रक्षा / आकाश मिसाइल प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 5000 करोड़ रु. मंजूर किए
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ने हाल ही में वायुसेना के लिए इस परियोजना को सहमति दी थी इस मंजूरी के साथ ही वायुसेना के पास आकाश मिसाइल सिस्टम की संख्या 15 हो जाएगी 27 फरवरी को बालाकोट स्ट्राइक के मद्देनजर इस मिसाइल तकनीक की जरूरत महसूस की गई थी
नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने पांच हजारकरोड़ रुपये की लागत से स्वदेश निर्मित आकाश मिसाइल सिस्टम की छह स्क्वाड्रन को भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल करने कीमंजूरी दे दी है। इस मिसाइल सिस्टम को पाकिस्तान और चीन से लगी सीमा पर तैनात किया जाएगा।
सरकारी सूत्र ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने हाल ही में वायुसेना के लिए इस परियोजना को सहमति प्रदान की थी।” रक्षा मंत्रालय ने सरकार के इस निर्णय की जानकारी वायुसेना को गुरुवार कोदी। सूत्रों ने बताया कि इस मिसाइल सिस्टम की खरीद के लिए तीन साल पहले प्रस्ताव दिया गया था। इस मंजूरी के साथ ही वायुसेना के पास आकाश मिसाइल सिस्टम की संख्या 15 हो जाएगी।
वायुसेना ने शुरुआतमें दो आकाश सिस्टम का ऑर्डर दिया था
वायुसेना ने शुरुआतमें दो आकाश सिस्टम का ऑर्डर दिया गया था। पिछले साल इजरायल के साथ सूर्य लंका युद्धाभ्यास के दौरान आकाश डिफेंस सिस्टम को बेहतर प्रदर्शन वाला सिस्टम बताया गया था। 27 फरवरी को बालाकोट स्ट्राइक के मद्देनजर भी इस मिसाइल तकनीक की जरूरत महसूस की गई थी। इसके बाद इस प्रस्ताव को सहमति प्रदान कर दी गई।