न्यूजीलैंड में आतंकी हमला :ISIS के जिहादी ने चाकूबाजी करके 6 लोगों को घायल किया, 3 की हालत गंभीर; पुलिस ने हमलावर को मार गिराया
PM अर्डर्न ने कहा कि आज जो हुआ, वह नफरत भरा है। यह नहीं होना चाहिए था। हमलावर को श्रीलंकाई नागरिक बताते हुए उन्होंने कहा कि वह 2011 में न्यूजीलैंड आया था। उन्होंने बताया कि यह वारदात दोपहर 2:40 बजे हुई। ऑफिसर्स ने एक मिनट के अंदर ही हमलावर को ढेर कर दिया।
न्यूजीलैंड के ऑकलैंड सुपरमार्केट में शुक्रवार को एक हमलावर ने चाकूबाजी करके 6 लोगों को घायल कर दिया। पुलिस ने हमलावर को मौके पर ही मार गिराया। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि हमलावार आतंकवादी संगठन ISIS से प्रेरित था। इससे पहले पुलिस अधिकारियों ने इसे रैंडम अटैक बताया था। उन्होंने आतंकी घटना मानने से इनकार कर दिया था।
PM अर्डर्न ने कहा कि आज जो हुआ, वह नफरत भरा है। यह नहीं होना चाहिए था। हमलावर को श्रीलंकाई नागरिक बताते हुए उन्होंने कहा कि वह 2011 में न्यूजीलैंड आया था। उन्होंने बताया कि यह वारदात दोपहर 2:40 बजे हुई। ऑफिसर्स ने एक मिनट के अंदर ही हमलावर को ढेर कर दिया।
तीन घायलों की हालत गंभीर
सेंट जॉन एंबुलेंस सर्विस ने बताया कि 6 घायलों को अस्पताल ले जाया गया। इनमें से तीन की हालत गंभीर बनी है। चश्मदीदों ने का कहना है कि हमलावर चाकू दिखाते हुए मॉल के अंदर आया और फिर उसने लोगों पर अटैक करना शुरू कर दिया। कोरोना वायरस के खतरनाक डेल्टा वेरिएंट की वजह से ऑकलैंड में अभी लॉकडाउन लागू है। इसके चलते यहां ज्यादा लोग नहीं थे।
मॉल के अंदर भीड़ बदहवास दौड़ रही थी
सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे वीडियो में दिखा जा सकता है कि हमले के दौरान मॉल के अंदर भीड़ बदहवास दौड़ रही थी। लोग खुद को बचाने की कोशिश कर रहे थे। वहीं, मॉल की ओर से हमले को लेकर फेसबुक पर बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि हालात अब पुलिस के कंट्रोल में है और उनके साथ पूरा सहयोग किया जा रहा है। मॉल को बंद कर दिया गया है।
हमलावर पर 2016 से नजर रखी जा रही थी
प्रधानमंत्री ने बताया कि कई एजेंसियों को हमलावर के बारे में जानकारी थी। मुझे खुद भी उसके बारे में पता था। PM ने यह भी खुलासा किया कि हमलावर पर 2016 से नजर रखी जा रही थी, लेकिन कानूनी दायित्वों के कारण अधिकारी उसे जेल में नहीं डाल सके। उसकी पिछली गतिविधियां इस स्तर तक नहीं पहुंची थीं कि उसे सलाखों के पीछे रखा जाए।
2019 में न्यूजीलैंड की मस्जिद में अंधाधुंध फायरिंग हुई
इससे पहले मार्च, 2019 में न्यूजीलैंड की अल-नूर और लिनवुड मस्जिद में नमाज के दौरान लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग हुई थी। इस हमले में 51 लोगों की मौत हो गई। इनमें 8 भारतीय भी शामिल थे। पुलिस ने हमले के 21 मिनट बाद ही हमलावर को गिरफ्तार कर लिया था।
हमलावर ने अटैक को फेसबुक पर लाइव दिखाया
हमलावर ब्रेंटन टैरंट ने इस नरसंहार का फेसबुक पर लाइव किया था, जो अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी वायरल हो गया। कोर्ट ने इस मामले में दोषी को आजीवन कैद की सजा सुनाई है। साथ ही अदालत ने यह साफ कहा है कि कैद के दौरान आरोपी को पैरोल भी नहीं दी जाएगी।