Bathinda-सिविल अस्पताल की नई इमारत में लग रहे घटिया मट्रियल पर हैल्थ सचिव की फटकार
-ठेकेदार से कमियों को जल्द दूर करने के लिए कहा वही ब्लैकलिस्ट कर दूसरे को काम देने की चेतावनी भी दी
बठिंडा. सेहत विभाग के प्रधान सचिव हुसन लाल आई.ए.एस. ने वीरवार को बठिंडा सिविल अस्पताल में औचक दौरा किया और अस्पताल में बन रही नई ईमारतों का जायजा लिया। इस दौरान जांच में ठेकेदार की तरफ से किए काम में कई खामिया पाई गई। इसमें मौके पर ही उन्होंने अधिकारियों को मामले की जांच कर कमियों को बिना किसी देरी के दूर करने की हिदायत दी वही कहा कि अगले माह वह फिर से सिविल अस्पताल का दौरा करेंगे व उक्त सभी कमियों की फिर से जांच होगी। इस दौरान इमारत में लगे मट्रियल से लेकर काम को बीच में लटकाने व दूसरा काम शुरू करने जैसे मामलों को गंभीरता से लिया गया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में आए मरीजों से भी बात की व उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने बताया कि अस्पताल में अपग्रेडिंग का कार्य चल रहा है ताकि लोगों को सेहत की अधिक सुविधाएं दी जाए लेकिन अस्पताल में टाईलें, निर्माण सामग्री, दरवाजे, खिड़कियां अत्यादि घटियां किस्म के लगाए गए है। जो कुछ समय बाद ही खराब हो जाएंगे व इससे जहां सरकार को चूना लगेगा वही काम की गुणवत्ता ठीक नहीं होने से अस्पताल को कोई लाभ नहीं होगा।
यह घोर लापरवाही है जिसे अधिकारियों को तत्काल दरुस्त करने के निर्देश दिए। वही ऐसा नहीं करने पर काम अन्य ठेकेदार से करवाने व ब्लेकलिस्ट करने की चेतावनी भी दी। पंजाब सरकार द्वारा पिछले दिनों कोरोना व अन्य बीमारियों के चलते हर जिले में एक सचिव को जिम्मेवारी सौंपी गई है जो समय-समय पर अपने इलाके का दौरा कर वहां सुविधाओं का मुल्याकन करने के साथ कमियों को दूर करेंगे व सेहत मंत्री को अपी रिपोर्ट देंगे। जबकि इसी विभाग के प्रिंसीपल सचिव हुसन लाल बठिंडा के प्रभारी बने है। इसी संबंध में उन्होंने दौरा किया। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देशों अनुसार जिलाधीश व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बैठक की ओर कोविड-19 पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि कुछ समय से कोरोना का जोर घटता जा रहा है जबकि डेंगू ने रफ्तार पकड़ी हुई है इस पर भी उन्होंने चर्चा की।
उन्होंने बताया कि डेंगू के रोजाना 45 से अधिक प्वांइंट चैक करने के निर्देश जारी किए है और नगर निगम के अधिकारियों को भी इसमें शामिल किया गया है। बठिंडा में अब तक 360 मामले डेंगू के सामने आए जबकि निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा है के बारे में सिविल अस्पताल अधिकारियों को जानकारी देना भी अनिवार्य किया गया। उन्होंने कहा कि डेंगू के लारवा को खत्म करने पर जोर लगाया जा रहा है और लोगों को इस संबंधी जागरूक किया जा रहा है। साफ पानी पर डेंगू लारवा पैदा होता है इसलिए लोगों को 3-4 दिन कही भी पानी न खड़ा करने की अपील की गई है। इसी तरह पी.आर.टी.सी. वर्कशाप में चैकिंग कर वहां टायरों में खड़े पानी को खत्म करने पर भी जोर दिया गया।
बठिंडा में डेंगू के मरीजों के इलाज हेतु प्लेटलैटस डालने की मशीन दी जा चुकी है ताकि रोगी जल्दी स्वस्थ्य हो। मुख्य चकित्सा अधिकारी मनजिन्द्र सिंह ने बताया कि प्रिंसीपल सैक्टरी ने अस्पताल का दौरा किया जिसमें नव निमित ईमारत की खामियों के बारे में चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि हैल्थ कार्पोरेशन का सिविल ङ्क्षवग बिङ्क्षल्डग निर्माण का कार्य देखता है उन्हें नोटिस जारी कर इस मामले में जवाब तलबी की जाएगी।