पंजाब कांग्रेस ने कोविड-19 को लेकर केंद्र सरकार द्वारा गैर भाजपा शासित राज्यों से भेदभाव किए जाने के विरोध में राज्य के लोगों से आह्वान किया है कि वे एक मई को अपने घरों और छतों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएं। यह विचार मंगलवार को कांग्रेस विधायकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में राज्य प्रधान सुनील जाखड़ ने रखा। उन्होंने कहा कि पार्टी केंद्र सरकार से 20 हजार करोड़ रुपये की तुरंत राहत की मांग करेगी।
- जाखड़ के इस सुझाव पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सहमति जताते हुए कहा कि महामारी और लाकडाउन व कर्फ्यू के कारण प्रदेश को हर महीने करीब 3360 करोड़ रुपये का राजस्व का नुकसान हो रहा है और एक साल में राज्य को करीब 50 हजार करोड़ रुपये का घाटा सहना पड़ेगा।
- उन्होंने कहा कि मौजूदा संकट से निपटने के लिए प्रदेश सरकार को अब तक केंद्र से कोई सहायता प्राप्त नहीं हुई है। जाखड़ ने कहा कि मई दिवस (मजदूर दिवस) के अवसर पर किया जाने वाला यह विरोध प्रदर्शन मौजूदा हालात में केंद्रीय सहायता के लिए पंजाब के अधिकार को प्रमुखता से दर्शाएगा।
- उन्होंने कहा कि पंजाब भारत का अटूट हिस्सा है और केंद्र सरकार प्रदेश से भेदभाव नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि यह उन किसानों, मजदूरों और कोरोना के खिलाफ जंग के योद्धाओं के लिए एकजुटता का प्रतीक होगा जो इस संकट में सबसे आगे होकर लड़ रहे हैं।
- जाखड़ ने कहा कि पार्टी एक मई को किए जा रहे रोष प्रदर्शन में हिस्सा लेने वालों के लिए राष्ट्रीय झंडों का प्रबंध करेगी। जाखड़ ने आरोप लगाया कि हमेशा स्वदेशी राग अलापने वाली भाजपा की केंद्र सरकार इस समय कोविड संकट के दौरान गरीबों और मध्यम वर्ग को कोई मदद देने की बजाए बड़ी कंपनियों में व्यापारिक समझौते करवाने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि जीओ और फेसबुक में करवाया गया समझौता छोटे व्यापारियों और लघु उद्योगों की तबाही का मार्ग प्रशस्त करेगा।