नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के सुपररिच पर सरचार्ज बढ़ाने के फैसले का बचाव किया है. वित्त मंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं है कि सरकार देश के कुछ लोगों से ज्यादा टैक्स वसूल रही है. निर्मला सीतारमण इंडिया टुडे के कार्यक्रम में बजट राउंडटेबल में अपने विचार व्यक्त कर रही थीं. कार्यक्रम में वित्त मंत्री से जब पूछा गया कि क्या अमीरों पर ज्यादा टैक्स लगाने का कहीं उल्टा असर नहीं पड़ सकता है. इसके जवाब में वित्त मंत्री ने कहा उन्हें उम्मीद है कि ऐसा नहीं होगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि देश को हर किसी से योगदान की जरूरत है. वित्त मंत्री ने कहा, “ये देश हर किसी से थोड़ा-थोड़ा और योगदान मांगता है, मैं निश्चित रूप से उन लोगों से सहमत नहीं हूं जिन्होंने मुझसे कहा है कि ये लूट है, नहीं ऐसा नहीं है, सॉरी.”
वित्त मंत्री ने आगे कहा, “हम सभी लोग इस देश के हिस्से हैं, कुछ और वक्त तक हमें इस गैर बराबरी से भरे टैक्स ढांचे को सहना पड़ सकता है, अन्यथा देश को पैसा कहां से मिलेगा, ऐसा नहीं कहना चाहिए कि मैं अमीरों से जबरन पैसा ले रही हूं.”
निर्मला सीतारमण ने उन फायदों को भी गिनाया जो सरकार द्वारा लोगों को पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ये काम सिर्फ गरीब या सिर्फ अमीर के लिए नहीं हैं, बल्कि ये काम सभी लोगों के लिए है.
बता दें कि वित्त मंत्री ने बजट भाषण में अमीर करदाताओं के लिए दो सरचार्ज की घोषणा की थी. सीतारमण ने 2 से 5 करोड़ तक की टैक्स के दायरे में आने वाली आय पर 3 प्रतिशत सरचार्ज लगाने की घोषणा की थी.
इसके अलावा जिन करदाताओं की कर योग्य आय 5 करोड़ से ज्यादा थी, उनकी आय पर 7 फीसदी सरचार्ज की घोषणा की गई थी.