देर है अंधेर नहीं: 36 साल बाद वृद्धाश्रम में मिले पति-पत्नी, गीत गाकर जताई खुशी
केरल में 36 साल की जुदाई के बाद एक पति-पत्नी एक बार फिर मिल गए हैं. 36 साल पहले काम की तलाश में घर छोड़ने वाले पति के लौटने की इंतजार भी पत्नी के मन से खत्म हो गई थी, लेकिन ये मिलन संभव हुआ एक वृद्धाश्रम जहां ये दोनों ही अलग-अलग महीने में रहने आए.
कोदुन्गल्लुर (केरल): केरल में 36 साल बाद एक पति-पत्नी वृद्धाश्रम में मिले हैं. दोनों का मिलना किसी करिश्मे से कम नहीं है. दरअसल, 90 साल के सैदु और 82 साल की सुभद्रा की शादी 65 साल पहले हुई थी और शादी के 30वें सालगिरह पर सैदु कमाने बाहर चले गए. इसके बाद पत्नी अपने पति का सिर्फ इंतजार करती रहीं.
इस साल सुभद्रा त्रिसूर जिले में पुल्लुट के समीप वृद्धाश्रम में रहने आईं. संयोग ऐसा बना कि इसी वृद्धाश्रम में उनके पति सैदु भी रहने आ गए. इसके बाद पत्नी सुभद्रा ने सैदु की आवाज सुनी तो उन्हें वह कुछ जानी-पहचानी लगी. उन्होंने देखा कि वृद्धाश्रम में आने वाला नया व्यक्ति कौन है और वह अपने पति को वहां पाकर हैरान रह गईं. इसके बाद वृद्धाश्रम में मिठाई बांटी गई और लोगों ने जश्न मनाया.
वृद्धाश्रम की देखरेख करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल करीम ने बताया, ‘‘उन्होंने 36 साल बाद एक-दूसरे को देखा. उम्र के इस पड़ाव पर आंखों की कम होती रोशनी के बावजूद दंपति ने एक-दूसरे को पहचान लिया.’’ सैदु अपनी शादी के 30वें साल में नौकरी की तलाश में उत्तर भारत की ओर निकल पड़े थे. जैसे-जैसे साल बीतते गए सुभद्रा भी अपने पति का इंतजार करती रहीं लेकिन वह लौटे नहीं.
कुछ साल पहले सुभद्रा के बच्चों की मौत हो गयी तो उसपे वक्त का कहर टूट पड़ा. सामाजिक कार्यकर्ता करीम ने बताया कि बुजुर्ग महिला को एक मंदिर में बीमार पड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें वृद्धाश्रम भेज दिया गया. जब उन्होंने वृद्धाश्रम में रहने वाले अन्य लोगों को अपने पति से मिलन के बारे में बताया तो वहां खुशी की लहर दौड़ पड़ी और मिठाइयां बांटी गईं. इस खुशी के मौके पर सुभद्रा ने एक मधुर गीत भी गाया. करीम ने बताया कि दोनों अब खुश हैं और उन्होंने बाकी की जिंदगी एक साथ गुजारने का फैसला किया है.