लुधियाना। पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर लोक इंसाफ पार्टी का भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन लगभग टूट गया है। दोनों पार्टियों के बीच सीटों की संख्या को लेकर सहमति नहीं बन पाई। BJP से जुड़े सूत्रों के अनुसार, अब इसकी औपचारिक घोषणा मात्र बची है।
कहा जा रहा है कि सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस की अगुवाई वाली लोक इंसाफ पार्टी गठबंधन में 15 से 18 सीटें मांग रही थी जबकि BJP बैंस बंधुओं को 5 सीटें देने को तैयार थी। अब बैंस बंधु अपने स्तर पर फिर से चुनावी दंगल में उतरने के मूड में हैं।
लोक इंसाफ पार्टी के साथ एक पेंच यह भी फंसा था कि वह जहां-जहां से अपने नेताओं के लिए टिकटें मांग रहे थे, उन सभी स्थानों पर भाजपा पहले ही अपने उम्मीदवार तय कर चुकी है। भाजपा ने उन्हें दूसरे स्थानों पर अपने 5 कैंडिडेट देने का ऑफर दिया। लेकिन बैंस बंधु अपनी सीटें बढ़ाने पर अड़े रहे। इस पर दो दिन तक खूब माथापच्ची भी हुई, लेकिन कोई नतीजा सामने नहीं आया और सीटों पर सहमति नहीं बन पाई। बता दें कि पंजाब विधानसभा में लोक इंसाफ पार्टी के दो ही विधायक हैं और दोनों सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंद्र सिंह बैंस सगे भाई हैं।
कैप्टन के साथ मसला सुलझा
दो दिन तक केंद्रीय स्तर पर हुए मंथन के बाद अब कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी और सुखदेव सिंह ढींडसा की अगुवाई वाले संयुक्त अकाली दल के साथ सीटों पर लगभग सहमति बन गई है। भाजपा 70 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है लेकिन बीच में 10 सीटों पर कैप्टन के साथ पेंच फंस गया। पार्टी सूत्रों के अनुसार, ग्राउंड स्तर पर कार्यकर्ताओं से मंगवाई गई रिपोर्टों के बाद मसला हल हो गया है। जो 5 सीटें लोक इंसाफ पार्टी को जानी थी, वह भी अब दोनों में बांटी जाएंगी।