चंडीगढ़। पहाड़ों और मैदानी हिस्सों में तीन दिनों से बारिश जारी रहने से पंजाब में नदियों ने विकराल रूप धारण कर लिया है। सतलुज सहित सारी नदियां उफान पर हैं और कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बाढ़प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा करके राहत और पुनर्वास के लिए 100 करोड़ का ऐलान किया है।
फिल्लौर के पास सतलुज नदी के किनारे बना बांध टूट गया
जालंधर के फिल्लौर के पास सतलुज नदी के किनारे बना बांध टूट गया। इससे नजदीकी गांवों ओवाल और भोलेवाल व आसपास के क्षेत्र में नदी का पानी घुस गया। इससे इन गांवों का संपर्क अन्य क्षेत्रों से टूट गया। इन गांवों में कुछ लोग पानी में फंसे हुए हैं। उन्हें निकालने के लिए प्रशासन, सेना और एनडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। प्रशासन के अनुसार अभी तक रेस्क्यू टीम ने बाढ़ में फंसे चार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। जालंधर के डीसी वरिंदर कुमार शर्मा का कहना है कि पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेसक्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। फंसे लोगों को जल्द की बाहर निकाल लिया जाएगा।
शनिवार और रविवार के बाद सोमवार सुबह भी जोरदार बारिश
प्रदेश में अधिकतर जगहों पर शनिवार और रविवार के बाद सोमवार सुबह भी जोरदार बारिश हुई। दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में जारी बारिश के कारण भाखड़ा बांध से लगातार तीसरे दिन पानी छोड़ना पड़ा। इससे सतलुज समेत कई नदी-नाले उफान पर हैं। करीब 200 गांव खाली करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
- पहाड़ों और मैदानी हिस्सों में तीन दिनों से बारिश जारी रहने से पंजाब में नदियों ने विकराल रूप धारण कर लिया है। सतलुज सहित सारी नदियां उफान पर हैं और कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है।
- कई गांवों का अन्य जगहों से संपर्क टूट गया है। इस बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बाढ़ राहत व बचाच कार्य के लिए 100 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। फिल्लौर क्षेत्र में सतलुज नदी के किनारे बना बांध टूट जाने से कई गांवों का संपर्क अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूट गया। इससे कई गांवों में काफी संख्या में लोग बाढ़ के पानी में फंस गए हैं।
- उनको निकालने की काेशिश की जा रही है। पानी में फंसे चार लाेगों को काफी मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। उधर सोमवार को भाखड़ा डैम का जलस्तर 1680.80 फीट तक पहुंच गया। 24 घंटे में पानी की आवक 130936 क्यूसेक दर्ज की गई है। 24 घंटे में डैम का जलस्तर 3.86 फीट बढ़ा है।
फिल्लौर क्षेत्र में सतलुज नदी के किनारे बांध टूटने से कई गांव बाढ़ की चपेट में, चार लोगों को बचाया गया
जालंधर के फिल्लौर के पास सतलुज नदी के किनारे बना बांध टूट गया। इससे नजदीकी गांवों ओवाल और भोलेवाल व आसपास के क्षेत्र में नदी का पानी घुस गया। इससे इन गांवों का संपर्क अन्य क्षेत्रों से टूट गया। इन गांवों में कुछ लोग पानी में फंसे हुए हैं। उन्हें निकालने के लिए प्रशासन, सेना और एनडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। प्रशासन के अनुसार अभी तक रेस्क्यू टीम ने बाढ़ में फंसे चार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। जालंधर के डीसी वरिंदर कुमार शर्मा का कहना है कि पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेसक्यू आपरेशन शुरू कर दिया गया है। फंसे लोगों को जल्द की बाहर निकाल लिया जाएगा।
बारिश के कारण राज्य में छह लोगों की मौत हो गई
