नई दिल्ली. फाइव-स्टार लेबल वाले फ्रिज की कीमत जनवरी में 5,000 से 6,000 रुपए तक बढ़ सकती है। कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लांएसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) ने ये आसार जताए हैं। उसके मुताबिक जनवरी 2020 से एनर्जी लेबलिंग के नए नियम लागू होने वाले हैं, इससे फाइव-स्टार लेबल वाले रेफ्रिजरेटर बनाने की लागत बढ़ेगी।
नए नियम इंडस्ट्री के लिए चुनौती: सीईएएमए
- रूम एसी और रेफ्रिजरेटर जैसे कंप्रेशर वाले प्रोडक्ट्स के लिए ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (बीईई) ने स्टार रेटिंग लेबल में बदलाव किए हैं। सीईएएमए का कहना है कि नई लेबलिंग गाइडलाइंस के मुताबिक मैन्युफैक्चरर्स को फाइव-स्टार रेंज के रेफ्रिजरेटर में कूलिंग के लिए फोम की बजाय वैक्यूम पैनल का इस्तेमाल करना पड़ेगा। यह इंडस्ट्री के लिए एक चुनौती होगी।
- सीईएएमए के प्रेसिडेंट कमल नंदी का कहना है कि बढ़ी हुई कीमतें चुकाने के लिए ग्राहक तैयार नहीं होंगे। मैं भी अपने प्लांट में उतना निवेश करने के स्तर पर नहीं हूं। नंदी ने कहा कि एप्लांएसेज एंड कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में अब ग्रोथ लौट रही है। 2018-19 में करीब 12-13 फीसदी ग्रोथ रही। इसमें एसी और वॉशिंग मशीन का ज्यादा शेयर रहा। 2017-18 में इंडस्ट्री की ग्रोथ फ्लैट रही थी, कुछ सेगमेंट में तो डीग्रोथ दर्ज की गई थी।
- नंदी का कहना है कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में इंडस्ट्री की ग्रोथ 15% रही है। इसमें एसी का ज्यादा योगदान रहा। इस सेगमेंट में 35% ग्रोथ रही। सीईएएमए ने सरकार से मांग की है कि एसी पर जीएसटी घटाकर 18% किया जाए।