बठिंडा. चीटफंड कंपनी में पैसे लगवाकर दो साल में राशि दोगुणा कर वापिस करने, विदेश भेजने व नौकरी लगवाने का झांसा देकर दो करोड़ 4 लाख 25 हजार रुपए की जालसाजी करने वाले सात लोगों के खिलाफ कनाल पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि उक्त लोगों ने बकायदा एक गिरोह का निर्माण कर रखा है जिनकी तरफ से अब तक 22 लोगों के साथ जालसाजी करने का खुलासा हो चुका है जबकि इन लोगों के चुंगल में कई अन्य लोग भी आए जिनकी जांच की जा रही है। इसमें गुरमीत सिंह वासी सिविल लाइन बठिंडा ने शिकायत दर्ज करवाई कि उसका दो साल पहले कर्मजीत कौर वासी मुलतानिया रोड से संपर्क हुआ।
उसने आगे अपने रिश्तेदार भुपिंदर सिंह, मनजोत कौर वासी मुलतानिया रोड बठिंडा के साथ जानकार हाकम सिंह लवला, अमनदीप कौर वासी भवानीगढ़, बंत कौर वासी सुनाम से मिलवाया। उक्त लोगों ने बताया कि उनका बेटा विदेश में रहता है व उसने डालर में रुपए निवेश करने का काम विभिन्न कंपनियों के साथ किया है। इसमें पैसा लगाने पर दी गई राशि दो साल में दुगनी करके वापिस कर दी जाती है। इस दौरान गुरमीत सिंह वासी सिविल लाइन ने अपनी पुस्तैनी जमीन बेची थी। इसके चलते उक्त लोगों के विश्वास में आकर पहले 40 लाख रुपए व कुछ समय के बाद 35 लाख रुपए की नगदी उक्त लोगों को इस कंपनी में लगाने के लिए दे दी। इसके बाद उक्त लोगों ने करीब ढ़ाई लाख रुपए की राशि उसे वापिस कर उसका विश्वास पक्का करवा लिया व दूसरे लोगों को भी इस कंपनी में पैसे निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा।
इस दौरान कई लोगों को विदेश भेजने व नौकरी दिलवाने का झांसा देकर इन लोगों ने करीब दो करोड़ 4 लाख 25 हजार रुपए की जालसाजी कर राशि हड़प ली। यही नहीं जब दो साल के बाद उक्त लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि कंपनी बंद हो गई व इसके बाद उन्हें न तो जमा राशि वापिस की गई और न ही दी जाने वाली राशि का लाभ उन्हें मिला। शिकायत में कहा गया कि उक्त सात लोगों ने मिलकर एक गिरोह बना रखा है जो लोगों को विदेश भेजने, पैसा दुगना करने, पासपोर्ट बनाकर वीजा लगवाने का गौरखधंधा कर लोगों से लूट करते हैं। इसी तरह के कारनामे कर उक्त लोगों ने एक लड़के संदीप कौर जो बाहरवीं पास है को नौकरी दिलवाने के नाम पर तीन लाख रुपए वसूल कर लिए व जाली ज्वाइनिंग लैटर थमा दिया।
इसी तरह अमरजीत कौर से सात लाख रुपए, परमला देवी से एक लाख 20 हजार, रानी से तीन लाख रुपए, आशु सभी वासी बठिंडा से पांच लाख रुपए, रितू रानी से 95 हजार रुपए, चरणजीत कौर से एक लाख 70 हजार रुपए, विद्या देवी से 30 हजार, मनजीत कौर से 37 लाख, सपना रानी से चार लाख, सपन कौर से दो लाख, ममता पाल से दो लाख, इंदरानी देवी से 2.50 लाख, विशाल कुमार से एक लाख, हरजीत कौर से 3.50 लाख, अमीत कुमार से 1.50 लाख, संदीप कुमार से 2.50 लाख, पवन कुमार से 1.50 लाख, शकुंतला देवी से दो लाख, संजीव कुमार से 14 लाख, सुदेश रानी से दो लाख, परमजीत कौर से 20 हजार रुपए की ठगी मार ली। इस तरह से उक्त लोगों ने 23 के करीब लोगों से दो करोड़ चार लाख 25 हजार रुपए की जालसाजी की। इसमें उक्त सभी मामले वह है जिनके बारे में लोगों ने बताया है जबकि उक्त लोगों ने पंजाब के साथ हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान सहित विभिन्न स्थानों में हजारों लोगों को अपने चुंगल में फंसाकर करोड़ों का घपला किया है। इसमें पुलिस ने शिकायत के बाद केस दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है।
कंपनी ने किट्टी के नाम पर 10 हजार लोगों से 25 करोड़ रुपए जुटाए, लोगों ने ठगी का आरोप लगाकर हंगामा किया
जालंधर में एक कंपनी पर करोड़ों रुपए की ठगी का आरोप लगा बुधवार को लोगों ने खासा हंगामा किया। आरोप है कि किट्टी के नाम पर करोड़ों की ठगी कर ली गई। इसका पता तब चला जब कपूरथला के कुछ लोगों ने यहां आकर कंपनी के स्टाफ को पकड़ लिया। हालांकि बाद में पुलिस वहां पहुंची व कर्मचारियों को अपने साथ थाने ले गई। लोगों ने इस संबंध में पुलिस को शिकायत दे दी है। पुलिस ने कंपनी के मालिकों को बुलाया है, ताकि पूरी स्थिति के बारे में पता चल सके।
लोगों का आरोप है कि पीपीआर मॉल में दफ्तर चला रही एक कंपनी किट्टी के रूप में सोने आदि में निवेश करवाती थी। इसमें 11 किश्तें लोगों को भरनी पड़ती थी और एक किश्त कंपनी अपनी तरफ से देती थी। बाद में उन्हें पैसे या सोना दिया जाना था। उन्होंने कहा कि जालंधर में इसके करीब 10 हजार मेंबर बने थे और उनसे करीब 25 करोड़ रुपए जुटाए गए।
इसके बाद कंपनी का दफ्तर बंद हो गया। उसके मालिकों का फोन बंद है और घर में भी कोई नहीं है। उन्होंने पुलिस से पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की। इस बारे में एसीपी मॉडल टाउन हरिंदर सिंह गिल ने कहा कि शिकायत मिल गई है। इसके बाद कंपनी के मालिक को बुलाया गया है ताकि उनके बयान लेकर पूरे मामले का पता लगाया जा सके। फिलहाल शिकायत करने वालों ने उनके साथ ठगी के आरोप जरूर लगाए हैं, लेकिन दोनों पक्षों के बयान लेने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।