प्रदेश में अधिकतर जगहों पर शनिवार और रविवार के बाद सोमवार सुबह भी जोरदार बारिश हुई। बारिश के कारण राज्य में छह लोगों की मौत हो गई। लुधियाना के खन्ना क्षेत्र के गांव हौल में एक जर्जर मकान की छत गिर गई। इससे दंपती व उनके बेटे की मलबे में दबने से मौत हो गई। 11 साल की बच्ची बाल-बाल बच गई। लुधियाना के ही माछीवाड़ा साहिब में गांव मंड सुक्खेवाल में घर की छत गिरने से 70 वर्षीय किसान अनोख सिंह की मौत हो गई। लुधियाना शहर में ही बारिश दुकान में पानी भरने से आए करंट से एक दुकानदार की मौत हो गई। रूपनगर के नूरपुर बेदी में स्कूल में पानी घुसने से चौकीदार की तीन साल की बच्ची डूब गई।
फिरोजपुर हेड से पाकिस्तान को 30 हजार, हरीके हेड से 70,613 क्यूसिक पानी छोड़ा, सेना-बीएसएफ अलर्ट पर
दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में जारी बारिश के कारण भाखड़ा बांध से लगातार तीसरे दिन पानी छोडऩा पड़ा। इससे सतलुज समेत कई नदी-नाले उफान पर हैं। करीब 200 गांव खाली करवाने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें जालंधर के 81, नवांशहर के 67, फिरोजपुर के 17, लुधियाना के 17, मोगा के चार व तरनतारन के तीन गांव शामिल हैं। लोगों को राहत कैंपों में भेजा गया है। रूपनगर के 28 गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति है। रेलवे ट्रैक पर पानी होने के कारण हिमाचल एक्सप्रेस रद कर दी गई है। गुरदासपुर के मकौड़ापत्तन में रावी नदी के पार फंसे 15 शिक्षकों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
भाखड़ा से 1988 के बाद पहली बार छोड़ा गया इतना पानी, लुधियाना में सेना हेलीकॉप्टर से रख रही नजर
सतलुज में उफान के कारण सोमवार को भी फिरोजपुर में बने हुसैनीवाला हेड पाकिस्तान की ओर पानी छोड़ा जा रहा है। रविवार दोपहर को 30 हजार क्यूसेक पानी पाकिस्तान को छोड़ा गया। साेमवार को पाकिस्तान छोडे जाने वाले पानी का बहाव 41 हजार क्यूसेक हो गया। इससे पाकिस्तान में हालत खराब हो सकती है। इधर सेना-बीएसएफ अलर्ट पर हैं। रविवार को तरनतारन के हरीके पत्तन हेड वर्क्स से भी पाकिस्तान को 70,613 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। लुधियाना में सतलुज खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
उधर, मौसम विभाग ने आगामी तीन दिन तक पंजाब के कई शहरों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। राज्य में बाढ़ का खतरा है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार से लेकर रविवार तक उत्तरी पंजाब में बहुत तेज बारिश हो सकती है। पूर्वानुमान को देखते हुए किसानों को पहले से ही अलर्ट कर दिया गया है। पंजाब में 20 अगस्त के बाद मौसम साफ होने का अनुमान है। मुख्यमंत्री ने सभी डीसी को पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।
कहां कैसे है हालात?
- जालंधर के 81, नवांशहर के 67, फिरोजपुर के 17, लुधियाना के 17, मोगा के चार व तरनतारन के तीन गांव शामिल हैं। लोगों को राहत कैंपों में भेजा गया है।
- रूपनगर के 28 गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति है। रेलवे ट्रैक पर पानी होने के कारण हिमाचल एक्सप्रेस रद्द कर दी गई है।
- गुरदासपुर के मकौड़ा पत्तन में रावी नदी के पार फंसे 15 शिक्षकों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
- सतलुज में उफान के कारण सोमवार को भी फिरोजपुर में बने हुसैनीवाला हेड पाकिस्तान की ओर पानी छोड़ा जा रहा है।
इन रेलगाड़ियों पर पड़ा असर
बाढ़ के कारण जालंधर फिरोजपुर 54643, जालंधर से फिरोजपुर जाने वाली 74931, फिरोजपुर से जालंधर जाने वाली 74932, फिरोजपुर से जालंधर जाने वाली 74934, फिरोजपुर से जालंधर आने वाली 54644, जालंधर-होशियारपुर 54638,जालंधर-फिरोजपुर आने वाली 74935 और जालंधर-होशियारपुर 54637 हैं। जोधपुर कैंट से जालंधर डीएमयू को केवल लोहियां खास तक ही चलाया जा रहा है। आगे के लिए इसे रद्द कर दिया गया है।