भारत vs न्यूजीलैंड दूसरा T-20I आज:सीरीज जीतने के इरादे से उतरेगी रोहित एंड कंपनी, कीवी टीम के लिए ‘करो या मरो’ की जंग
टीम इंडिया ने पहले मैच में जीत दर्ज की थी, लेकिन टीम का मिडिल ऑर्डर कुछ खास रंग में नजर नहीं आया था। ऋषभ पंत ने भले ही चौका लगाकर टीम को जीत दिलाई हो, लेकिन नंबर-4 पर बैटिंग करते हुए उनके बल्ले से सिर्फ 17 गेंदों पर 17 रन ही देखने को मिले थे।
रांची के JSCA इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आज टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच दूसरा टी-20 मैच खेला जाएगा। भारतीय टीम दूसरे टी-20 मैच में जीत के साथ तीन मैचों की सीरीज अपने नाम करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। वहीं, न्यूजीलैंड के लिए आज का मुकाबला करो या मरो से बिल्कुल भी कम नहीं होगा। जयपुर में खेले गए पहले टी-20 मैच को भारत ने आखिरी ओवर में दो गेंद पहले 5 विकेट से जीतकर अपने नाम किया था।
मध्य क्रम पर रहेगी नजरें
टीम इंडिया ने पहले मैच में जीत दर्ज की थी, लेकिन टीम का मिडिल ऑर्डर कुछ खास रंग में नजर नहीं आया था। ऋषभ पंत ने भले ही चौका लगाकर टीम को जीत दिलाई हो, लेकिन नंबर-4 पर बैटिंग करते हुए उनके बल्ले से सिर्फ 17 गेंदों पर 17 रन ही देखने को मिले थे। टीम में लंबे समय के बाद वापसी करने वाले श्रेयस अय्यर भी आठ गेंदों पर केवल 5 रन ही बना सके थे। इस मैच में टीम मैनजमैंट की नजरें मिडिल ऑर्डर पर रहेंगी।
गेंदबाजों ने किया भा शानदार प्रदर्शन
जयपुर में भारत के लिए एक और पॉजिटिव पहलू सीनियर गेंदबाजों में भुवनेश्वर कुमार और रविचंद्रन अश्विन का प्रदर्शन रहा था। दोनों खिलाड़ियों ने 2-2 विकेट अपनी झोली में डाले थे। अश्विन का प्रदर्शन को तो बहुत ही दमदार रहा है। पिछले चार टी-20 मैचों में उन्होंने शानदार लय को बरकरार रखते हुए 8 विकेट हासिल किए हैं। साथ ही भुवी ने भी दिखाया था कि क्यों उनको स्विंग का सुलतान कहा जाता है। भारतीय सरजमीं पर उनके खिलाफ रन बनाने बल्लेबाजों के लिए आसान काम नहीं है।
न्यूजीलैंड के लिए जीत से बढ़कर कुछ नहीं
टी-20 वर्ल्ड कप की रनर-अप न्यूजीलैंड ने पिछले मैच में बढ़िया फाइट की थी। हारे हुए मुकाबले को कीवी टीम के गेंदबाज न सिर्फ आखिरी ओवर तक लेकर गए बल्कि एक पल के लिए टीम इंडिया के खेमे में खलबली तक मचा दी थी। आज के मैच में टीम हर हाल में जीत दर्ज करने मैदान पर उतरेगी। केन विलियम्सन की गैरमौजूदगी में मार्टिन गुप्टिल, डेरिल मिचेल और ग्लेन फिलिप्स के कंधों पर जिम्मेदारी बहुत बढ़ गई है।