- केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी
- अब इस पर सियासी जुबानी जंग तेज हो गई है
- किसानों से सीएम खट्टर को बात करनी चाहिए थीः कैप्टन
रोहतक। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने मोर्चा खोल दिया है. अब इस पर सियासी रंग चढ़ने लगा है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के बीच ठन गई है. सीएम मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट करके कहा है कि एमएसपी को लेकर किसी तरह की परेशानी किसानों को झेलनी पड़ेगी तो वह राजनीति छोड़ देंगे.
Time for your Lies, Deception and Propaganda is over – let the people see your real face. Please stop putting the lives of people in danger during the Corona pandemic. I urge you to not play with the lives of the people – atleast avoid cheap politics during the time of pandemic.
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 26, 2020
सीएम खट्टर ने ट्वीट करके कहा कि ‘कैप्टन जी, मैंने इसे पहले कहा है और मैं इसे फिर से कह रहा हूं, मैं राजनीति छोड़ दूंगा अगर एमएसपी पर किसानों को कोई परेशानी होगी. इसलिए, निर्दोष किसानों को उकसाना बंद करें.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं पिछले 3 दिनों से आपसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन दुख की बात है कि आपने संपर्क साधने का फैसला ही नहीं किया है. क्या यह किसान के मुद्दों के लिए आपकी गंभीरता नहीं दिखाता? आप केवल ट्वीट कर रहे हैं और बातचीत से भाग रहे हैं. आप ऐसा क्यों कर रहे हैं?’
मनोहरलाल खट्टर ने कहा, ‘आपके झूठ, धोखे और प्रॉपगेंडा का वक्त खत्म हो गया है. वक्त आ गया है कि लोग अब आपका असली चेहरा देखें. कोरोना महामारी के दौरान लोगों के जीवन को खतरे में डालना बंद करें. मैं आपसे लोगों के जीवन के साथ नहीं खेलने का आग्रह करता हूं. कम से कम महामारी के समय सस्ती राजनीति से बचें.’
खट्टर पर कैप्टन का पलटवार
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पटलवार किया है. कैप्टन ने कहा कि किसानों पर आपकी प्रतिक्रिया चौंकाने वाली है. ये किसान हैं, जिन्हें एमएसपी पर आश्वत होना है, मुझे नहीं. किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन से पहले आपको उनसे बात करनी चाहिए थी. अगर आपको लगता है कि मैं किसानों को उकसा रहा हूं तो हरियाणा के किसान भी दिल्ली क्यों मार्च कर रहे हैं?