#WATCH सबसे ज़्यादा दोगला रोल कैप्टन का रहा है। कैप्टन को वहां जाकर आंदोलन करने की ज़रुरत है लेकिन वो चुप होकर बैठा है और किसानों को सड़कों पर लगा दिया है पानी की बौछारों का सामना करने के लिए। उन्हें PM और कृषि मंत्री के साथ मिलकर प्रेशर बनाना चाहिए: SAD प्रमुख सुखबीर सिंह बादल pic.twitter.com/tdLrQNtgfF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2020
सरकार की क्रूरता के खिलाफ डटकर खड़ा है देश का किसान: राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को दावा किया कि केंद्र सरकार की ‘क्रूरता’ के खिलाफ देश के सभी किसान डटकर खड़े हैं. उन्होंने दिल्ली पहुंचने का प्रयास कर रहे किसानों पर पानी की बौछार करने से जुड़ा एक वीडियो ट्विटर पर साझा कर सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता ने एक कविता ट्वीट की, ‘नहीं हुआ है अभी सवेरा, पूरब की लाली पहचान, चिड़ियों के जगने से पहले खाट छोड़ उठ गया किसान, काले क़ानूनों के बादल गरज रहे गड़-गड़, अन्याय की बिजली चमकती चम-चम, मूसलाधार बरसता पानी, ज़रा ना रुकता लेता दम…!’ राहुल गांधी ने दावा किया, ‘मोदी सरकार की क्रूरता के ख़िलाफ़ देश का किसान डटकर खड़ा है.
किसानों को हमारा पूरा सहयोग है। उनके मन में एक बात है जिसके चलते वो पॉलिटिकल झंडे के नीचे कैंपेन शुरू नहीं करना चाहते। इस वक्त सभी पार्टियों के किसान इकट्ठा हैं। हमारी पार्टी को जैसा आदेश दिया जाएगा हम उसका पालन करेंगे: किसान आंदोलन पर SAD नेता सुखबीर सिंह बादल #पंजाब pic.twitter.com/rkCCNIS345
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2020
दिल्ली की ओर मार्च कर रहे किसानों को रोकने को लेकर अमरिंदर ने खट्टर पर साधा निशाना
सिंह ने ट्वीट किया, ‘हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की सरकार किसानों को दिल्ली जाने से क्यों रोक रही है? शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ क्रूर बल का इस्तेमाल अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है.’ उन्होंने कहा कि किसान कृषि कानून के खिलाफ दो महीने से पंजाब में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं. सिंह ने पूछा, ‘बल का सहारा लेकर हरियाणा सरकार उन्हें क्यों उकसा रही है? क्या किसानों को शांतिपूर्ण तरीके से एक सार्वजनिक राजमार्ग से गुजरने का अधिकार नहीं है?’
हरियाणा पुलिस ने बृहस्पतिवार को पंजाब के किसानों के एक समूह को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें की और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. ये किसान केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्तावित ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत कथित तौर पर पुलिस अवरोधक लांघ कर हरियाणा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे. पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक ‘दुखद विडंबना’ है कि संविधान दिवस पर किसानों के संवैधानिक अधिकार का ‘दमन’ किया जा रहा है. सिंह ने कहा, ‘यह बेहद दुखद विडंबना है कि 2020 संवैधानिक दिवस पर किसानों के संवैधानिक अधिकारों का इस तरह से दमन किया जा रहा है. खट्टर जी, उन्हें आराम से वहां से निकलने दें, उन्हें उकसाए नहीं. उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज दिल्ली तक पहुंचाने दें.’