया कंपनी ने कर्मचारियों से उम्र संबंधी भेदभाव करने के आरोप का खंडन किया, कंपनी का दावा- हम हर साल 50 हजार नए कर्मचारियों की भर्ती करते हैं
सैन फ्रांसिस्को. अमेरिका की आईटी कंपनी आईबीएम ने युवा कर्मचारियों की टीम बनाने के लिए पिछले कुछ सालों में अपने यहां काम कर रहे करीब 1 लाख उम्रदराज कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। यह दावा नौकरी से निकाले गए 61 वर्षीय कर्मचारी जोनाथन लांगली ने कंपनी के खिलाफ पिछले साल दर्ज किए गए मामले में किया है।
मामले की सुनवाई कर रहे रजिस्ट्रार के अनुसार, ‘‘आईबीएम के पूर्व सेल्समैन जोनाथन लांगली ने मामला दर्ज करवाया था। एक अन्य कर्मचारी एलन वाइल्ड ने गवाही में कहा कि पिछले पांच सालों में कंपनी ने 50 हजार से एक लाख उम्रदराज कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। अमेजन, गूगल और फेसबुक समेत अन्य कंपनियों की तरह आईबीएम पर भी युवाओं की टीम खड़ी करने के आरोप लगे हैं।
कंपनी के खिलाफ पिछले साल मामले दर्ज हुए
कंपनी ने कर्मचारियों से उम्र संबंधी भेदभाव करने के आरोप का खंडन किया है। उसके मुताबिक, ‘‘कंपनी 108 साल पुरानी है। ये सभी हमारे हिस्से हैं। हमें हर दिन 8 हजार से ज्यादा नौकरी के आवेदन मिलते हैं। कंपनी हर साल 50 हजार कर्मचारियों की भर्ती करती है। टीम के प्रशिक्षण पर करीब 50 करोड़ डॉलर खर्च भी करती है।’’
पांच साल में निकाले 20 हजार कर्मचारी: रिपोर्ट
आईबीएम ने इस समयावधि में अपने वैश्विक कार्यबल के करीब तीन हिस्सों के बराबर कर्मचारियों की छंटनी की जबकि नए लोगों की जमकर भर्ती की। अमेरिकी समाचार पत्र प्रोपब्लिका ने मार्च में रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इसमें कहा गया था कि आईबीएम ने पिछले पांच सालों में 40 और इससे अधिक उम्र वाले करीब 20 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था।